आदिवासी बाहुल्य 12 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी को हो सकता नुकसान, बीटीपी और बीएपी बनी राह में रोड़ा
राजस्थान में आदिवासी बाहुल्य विधानसभा सीटों पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी ने पूरा जोर लगाया। इसके बावजूद इन क्षेत्रों में बीजेपी-कांग्रेस की जगह इस बार क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा नजर आ रहा है। बीटीपी और बीएपी दोनों पार्टियां चुनाव के समीकरणों में इस बार गहरा प्रभाव डालती हुई नजर आएंगी। एक नजर आदिवासी सीटों के समीकरण पर डालते हैं।
हाइलाइट्स
- आदिवासी सीटों पर गड़बड़ाया समीकरण
- बीजेपी-कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें
- बीटीपी और बीएपी पार्टी बराबर की टक्कर में
- 12 सीटों पर पड़ेगा गहरा प्रभाव
जयपुर : प्रदेश की आदिवासी बाहुल्य विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी ने पूरा जोर लगाया लेकिन अधिकतर सीटों पर क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा है। पीएम नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदिवासी क्षेत्रों में खूब जनसभाएं की। सभी दलों ने स्वयं को आदिवासियों का हितेषी होने का दावा किया, लेकिन यहां क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत होती जा रही है। पिछले चुनाव में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार 2023 में बीटीपी ने कई सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। साथ ही नवगठित भारत आदिवासी पार्टी भी मजबूत स्थिति में है। बीएपी ने आदिवासी बाहुल्य सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। आदिवासी बाहुल्य 12 सीटों पर रिकॉर्ड मतदान हुआ है। ऐसे में क्षेत्रीयों पार्टियों के सामने राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशी डरे हुए हैं।
जानिए आदिवासी सीटों का समीकरणकुशलगढ – बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ सीट पर पिछली बार (2018) बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रत्याशी हार गए थे। यहां निर्दलीय रमिला खड़िया ने जीत दर्ज की थी। इस बार रमिला खड़िया को कांग्रेस ने टिकट दे दिया और बीजेपी से भीमा भाई मैदान में है। यहां बीटीपी ने देवचंद और बीएपी ने राजेंद्र को चुनाव मैदान में उतारा है। ये दोनों प्रत्याशी मजबूत स्थिति में है। कुशलगढ़ में कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है।
निम्बाहेड़ा – चित्तौड़गढ़ जिले की निम्बाहेड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मौजूदा विधायक उदयलाल आंजना को और भाजपा ने पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी को चुनाव मैदान में उतारा। इस सीट से बीएसपी, आरएलपी और बसपा सहित कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं।
घाटोल – घाटोल विधानसभा सीट से कांग्रेस ने नंदलाल निनामा और भाजपा ने मानशंकर निनामा को चुनाव मैदान में उतारा। इस सीट पर बीटीपी से धीरजमल निनामा और बीएपी से अशोक कुमार, निर्दलीय कांतिलाल निनामा सहित कुल 7 प्रत्याशी मैदान में है।
झाड़ोल – झाड़ोल विधानसभा सीट से कांग्रेस ने हीरालाल दरंगी और भाजपा ने मौजूदा विधायक बाबूलाल खराड़ी को चुनाव मैदान में उतारा। इस बार यहां से बीटीपी के डॉ. देव विजय और बीएपी से दिनेश डंडोर मजबूत स्थिति में माने जा रहे हैं। झाड़ोल में कुल 9 उम्मीदवार मैदान में हैं।
मावली – उदयपुर की मावली विधानसभा सीट कांग्रेस ने पुष्कर लाल डांगी और भाजपा ने कृष्ण गोपाल पालीवाल को चुनाव मैदान में उतारा। यहां से बीएपी के अंगूर लाल भील कांग्रेस और बीजेपी के लिए संकट बने हुए हैं। आरएलपी और बसपा प्रत्याशियों सहित कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
धरियावद – धरियावद विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायक नगराज मीणा को और बीजेपी ने कन्हैयालाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा। यहां से भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) से थावरचंद बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों का समीकरण बिगाड़ रहे हैं। बीएसपी और आप सहित कुल 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
चौरासी – डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट पर कांग्रेस से ताराचंद भगोरा और बीजेपी से सुशील कटारा चुनाव मैदान में हैं। पिछले चुनाव में यहां बीटीपी के राजकुमार रोत ने जीत दर्ज की थी। रोत इस बार बीएपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। बीटीपी ने इस बार रणछोड़ लाल तबियाड को टिकट दिया है। बीएसपी और आप सहित कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
गढी – गढी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने शंकरलाल चरपोटा और बीजेपी ने कैलाश चंद मीणा को चुनाव मैदान में उतारा। यहां से बीटीपी से विजयपाल और बीएपी से मनीलाल गरासिया के साथ बसपा और आप सहित 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
बांसवाड़ा – बांसवाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मौजूदा विधायक अर्जुन सिंह बामणिया को और भाजपा ने धन सिंह रावत को चुनाव मैदान में उतारा है। बीटीपी से भगवती लाल डिंडोर और बीएपी से हेमंत राणा के साथ कुल 6 प्रत्याशी मैदान में हैं।
बागीदौरा – बागीदौरा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीय और भाजपा ने कृष्णा कटारा को चुनाव मैदान में उतारा। बीटीपी ने बसंत लाल गरासिया और बीएपी ने जयकृष्ण पटेल को टिकट दिया। इस सीट पर कुल 5 प्रत्याशी मैदान में हैं।
बड़ी सादड़ी – प्रतापगढ़ जिले की बड़ी सादड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने बद्रीलाल जाट और बीजेपी ने गौत्तम कुमार को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा। आदिवासी बाहुल्य इस पर बीएपी के फौजी लाल सहित कुल 12 प्रत्याशी मैदान में हैं।
प्रतापगढ़ – प्रतापगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मौजूदा विधायक रामलाल मीणा को और भाजपा ने हेमंत मीणा को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर बीएपी के मांगीलाल मीणा भी डटे हुए हैं। कुल 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
Add Comment