इजराइल ने गाजा में हमास नेता के घर को बनाया निशाना, मीडिया संगठनों के कार्यालय किए ध्वस्त
गाजा सिटी: इजराइल ने गाजा पट्टी में हवाई हमले जारी रखते हुए हमास के एक वरिष्ठ नेता के घर पर बमबारी की, एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया और एक बहुमंजिला इमारत को ध्वस्त कर दिया जिसमें द असोसिएटेड प्रेस और अन्य मीडिया संस्थानों के कार्यालय थे. शरणार्थी शिविर पर किए हमले में एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई जिनमें अधिकतर बच्चे थे. वहीं, हमास उग्रवादी समूह ने इजराइल में रॉकेट हमले जारी रखे हैं. उसने देर रात तेल अवीव शहर पर भी रॉकेट दागे. शनिवार को एक घर पर रॉकेट गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई.
अमेरिकी राजदूत ने पांच दिन की लड़ाई के बाद संघर्ष विराम का आह्वान तेज कर दिया है. इस संघर्ष में गाजा में कम से कम 145 फलस्तीनी मारे गए जिनमें 41 बच्चे और 23 महिलाएं शामिल हैं. इजराइल में आठ लोगों की मौत हो गई जिनमें पांच साल का बच्चा शामिल हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर अलग-अलग बात की. हालांकि, उन्होंने इजराइल के अभियान का समर्थन किया है. इजराइल के युद्धक विमानों ने रविवार तड़के गाजा सिटी के अहम हिस्से में कई इमारतों और सड़कों को निशाना बनाया.
निवासियों और पत्रकारों द्वारा जारी तस्वीरों के अनुसार, हवाई हमलों से गड्ढा बन गया जिससे शिफा अस्पताल की ओर जाने वाली एक मुख्य सड़क अवरुद्ध हो गई। शिफा गाजा पट्टी में सबसे बड़ा अस्पताल है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ताजा हवाई हमलों में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 25 घायल हो गए, जिनमें बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. उसने बताया कि बचावकर्ता अब भी मलबा हटा रहे हैं तथा अभी तक पांच और घायलों को निकाला गया है. दो घंटों तक भारी बमबारी करने के बाद भी इजराइली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं की है. इजराइल ने शनिवार को हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख नेता खलील अल-हायेह के घर पर बम गिराए. अभी अल-हायेह के मारे जाने या किसी अन्य के मारे जाने की कोई खबर नहीं मिली है.
अल-हायेह के घर पर बमबारी दिखाती है कि इजराइल अपना अभियान उग्रवादी समूह के सैन्य कमांडरों को निशाना बनाने से आगे बढ़ा रहा है. इजराइल ने कहा कि उसने हमास की सेना के दर्जनों लोगों को मार गिराया है. हालांकि हमास ने केवल 20 सदस्यों के मारे जाने की बात कही है. संघर्ष शुरू होने के बाद से ही इजराइल ने गाजा सिटी के बड़े कार्यालयों और आवासीय इमारतों को निशाना बनाते हुए आरोप लगाया कि इसमें हमास के उग्रवादी रह रहे थे. शनिवार को उसने 12 मंजिला अल-जाला इमारत को ध्वस्त कर दिया जहां एपी, टीवी नेटवर्क अल-जजीरा और अन्य मीडिया संस्थानों के कार्यालय स्थित थे.
नेतन्याहू ने शनिवार शाम को टेलीविजन पर दिए भाषण में कहा कि जब तक जरूरत पड़ेगी तब तक यह अभियान जारी रहेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि हमास की सैन्य खुफिया ईकाई इस इमारत में काम कर रही थी. इजराइल आवासीय इमारतों समेत कई स्थानों पर हवाई हमलों के पीछे हमास उग्रवादियों की मौजूदगी की वजह बताता है. सेना ने इस उग्रवादी समूह पर पत्रकारों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया लेकिन इस संबंध में कोई सबूत नहीं दिया. एपी का कार्यालय इस इमारत में पिछले 15 वर्षों से था यानी कि इजराइल और हमास के बीच पहले के तीन युद्धों के दौरान भी उसने इसी इमारत से काम किया लेकिन कभी उसे सीधे निशाना नहीं बनाया गया.
मीडिया संस्थानों के कार्यालय जिस इमारत में थे उस पर दोपहर को हुए हमले से पहले इजराइली सेना ने इमारत के मलिक को फोन कर इसे निशाना बनाए जाने की चेतावनी दी थी. इसके बाद एपी के कर्मचारी एवं अन्य लोगों ने तत्काल इमारत को खाली किया. समाचार संगठनों ने इजराइल के इस हवाई हमले के लिए स्पष्टीकरण देने की मांग की है. एपी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गैरी प्रुइट ने एक बयान में कहा कि आज जो भी हुआ, उसके कारण गाजा में जो भी हो रहा है उसके बारे में दुनिया ज्यादा नहीं जान पाएगी.
उन्होंने कहा कि अमेरिकी समाचार एजेंसी इजराइली सरकार से जानकारी ले रही है तथा इसके बारे में और अधिक जानने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग के साथ बातचीत कर रही है. अल-जजीरा मीडिया नेटवर्क के कार्यवाहक महानिदेशक मुस्तफा सुआग ने इस हमले को युद्ध अपराध बताया जिसका मकसद मीडिया को चुप कराना और गाजा के लोगों की पीड़ा को छिपाना है. इसके बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने ट्वीट किया कि अमेरिका ने इजराइलियों को साफ तौर पर बता दिया है कि पत्रकारों तथा स्वतंत्र मीडिया की सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है. शनिवार को ही गाजा सिटी में घनी आबादी वाले शती शरणार्थी शिविर में एक अन्य हवाई हमले में दो महिलाओं और आठ बच्चों की मौत हो गई.
इस बीच, मिस्र ने उम्मीद जताई कि अमेरिका के हस्तक्षेप से इजराइल के हमले रुक सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को रविवार को बैठक करनी है.पूर्वी यरुशलम में इस महीने की शुरुआत में तनाव तब शुरू हुआ जब फलस्तीनियों ने शेख जर्रा में उन्हें निकाले जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया और इजराइली पुलिस ने अल-अक्सा मस्जिद में कार्रवाई की. यह लड़ाई सोमवार को शुरू हुई जब यरुशलम को बचाने का दावा करने वाले हमास ने लंबी दूरी के रॉकेट दागने शुरू किए. इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कई हवाई हमले कििए
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