सीकर में भाजपा युवा मोर्चा ने रीट परीक्षा धांधली (REET Paper Leak) की सीबीआई जांच करवाने और जयपुर में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
Sikar: राजस्थान के सीकर में भाजपा युवा मोर्चा ने रीट परीक्षा धांधली (REET Paper Leak) की सीबीआई जांच करवाने और जयपुर में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष स्वदेश शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर दीवार पर नाथी का बाड़ा लिखकर विरोध जताया गया. दरअसल, इससे पहले भी ‘नाथी का बाड़ा’ (Nathi ka bada) सुर्खियों में आ चुका है. अपैल 2021 में कुछ शिक्षक अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देने के लिए शिक्षा गोविंद सिंह डोटासरा के आवास पर पहुंचे थे. स्कूल टाइम में ज्ञापन देने आए शिक्षकों को देख डोटासरा उन पर बिफर पड़े, इस दौरान ही शिक्षा मंत्री डोटासरा ने शिक्षकों से कहा कि उन्होंने क्या उनके आवास को नाथी का बाड़ा समझ रखा है? इसके बाद राजस्थान विधानसभा में भी ‘नाथी का बाड़ा’ की गूंज सुनाई दी थी. विधानसभा में जब राजस्थान पर्यटन व्यवसाय संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी उसी दौरान राजेंद्र राठौड़ ने ‘नाथी का बाड़ा’ का जिक्र किया था. उन्होंने शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा (Govind Dotasara) पर तंज कसते हुए कहा था कि नाथी का बड़ा को टूरिस्ट प्लेस घोषित कर देना चाहिए. इस मुद्दे पर जोरदार बहस के बाद शिक्षामंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘नाथी का बाड़ा’ राज्य में पहले से ही टूरिस्ट प्लेस है. राजेंद्र राठौड़ को भी वहां घूमकर आना चाहिए.दोनों नेताओं के बीच तीख बहस को देखकर सभापति राजेंद्र पारीक को बीच में बोलना पड़ा. उन्होंने दोनों को टोकते हुए कहा कि वह सदन को ‘नाथी का बाड़ा’ नहीं बनने देंगे. खास बात ये है कि सिर्फ नेता विपक्ष राजेंद्र राठौड़ ही नहीं बल्कि कई विधायकों ने अलग-अलग तरीके से ‘नाथी के बाड़े’ का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेताओं पर तंज कसा था.
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