एक से दूसरे को मिलता है मोटापा:मोटे दोस्त, पति, पत्नी, रिश्तेदारों की संगत वजन बढ़ाने में जिम्मेदार; 60% को मोटा पार्टनर नापसंद
मोटापा कई बीमारियों की जड़ तो है ही, लेकिन यही मोटापा मैरिड लाइफ में दूरियों की वजह भी बन जाता है। आपको कंगना रनौत- आर. माधवन की फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ का सीन याद है? तलाक की सुनवाई के दौरान कोर्ट में तनु (कंगना) अपने पति के लिए कहती है- ‘अदरक हो गया है यह आदमी, कहीं से भी बढ़ रहा है।’
आमतौर पर मोटापा कहीं न कहीं कपल्स के रिश्ते के आड़े आ ही जाता है। हमारे समाज में अक्सर शादियों और गेटटुगेदर में महिलाओं के मोटापे पर खुलकर चर्चा होती है। पति भी पत्नी को सबके सामने ‘हाथी’ या ‘बुलडोजर’ जैसे शब्द कहते हैं। मोटापे का यह मजाक तब हावी हो जाता है जब कपल्स के बीच यह झगड़े का मुद्दा बन जाए और शादी खतरे में पड़ जाए।
जी हां, मोटापा मनमुटाव की बड़ी वजह बन सकता है। शादी के बाद अक्सर पति-पत्नी का वजन बढ़ जाता है। खासकर महिलाओं का प्रेग्नेंसी के बाद वजन बढ़ना आम बात है जो रिश्ते की समस्या बन जाता है।
ओवरवेट पार्टनर के साथ खुश नहीं रहते कपल
मोटापा कपल्स के बीच आकर्षण को कम कर देता है जिससे उनके बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं।
अमेरिका की जॉर्ज मेशन यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन की रिसर्च के अनुसार कपल्स की खुशियों के बीच उनका वजन बहुत अहम भूमिका निभाता है। यह रिसर्च ‘ए नॉर्मल बार’ नाम की किताब में छपी है। इसमें 60% लोगों ने माना कि वे अपने ओवरवेट पार्टनर के साथ रिलेशनशिप में खुश नहीं हैं।
वहीं, 70% ने कहा कि वे अपना वजन कम करना चाहते हैं। इसलिए मोटापा क्यूट नहीं, भयानक है। भरा बदन और भारी बदन में फर्क होता है। यही रिश्ते पर असर डालता है। आजकल का लाइफस्टाइल और जंक फूड भी मोटापे की वजह बन रहा है, लेकिन जब मोटापे का रिश्ते पर असर दिखने लगे तो पति-पत्नी को अलर्ट होने की जरूरत है।
आकर्षण न रहने पर पार्टनर के करीब जाने का मन नहीं करता
सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश कोठारी कहते हैं कि मोटापा कपल के संबंधों पर सीधा असर करता है। जब पार्टनर अट्रैक्टिव नहीं लगता तो आकर्षण कम हो जाता है, जिससे संबंध बनाने की ख्वाहिश कम होती है या खत्म हो जाती है।
पार्टनर के लुक का लिबिडो यानी संबंध बनाने की ख्वाहिश पर सीधा असर होता है। हर रिश्ते में संबंध बहुत अहम हैं। अगर उनकी सेक्स लाइफ अच्छी नहीं है तो पार्टनर के साथ रिश्ता जोड़ने का मन नहीं करता और इससे इमोशनल दूरियां भी बढ़ती हैं। जिसका असर शादी पर पड़ता है।
यानी यह कहना गलत है कि जब आप प्यार करते हैं तब आपका शारीरिक आकर्षण महत्व नहीं रखता। लंबे मधुर रिश्ते के लिए शारीरिक आकर्षण का बना रहना जरूरी है, लेकिन मोटापा उस आकर्षण को खत्म कर देता है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हमें यह पता हो कि हम अपने इंटिमेट रिश्ते से क्या चाहते हैं।
अगर आपके पार्टनर का मोटापा आपके लिए रोमांस किलर बन जाए तो आपको पूरा हक है कि पार्टनर को उस गलत रास्ते पर जाने से रोकें।
प्रकाश कोठारी कहते हैं कि किसी भी लंबी शादी में रह रहे कपल इस बात की गवाही देंगे कि उम्र के साथ वजन बढ़ना, झुर्रियां आना, बाल सफेद होना, यह सब प्यार के परिपक्व होने की स्थितियां हैं लेकिन रिश्ता तभी मजबूत और लंबा चलता है जब वो वक्त के साथ आने वाली कमियों पर ध्यान देता है और उन्हें सुधारने की कोशिश करता है। मोटापा ऐसी ही कमी है, जो इंटिमेसी में आड़े आता है।
मोटापा एक संक्रमण है जो दोस्तों से एक-दूसरे में फैलता है
‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में एक स्टडी छपी। इस स्टडी में 12,067 लोगों पर 32 सालों तक उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी गई। यह स्टडी 1971 से 2003 तक चली।
शोधकर्ताओं को पता था कि किस व्यक्ति की किससे दोस्ती है? कौन किसका पति या पत्नी है? कौन किसका भाई या बहन या पड़ोसी है?
उन्हें यह भी पता था कि प्रत्येक व्यक्ति का पिछले 30 सालों में कब और कितना वजन रहा। शोधकर्ताओं को इसकी भी जानकारी थी कि इन 30 सालों में क्या हुआ जिससे उनका वजन बढ़ा और इस बीच क्या उनके मित्रों, परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों पर भी मोटापा चढ़ा।
शोधकर्ताओं ने पाया कि व्यक्ति पर मोटापा चढ़ने की आशंका तब ज्यादा होती है जब उनके आसपास के लोग मोटे हो रहे होते हैं।
इससे उस व्यक्ति के 57% मोटे होने की संभावना रहती है। अध्ययन ने भी यह स्पष्ट किया कि पड़ोसियों या परिवार के लोगों का वजन बढ़ने या घटने का असर दोस्तों के मुकाबले कम पड़ता है। यानी वजन बढ़ने में करीबी दोस्तों का हाथ ज्यादा होता है। भले ही वह दोस्त हजारों मील दूर बैठा हो। 1 व्यक्ति के मोटे होने पर उसके दोस्त के वजन बढ़ने का खतरा तीन गुना बढ़ सकता है।
मजे की बात यह है कि मोटापे की महामारी को ध्यान में रखते हुए 32 साल तक चले इस लंबे शोध में पाया गया कि दोस्त के वजन कम होने का असर इतना नहीं होता जितना बढ़ने का होता है।
शोधकर्ता डॉ. निकोलस के अनुसार दोस्त ही मोटापे के प्रति सोच बदलते हैं। दोस्त मोटा हो तो मोटापा बुरा नहीं लगता। व्यक्ति की बॉडी टाइप को लेकर जो सोच होती है, वह भी बदल जाती है। इससे यह बात साफ होती है कि एक को चढ़ता मोटापा, दूसरे की मोटापा चढ़ने की वजह बनता है।
ग्राफिक्स के जरिए जानिए मोटापा किन लोगों के साथ रहने पर बढ़ता है:
संबंध बनाने में आती है दिक्कत
मोटापा संबंध बनाने के दौरान भी विलेन बनता है। मोटापे की वजह से कपल्स में तालमेल नहीं बैठ पाता जिससे उनकी फिजिकल इंटिमेसी पर फर्क पड़ता है।
डॉ. प्रकाश कोठारी ने एक केस साझा किया। उन्होंने बताया कि एक कपल उनके पास आया। दोनों ही मोटे थे। संबंध बनाने के दौरान दोनों को परेशानी होती थी, जिससे वे उन पलों को जी नहीं पा रहे थे। ऐसे में उन्हें संबंध बनाने के लिए एक आसन बताया गया। इसके बाद ही महिला मां बन पाई और आज उनके बच्चे भी हैं।
क्यों आता है शादी के बाद मोटापा
हमारे समाज में अक्सर लोग कहते हैं कि शादी के बाद कपल संबंध बनाने की वजह से मोटे होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। शादी के बाद अक्सर पार्टनर का खाने पर कंट्रोल नहीं रहता। वहीं, शादी के बाद अक्सर लोग एंग्जाइटी के शिकार भी हो जाते हैं।
लड़कियों पर परफेक्ट बहू और ससुराल वालों की सेवा का दबाव रहता है। शरीर में हॉर्मोन्स का बदलाव भी तेजी से होता है। इसलिए महिलाओं का वजन ज्यादा बढ़ता है।
डॉ. कोठारी कहते हैं कि संबंध बनाने से मोटापा कभी नहीं आता। अगर कोई नियमित रूप से पार्टनर से संबंध बनाए, तो उसका वजन कम ही होगा।
शादी के बाद पुरुषों का वजन 1.5% तो महिलाओं का 2% बढ़ा
2008 में इकोनॉमिक्स एंड ह्यूमन बायोलॉजी ने 18 से 40 की उम्र के आसपास के करीब 12 हजार पुरुषों और महिलाओं पर एक अध्ययन किया।
इसमें तुलना की गई कि जब यह लोग सिंगल थे तब और शादी होने के बाद इनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI यानी हाइट और वजन का रेश्यो ) कितना बढ़ा।
अध्ययन में सामने आया कि पुरुषों का वजन 1.5% तो महिलाओं का वजन 2% बढ़ा।
अमेरिका के डेनेवर स्थित ‘यूनिवर्सिटी ऑफ कोलराडो’ की प्रोफेसर और इस शोध की अध्ययनकर्ता लॉरा अर्गेस का कहना है कि शादी अपने साथ सामाजिक जिम्मेदारियां लाती है। व्यक्ति बाहर ज्यादा खाना खाता है, उसका लोगों से मिलना-जुलना बढ़ता है, पत्नी के आने के बाद घर में ज्यादा खाना बनने लगता है। शादी के बाद व्यस्तता बढ़ती है, जिससे एक्सरसाइज छूट जाती है।
भारत में किस उम्र के कितने लोग मोटापे का शिकार हैं, ग्राफिक्स में देखिए:
मोटापे से आते हैं खर्राटे, पार्टनर होता है परेशान
खर्राटे सुनकर भले ही आपको हंसी आए, लेकिन रिश्तों में ये भी दूरी ला सकते हैं। मोटे लोग अक्सर खर्राटे लेते हैं। मायो क्लिनिक के अनुसार महिलाओं के मुकाबले पुरुष ज्यादा खर्राटे लेते हैं। ओवरवेट होने और खर्राटे लेने की वजह से व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का भी शिकार हो जाता है।
दरअसल, सीधे सोते वक्त गर्दन की चर्बी के कारण सांस लेने में रुकावट आती है, जिसका असर नाक पर पड़ता है और इंसान खर्राटे लेने लगता है।
अमेरिका में हुई स्टडी के अनुसार खर्राटों ने कई रिश्तों को तोड़ा। 60 साल से ज्यादा की उम्र वाले 40% लोगों ने माना कि उनके रिश्ते टूटने की वजह खर्राटे थे।
टेस्टोस्टेरोन के लेवल पर पड़ता है असर!
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नाम का हॉर्मोन पाया जाता है जो सेक्स हॉर्मोन होता है। इसी से पुरुषों में स्पर्म बनते हैं और संबंध बनाने की इच्छा जागती है।
हॉर्वर्ड हेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार मोटापे के शिकार पुरुषों में यह हॉर्मोन अचानक कम होने लगता है।
इस स्टडी के अनुसार 32 इंच की कमर के मुकाबले 42 इंच या इससे ज्यादा की कमर वाले पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की आशंका दोगुनी होती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का मतलब है नपुंसकता। इसमें पुरुषों के शरीर में वीर्य कम बनने लगता है।
दुनियाभर के लोग मोटापे से परेशान हैं, ग्राफिक्स देखिए:
बीमारियां कम कर देती हैं जोश
मोटापे से लड़कियों को अक्सर पीसीओडी का शिकार होना पड़ता है। इसके अलावा महिला हो या पुरुष मोटापा डायबिटीज, थाइरॉइड और कोलेस्ट्रोल जैसी बीमारियों को जन्म देता है।
जब इंसान मोटापे के साथ-साथ बीमारी से जूझता है तो इसका असर लिबिडो यानी संबंध बनाने की इच्छा पर पड़ता है। इंसान की यह इच्छा कम हो जाती है।
लड़का मोटा हो फिर भी चाहिए पतली पत्नी
डॉ. गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि जो लड़के खुद अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हैं, उन्हें पार्टनर भी फिट चाहिए। ऐसे में कई बार मोटी लड़कियों को शादी के लिए रिजेक्ट कर दिया जाता है। यहीं नहीं, अगर लड़का खुद मोटा है तब भी वह पतली वाइफ ही चाहता है। लड़के चाहते हैं कि उनकी पत्नी सुंदर और पतली हो। लोगों के सामने प्रेजेंटेबल दिखे।
वहीं, अगर कपल रिलेशनशिप में हैं और लड़की मोटापे का शिकार है तो उनकी शादी होने में बहुत दिक्कत होती है। अक्सर शादी से पहले ही उनका ब्रेकअप हो जाता है।
पतली कमर को हमेशा से सुंदरता का पैमाना माना गया है। सोशल मीडिया और फिल्में भी पतली कमर के आइडिया को प्रमोट करती हैं। पतली कमर का होना शरीर में लचक पैदा करता है। इसका भी रिश्तों पर असर पड़ता है।
प्रेग्नेंसी में आती है दिक्कत
जो महिलाएं मोटापे का शिकार होती हैं, इससे उनकी फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। मोटापे की वजह से कई महिलाएं अनियमित पीरियड्स का शिकार हो जाती हैं। इससे उनके शरीर में एग बनने में भी दिक्कत आती है और वे आसानी से मां नहीं बन पातीं।
जिन महिलाओं का बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स ज्यादा होता है, इसलिए उन्हें डॉक्टर प्रेग्नेंसी से पहले वजन कम करने की सलाह देते हैं। प्रेग्नेंसी के लिए आदर्श बीएमआई 18.5 और 24.9 के बीच माना जाता है।
तलाक की वजह भी बन सकता है मोटापा
रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि मोटापे की वजह से जब पार्टनर के बीच नजदीकी नहीं रहती तो वे एक दूसरे से संबंध बनाने के दौरान संतुष्ट नहीं रहते। इसका असर उनके रिश्ते पर पड़ता है।
इसके अलावा अन्य वजहें भी रिश्ते में कड़वाहट ला सकती हैं। जैसे- पार्टनर की इज्जत ना करना। उसके मोटापे पर कमेंट करना। ऐसी नेगेटिव बातें कपल्स को तलाक की दहलीज तक पहुंचा देती हैं।
दिल्ली के लोग देश में सबसे ज्यादा मोटापे की गिरफ्त में हैं। ग्राफिक्स से जानिए:
पार्टनर करने लगते हैं एक-दूसरे पर शक
मोटापा इनसिक्योरिटी भी लाता है। अक्सर मोटापे के शिकार पार्टनर खुद को सुंदर नहीं मानते और समाज भी उन्हें स्वीकार नहीं करता। उनके मोटापे का मजाक उड़ाया जाता है।
पति-पत्नी में से अगर किसी एक का वजन बढ़ जाता है तो उसके दिमाग में यह बात बैठ जाती है कि उसका पार्टनर उसमें कम रुचि लेने लगा है। वजन बढ़ने से उसकी खुद की सुंदरता और आकर्षण में कमी आई है, जिससे वह बेवजह पार्टनर पर शक करने लगता है।
उन्हें लगता है कि पार्टनर का कहीं अफेयर तो नहीं चल रहा। अगर उनके पार्टनर को कोई देखता है या उनसे बात करता है तो वे असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। अक्सर लड़कियां अपने पार्टनर का मोबाइल चेक करने लगती हैं। बेवजह गुस्सा करने लगती हैं। इस वजह से कपल के बीच झगड़े बढ़ते हैं।
मोटापे से बढ़ता डिप्रेशन और कम होता आत्मविश्वास
मोटे होने की वजह से इंसान को लगता है कि वह सुंदर नहीं है। इससे उसका खुद पर से विश्वास कम होने लगता है। उन्हें लगता है कि उनका पार्टनर उनसे खुश नहीं है।
मन में डर रहता है कि वह किसी दूसरे की तरफ तो नहीं खिंच रहा। इससे व्यक्ति में डिप्रेशन, एंग्जाइटी बढ़ जाती है जिससे उनकी मेंटल हेल्थ बिगड़ने लगती है।
जो लोग रिश्तों के बीच रंग-रूप लाते हैं, उन्हें इस बात को समझना जरूरी है कि हर इंसान एक जैसा नहीं होता। इस दुनिया में हर इंसान एक-दूसरे से अलग हैं। रिश्ते निभाने के लिए रंग रूप से ज्यादा इंसान का अच्छा व्यवहार महत्वपूर्ण होता है। अगर पार्टनर मोटा है तो उसे नीचा दिखाने, मजाक उड़ाने या शक करने की जगह उन्हें वजन कम करने के लिए प्रेरित करें। अच्छा लाइफस्टाइल अपनाएं और ज्यादा दिक्कत हो तो डॉक्टर या काउंसलर की मदद लें।
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