शिक्षार्थ के लिए धन का दान ईश्वर की सच्ची सेवा – श्री राज जी भंसाली
बीकानेर। सीमित सोच से परे रहकर क्षेत्र,समाज एवं देश स्तर पर जन कल्याण की भावना रखने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में और अधिक विस्तार करने के उद्देश्य से किए गए भामाशाही सहयोग से श्री जैन पब्लिक स्कूल, बीकानेर में नवनिर्मित ब्लॉक/विंग का लोकार्पण एवं भामाशाह सम्मान समारोह कार्यक्रम रखा गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे माननीय श्री शांतिलाल जी सांड (समाजसेवी एवं उद्योगपति), विशिष्ट अतिथि माननीय श्री जयचंद लाल जी डागा (समाजसेवी एवं उद्योगपति) बीकानेर तथा समारोह अध्यक्ष के रूप में माननीय श्री राज जी भंसाली (हाल- अमेरिका) का उनके निस्वार्थ, परोपकार एवं बाल-भविष्य के स्वर्णिम विकास हेतु किए गए अक्षुण सहयोग पर शाला परिवार की ओर से शालाध्यक्ष श्री विजय कुमार जी कोचर, सचिव सीए माणकचंद कोचर, संस्था के सम्मानित सदस्यगण एवं प्रधानाचार्या रूपश्री सिपानी ने दीप प्रज्वलन सरस्वती वंदना एवं संगीतमय स्वागत गीत प्रस्तुति से उनका माल्यार्पण, शॉल एवं साफा पहना कर हार्दिक अभिनंदन किया। … दान दिए धन न घटे..। की प्रेरणा से देश के भविष्य निर्माण की भावी पीढ़ी के सपनों को साकार कर चमकते सूर्य की भाँति वो भी देश के आने वाले कल के लिए और बेहतर तरीके से सेवा कर सकें, इसी विचारधारा से प्रेरित श्री राज जी भंसाली ने ‘चेतन कुमारी भंसाली ब्लॉक’ तथा ‘हर्ष भंसाली विंग’ का निर्माण कर शाला प्रांगण को अति आधुनिक एवं भव्य विस्तार देने एवं गणित, भाषा प्रयोगशाला तथा नवीन शिक्षा नीति के तहत बीकानेर शहर की पहली कंपोजिट स्किल लैब संस्था को समर्पित करने पर भामाशाहों को संस्था की ओर से विशेष प्रशंसा-पत्र एवं स्मृति चिह्ण कोटिश आभार स्वरूप भेंट किए गए ।
शालाध्यक्ष ने अपने स्वागत संबोधन में अतिथिगण के श्रेष्ठ एवं पुनीत प्रयासों के प्रति संस्था एवं शाला परिवार की ओर से भावी पीढ़ी के लिए सफलता और शिक्षण क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने का विश्वास दिलाया।
श्री जयचंद लाल जी डागा ने शिक्षा में सहयोग को सर्वहितार्थ बताते हुए उपस्थित जन समूह को इसके लिए प्रेरित किया।
श्री शांतिलाल जी डागा ने निस्वार्थ भाव से किए जाने वाले शिक्षा कार्य की उन्नति में स्वयं को जोड़कर महा सेवा का भागीदार बनने पर अपने विचार रखे। समारोह अध्यक्ष ने अपने इस दान सहयोग को अपनी माता चेतन कुमारी की शिक्षा क्षेत्र में सहयोग करने की इच्छा को पूरा करने में एक छोटी-सी चेष्टा बताते हुए संस्था द्वारा इस कार्य के लिए शुभ अवसर प्रदान करने पर आभार व्यक्त किया।
श्रीमती नैंसी भंसाली ने शिक्षा को सबसे बड़ी शक्ति मानते हुए उनके द्वारा किए गए सहयोग का अवसर मिलने पर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव किया।
शाला सचिव ने संस्था के उत्तरोत्तर विकास में आधुनिक गति की एक ओर कड़ी जोड़ने पर शाला परिवार की ओर से सभी का सम्मानित भाव से आभार व्यक्त किया।
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