करोड़ों के आईफोन चुराए,बाइक के टुकड़े कर तालाब में फेंके:होटल के बाहर से चुराई थी,वापस वहीं छोड़ी; डर लगा तो लौटकर अलग-अलग हिस्से किए
जयपुर में 1.80 करोड़ के एप्पल गैजेट्स और 278 आईफोन चोरी के मामले में पुलिस बिहार पहुंच गई है। पुलिस को वारदात में बिहार की घोड़ासहन गैंग पर हाथ लग रहा है। अलग-अलग टीमें बिहार और नेपाल बॉर्डर पर दबिश दे रही हैं।
पुलिस ने करीब 20 लोगों को डिटेन भी किया है, जो लोग शोरूम के बारे में जानते थे। साथ ही बिहार की गैंग से टच में थे। वहीं, जांच में ये भी सामने आया कि जिस बाइक से चोरी अंजाम दी गई वो चोरी की थी। बदमाशों ने जहां से बाइक चोरी की थी, लूट के बाद उसे वापस उसी जगह छोड़ गए। हालांकि कुछ देर बाद बदमाश लौटकर आए और बाइक को मौके से उठाया। उसके टुकड़े कर होटल के पीछे तालाब में फेंक दिए।
दुकान का शटर तोड़कर बदमाश नीचे से अंदर घुसे और फोन चोरी कर ले गए थे।
3 बदमाशों ने चुराए थे एप्पल के गैजेट्स और आईफोन दरअसल, 6 नवंबर को सुबह चार बजे जवाहर नगर थाना इलाके के पंचवटी सर्किल स्थित एक मोबाइल शोरूम से 3 बदमाश एप्पल के गैजेट्स और आईफोन चुराकर फरार हो गए थे। वारदात के बाद मौके पर पहुंची डीएसटी और सीएसटी की टीमों ने बदमाशों के जाने के रास्ते पर काम करना शुरू किया। इस दौरान पुलिस को कई जगह पर बदमाशों की लोकेशन मिली।
पुलिस को पता चला कि बदमाश मौजमाबाद (जयपुर) इलाके में गाडोता में एक होटल के बाहर से बाइक चोरी कर जयपुर पहुंचे थे। चोरी की वारदात करने के बाद बदमाश बाइक को अलग-अलग हिस्सों में उसी होटल के पीछे तालाब में पटक गए, जहां से चोरी की थी।
बदमाश खुद की बाइक बगरू टोल पर खड़ी कर गए थे जांच में पता चला कि जयपुर में चोरी की वारदात करने वाले तीनों बदमाश खुद की बाइक से आए थे। इन बदमाशों ने गाडोता में होटल के बाहर खड़ी बाइक चुराई। दोनों बाइक लेकर वारदात करने के लिए जयपुर रवाना हुए। चोरों ने खुद की बाइक को बगरू टोल के पास खड़ा कर दिया। उसके बाद गाडोता से चुराई हुई बाइक लेकर सीधे जयपुर पहुंचे। यहां पर इन बदमाशों ने राजापार्क इलाके में चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
चोरी की बाइक से वारदात करने के बाद अजमेर रोड की तरफ निकले। चोरी की बाइक को वापस होटल के बाहर मौके पर ही छोड़ दिया। जांच में सामने आया कि इन बदमाशों ने बाइक को मौके पर छोड़ने के कुछ देर बार फिर बाइक को मौके से उठाया। उसके टुकड़े कर होटल के पीछे तालाब में फेंक दिए इसे पुलिस ने रिकवर कर लिया है। इस दौरान पुलिस को बाइक के नंबर की जानकारी मिल गई। बाइक मालिक ने बताया- बाइक दो दिन से होटल के बाहर खड़ी है। सीसीटीवी फुटेज में चोर बाइक के पहले चोरी करते और वापस छोड़ते दिखे। कुछ देर बाद वापस आकर बाइक ले जाते दिखे।
दूसरे राज्यों में पुलिस की टीमें DCP ईस्ट तेजस्वनी गौतम ने बताया- उनकी टीम राजस्थान से बाहर कई राज्यों में है। साथ ही उन्होंने कुछ लोगों को डिटेन किया हुआ है, जिनसे निरंतर पूछताछ की जा रही है।
पंचवटी सर्किल स्थित इसी दुकान में करोड़ों रुपए के गैजेट्स चोरी हुए थे।
कौन है घोड़ासहन गिरोह दरअसल, चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लोग अपने गांव से 5 से 7 की संख्या में निकलते हैं। ये लोग चोरी करने को अपराध नहीं समझते। गैंग के दो या तीन सदस्यों की कद काठी दुबली-पतली होती है। जिन्हें प्लेयर कहा जाता है। उनकी उम्र भी कम होती है या कहें कि वो नाबालिग होते हैं। यात्री दिखने के लिए ये साथ में बैग रखते हैं। मुख्य सड़क किनारे स्थित दुकानों में चोरी करते हैं। जिस दुकान पर चोरी करनी होती है, उसके बाहर गिरोह के सदस्य रात में चादर बिछाकर सो भी जाते हैं।
वारदात करने वाला ये गिरोह देर रात को ही वारदात को अंजाम देता है। जीरो साइज जैक की मदद से ये लोग शटर को नीचे से आधा फीट ऊपर कर देते हैं। गिरोह के प्लेयर आधा फीट में से ही दुकान में घुस जाते हैं। महंगे मोबाइल चोरी करते हैं। बाहर खड़े दो साथी चादर झाड़ने के बहाने शटर को ढक देते हैं। उनके अलावा दूसरे लड़के चादर का घेरा बनाने लगते हैं। अगर दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे तो अगली चोरी में प्लेयर बदल दिया जाता है। इस गैंग के बदमाश किसी भी शहर में वारदात करते ही उस जिले और राज्य को छोड़ देते हैं। वारदात के बाद बदमाश रेलवे स्टेशन पर कोई भी ट्रेन पकड़कर जल्दी से जल्दी राज्य के बाहर निकल जाते हैं। वारदात में मिले माल को ये लोग घोडासहन से दो किलोमीटर दूर नेपाल के पास बेच दिया करते हैं।
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