बीकानेर । बीकानेर के प्रथम निर्वाचित महापौर एवं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. भवानीशंकर शर्मा की छठीं पुण्यतिथि के अवसर पर स्मृति संस्थान द्वारा 30 दिसम्बर शनिवार को प्रातः 11.00 बजे गंगा जुबली पिंजरा प्रोल लक्ष्मीनाथ मन्दिर परिसर में गाय माता को गुड एवं चारा दिया गया। इस अवसर पर प्रार्थना सभा का अयोजन रखा गया। 2 मिनट मौन रखकर स्वर्गीय भवानी शंकर शर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजली दी गई।
स्वर्गीय भवानीशंकर शर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए पूर्व पार्षद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरविन्द मिढ़ा ने स्वर्गीय शर्मा को स्वच्छ राजनैतिक व्यक्ति बताते हुए कहा कि वर्तमान राजनीति में उनके जैसे विरला ही मिलता है, उन्होने जीवन पर्यन्त कांग्रेस पार्टी की निष्ठापूर्वक सेवा की थी, इस अवसर पर पूर्व पार्षद एडवोकेट गोपाल पुरोहित ने भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि गुरू को नमन है सुचिता की राजनीति के वे पुरोधा थे, सच्चे एवं निष्ठावान कांग्रेसी थे, वे सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे, वरिष्ठ कांग्रेसी प्रेमरतन जोशी पटू महाराज ने स्वर्गीय भवानी भाई को याद करते हुए उनके साथ अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा कि भवानी भाई एक जननायक व्यक्तित्व थे, वे सहज शांतचित एवं शालीन स्वाभाव के व्यक्ति थे, इस अवसर पर होलसेल भण्डार के पूर्व चेयरमेन सुरेन्द्र व्यास ने कहा कि स्वर्गीय भवानी भाई जिन्दादिल इंसान थे, सच्चे कांग्रेसी थे, उनके व्यक्तित्व का ही प्रभाव था कि वे अपनी लोकप्रियता के कारण बीकानेर के प्रथम निर्वाचित महापौर बने।
भवानी भाई के साथ बिताये हुए उनके पलो को याद करते हुए उनके चेलो की आंखभर आई उन्हे याद करते हुए उनके शिष्य राजेन्द्र कुमार आचार्य ने कहा कि बीकानेर शहर में लोगो को रोजगार प्रदान करने वाले वे पहले जननायक नेता थे, श्री आचार्य ने बताया कि भवानी भाई ने यूआईटी, शिक्षा विभाग एवं पंचायत राज विभाग में बीकानेर के सैंकडो लोगो को रोजगार प्रदान किया जिसका लाभ आज भी बीकानेर के अनेक परिवार ले रहे है। इस अवसर पर बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं सामाजिक संगठनो के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जिनमे प्रमुख रूप से गो सेवा समिति के मनू शर्मा, गणेश सेवग, ओम शर्मा, दीनबन्धु सेवासंग के निर्मल शर्मा, गिरीराज श्रीमाली, जयकिशन नाई, आचार्य बटालियन के अध्यक्ष आनन्द कुमार आचार्य, टीटू आचार्य, अशोक आचार्य, प्रिया आचार्य एवं राजलक्ष्मी आचार्य सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजुद थे।
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