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किसमीदेसर बचाओ संघर्ष समिति का अनिश्चित कालीन संघर्ष जारी, आज सातवें दिन भी बड़ी तादाद में महिलाएं और पुरुष रहे धरने पर

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बीकानेर। मेघवालों का मोहल्ला किसमीदेसर द्वारा दिया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना आज सातवें दिन भी जारी रहा……..
आज किशमीदेसर गांव जी अर्जुन राम मेघवाल केंद्रीय मंत्री का पुश्तैनी गांव है वहां के मेघवाल मोहल्ले के करीब 500 पुरुष व महिलाएं लगातार इस बात को लेकर धरना दे रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य जी की बात है इससे ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश है आज किमीदेशरदेशर बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष मोहनलाल मेघवाल ने कहा कि यदि हमारी समस्याएं दूर नहीं हुई तो हम अर्जुन राम मेघवाल तथा भाजपा सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे और कहा की आप सबको ज्ञात होगा कि किशमीदेशर गांव बरसाती पानी व बीकानेर शहर की शहर की शिविर लाइन का गंदा पानी गांव में जाने के कारण मेघवालों के घरों पांच पांच फुट पानी भर जाने के कारण पूरे घर गंदगी से भरे पड़े हैं दीवारें टूट गई है कई मकान भी टूट चुके हैं पिछले एक-दो दिन से धूप खिलने के कारण मकान फट रहे हैं वह पत्तियों में तेड आ रही है कई लोग गांव छोड़ने को मजबूर हो गए हैं कई बार प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है लेकिन प्रशासन के द्वारा अभी तक किसी तरह से भी उनकी मदद नही करने के कारण किशमीदेसर के ग्रामीण भयंकर आक्रोश में है तथा लगातार सातवें दिन धरने पर बैठे हैं संभागीय आयुक्त के आदेश पर कलेक्टर ने एक कमेटी भी बनाई है लेकिन आज तक कोई प्रोग्रेस नहीं आने के कारण ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश है और उन्होंने तय किया है कि जब तक हमारी पांच सूत्री मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हमारा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा
इसी क्रम में मोहल्ले के ही एडवोकेट लालचंद मेघवाल जिला अध्यक्ष डॉक्टर अंबेडकर अधिवक्ता संस्था राजस्थान बीकानेर
ने कहां की मोहल्ले की इस समस्या के लिए आज से लगभग 20 साल पूर्व ही मानव अधिकार आयोग के न्यायमूर्ति श्री ए एस गोदारा ने इस समस्या को निपटाने के लिए प्रशासन को विशेष आदेश दिए थे लेकिन प्रशासन द्वारा आज दिनाक तक उस आदेश की पालना नहीं की है मानव अधिकार आयोग ने अपने परिवार संख्या 05/08/1715
दिनाक 15 जून 2005
अनुसार मानव अधिकार मैं अपने आदेश में स्पष्ट कहा था कि जिला कलेक्टर बीकानेर आयुक्त नगर निगम बीकानेर को आदेश दिया था कि वह गंदे पानी के निकास के संबंध में सुनिश्चित करावे की उसके परिणाम स्वरुप पर्यावरण प्रदूषण होकर किसी भी नागरिक के लिए अस्वस्थकर स्थिति पैदा नहीं करें पर्यावरण में भी मनुष्य के जीने के अधिकार से मानव अधिकार से जुड़ा हुआ है यदि दलित वर्ग के लोगों की बस्ती के निकट अनियंत्रित गंदे पानी की निकासी कर अस्वस्थकर व खतरनाक स्थिति पैदा की जाती है तो यह प प्रथम दृष्टि प्रथमदृश्य मानव अधिकार हनन दृष्टांत हो सकता है अतः अपेक्षा की जाती है कि प्रशासन प्रयास कर इस समस्या का स्थाई निदान करें गंदगी का एक स्थान से दूसरे स्थान पर आमंत्रित करने से ऐसी समस्या का निदान नहीं माना जा सकता वस्तुतः गंदगी होने और गंदगी को बिना किसी नागरिक के उसे प्रदूषण य का शिकार हुए निकासी और उसका उपचार कानून अपेक्षित है आशा की जाती है कि प्रशासनिक सभी स्तरों पर करवाई सुनिश्चित कर इस समस्या का स्थाई निदान कर आदेश को शीघ्र सूचित करें…
……आगे इस धरने का मतलब प्रशासन के द्वारा जानबूझकर कुछ भूमाफियाओं राजनीतिक जनप्रतिनिधियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मानवाधिकार के फैसले की पालना आज तक नहीं की गई है इस कारण भी मोहल्ले वासियों में प्रशासन के खिलाफ व्यंजन प्रतिनिधियों के खिलाफ भयंकर आंखों से
रामलाल गर्ग
मेघवालों का मोहल्ला किश्मीदेसर ने कहां की इस मामले के संबंध में हमने एक रिट याचिका राजस्थान हाई कोर्ट जोधपुर में पेश की थी
याचिका नंबर 3843 / 2005
*है जिसमें न्यायमूर्ति विनीत *कोठारी ने दिनाक 14 नवंबर* 2007 को आदेश अपने आदेश में स्पष्ट कहा था की बीकानेर प्रशासन यह कहने की जरूरत नहीं है कि वह सुनिश्चित करना नगर परिषद और शहरी सुधार ट्रस्ट दोनों के सार्वजनिक अधिकारियों का कर्तव्य है कि इस इस क्षेत्र में ऐसा खुले नाले सीवरेज प्रणाली के कारण सार्वजनिक गर्मी को नुकसान ना पहुंचाएं याचिकाकर्ता ने इस क्षेत्र की कुछ तस्वीरें याचिका के साथ पेश की थी जिससे प्रथमदृष्टि यह संकेत देती है कि क्षेत्र में सीवरेज और गंदे पानी की निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है इसलिए इस रिट पिटीशन का निस्तारण प्रतिवादियों को बीकानेर के नगर पालिका क्षेत्र किस्मीदेसर स्थित मेघवालों का मोहल्ला क्षेत्र में सिवरेज और गंदे पानी के निपटने के उचित प्रणाली विकसित करने को के निर्देश के साथ किया जाता है कि इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई प्रशासन करें
हाई कोर्ट के इस तरह के आदेश के बाद भी आज लगभग 20 वर्ष होने के बाद भी प्रशासन की कुछ अधिकारी कुछ भूमध्याय उच्च प्रतिनिधियों की मिली भगत के कारण उसकी का की पालना भी आज दिनांक तक नहीं हुई है इसलिए भी क्षेत्र में प्रशासन रंजन प्रतिनिधियों के खिलाफ जनता में भयंकर आक्रोश है
आज सातवें दिन धरना स्थल पर समिति के अध्यक्ष मोहनलाल मेघवाल नंदकिशोर गहलोत पार्षद वार्ड नंबर एड.वीर बहादुर लेखला हजारीमल देवड़ा पूर्व पार्षद नरेन्द्र जनागल विक्रम जनागल मोती जनागल रामलाल गर्ग राजेश जनागल मांगीलाल गर्ग मोडाराम जनागल घनश्याम दावा रामदेव लंगा कोलासर रेवंतराम जनागल रविन्द्र मीणा राजन जनागल रामूराम पडिहार पुनमचन पटवारी सहित मौलिक से सैकड़ो की तादाद में महिलाएं वह पुरुष उपस्थित रहे

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