क्या है ADITI स्कीम जिसे सरकार ने किया लॉन्च? डिफेंस टेक्नोलॉजी में तैयार करेगी अभिमन्युओं की फौज
सरकार ने ADITI नाम की एक स्कीम शुरू की है। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजधानी में आयोजित DefConnect 2024 के दौरान इसका शुभारंभ किया। इस स्कीम का मकसद डिफेंस टेक्नोलॉजी में इनोवेशन और डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाने में मददगार साबित होगी।
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय (MoD) ने iDEX (ADITI) स्कीम लॉन्च की है। इस स्कीम के तहत 750 करोड़ रुपये के फंड का ऐलान हुआ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजधानी में DefConnect 2024 के दौरान इसका शुभारंभ किया है। इस स्कीम का मकसद डिफेंस टेक्नोलॉजी में इनोवेशन को बढ़ावा देना है। जिस तरह अभिमन्यु ने मां की कोख से ही चक्रव्यूह भेदने की कला सीख ली थी। ठीक वैसे ही इसके जरिये युवाओं को डिफेंस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रिसर्च, डेवलपमेंट और इनोवेशन के लिए दिल खोलकर मदद की जाएगी। उन्हें इस सेक्टर में फोकस स्टार्टअप बनाने के लिए ग्रांट मिलेगी।
25 करोड़ रुपये तक ग्रांट
यह स्कीम स्टार्ट-अप्स को डिफेंस टेक्नोलॉजी में रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए 25 करोड़ रुपये तक के ग्रांट के साथ सपोर्ट करती है। इसका उद्देश्य 2025-26 तक 30 डीप-टेक प्रौद्योगिकियों को विकसित करना है। इसके जरिये सशस्त्र बलों की जरूरतों और डिफेंस इनोवेशन इकोसिस्टम के बीच की खाई को पाटने की मंशा है।
युवा इनोवेटर्स को देना है सॉल्यूशन
ADITI के पहले एडिशन ने सशस्त्र बलों और रक्षा एजेंसियों में 17 चुनौतियों को पेश किया है। इसमें स्टार्ट-अप्स और उद्यमियों से इनोवेटिव सॉल्यूशन आमंत्रित किए गए हैं। यह स्कीम डिफेंस एक्सलेंस के लिए इनोवेशन (iDEX) पहल का विस्तार करती है। इसमें ‘iDEX प्राइम’ युवा इनोवेटर्स को 1.5 करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये तक की सहायता प्रदान करती है।
आत्मनिर्भरता है लक्ष्य
राजनाथ सिंह ने रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के सरकार के दृष्टिकोण पर जोर दिया है। साथ आयात पर निर्भरता कम करने और तकनीकी उन्नति हासिल करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। उन्होंने आयात की जाने वाली वस्तुओं की एक छोटी निगेटिव लिस्ट बनाने और आने वाले सालों में पूर्ण आत्मनिर्भरता की दिशा में काम करने का सुझाव दिया है।
इनोवेशन को बढ़ावा
ADITI, iDEX, iDEX Prime और अन्य पहलों का शुभारंभ रक्षा उत्पादन में इनोवेशन, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है। इन प्रयासों का मकसद भारत को डिफेंस टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में अगुवा बनाना है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को सुनिश्चित करता है। DefConnect 2024 में रक्षा इंडिया स्टार्ट-अप चैलेंज (DISC) के 11वें संस्करण का भी शुभारंभ हुआ। इसमें इनोवेटर्स को महत्वपूर्ण रक्षा चुनौतियों का समाधान करने और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान के लिए आमंत्रित किया गया।
कई क्षेत्रों में मौके
रक्षा स्टार्ट-अप्स में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए iDEX ने iDEX इन्वेस्टर्स हब (IIH) के तहत नए निवेशकों के साथ MoU की घोषणा की है। DefConnect 2024 के दौरान iDEX-डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन (DIO) की ओर से टेक्नोलॉजी शोकेस का आयोजन किया गया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, अंडरसी डिटेक्शन, मानव रहित हवाई वाहन, पहनने योग्य प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में नए स्टार्ट-अप्स को दिखाया गया।
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