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क्षमायाचना के साथ पूरा हुआ पर्यूषण: पर्वबारसा सूत्र वाचन कर रांगड़ी चौक मे पौषधशाला से बैदों के महावीर पहुंचे जैन मुनि, श्रावक श्राविकाऐं

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बीकानेर, 7 सितम्बर। आठ दिनों से चल रहा पर्वाधिराज पर्व पर्युषण सभी से क्षमायाचना के साथ सम्पुर्ण हुआ। पर्युषण के अष्ठम दिवस पर रांगड़ी चैक स्थित पौषधशाला में जैन ग्रंथानुसार बारसा सूत्र का वांचन किया गया।

आत्मानंद जैन सभा चातुर्मासिक समिति के सुरेन्द बद्धाणी ने बताया कि जैनाचार्य गच्छाधिपति नित्यानंद सुरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न जैन मुनि पुष्पेन्द्र म सा व प्रखर प्रवचनकार जैन मुनि श्रृतानंद म. सा. के सान्निध्य मे चल रहे चातुर्मास आयोजन मे आज जैन मुनियों ने सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं के लिये श्रीकल्प सूत्र व अष्टानिका के सार स्वरूप प्राकृत भाषा मे लिखे 1200 श्लोकों का ‘बारसा वांचन’ किया गया जिसमे पाश्र्वनाथ भगवान, नेमीनाथ भगवान, ऋषभदेव भगवान के चारित्र पर व्याख्या की गई व उपसर्गो के अनुसार विभिन्न दृष्टांतों से भाव स्वरूप में चित्रदर्शन करवाये गये।
मंदिर श्री पदम प्रभु ट्रष्ट के अजय बैद ने बताया कि आयोजन से पूर्व सूबह 8 बजे से ही पदमादेवी पूनमचंद नेमचंद बरड़ीया परिवार द्वारा बारासा बोराया तथा लोकेश सावनसुखा द्वारा मतीज्ञान व अवधि ज्ञानपूजा, ताराचंद खेमचंद डागा द्वारा श्रूतज्ञान पूजा, माणकचंद शांतिलाल सेठिया परिवार द्वारा मनःप्रवह ज्ञान पूजा, पुषादेवी सुरेन्द्र बद्धानी परिवार द्वारा केवल ज्ञान पूजा की गई। हुकुमचंद अशोक, महेन्द्र कुमार, निंरजन कुमार कोचर द्वारा चित्रदर्शन चढ़ावा किया।
प्रवचन क्रम के अंत में उपस्थित सभी श्रावक श्राविकाओं ने गुरू महाराज व परस्पर आपस में एक दुसरे से भी क्षमायाचना करते हुए खमत खामणा, मिच्छामि दुक्कड्ड़म किया। खमत खामणा के बाद सभी श्रावक श्राविकांओं ने चैत्य परिपाटी के लिए जैन मुनि पुष्पेन्द्र व श्रृतानंद म सा के सान्निध्य में नंगे पांव रांगड़ी चैक से बैदों के महावीर मंदिर पहुंचे वहां चैत्य दर्शन किया और सभी पुनः पदयात्रा के साथ पौषधशाला पहंुचे।
पर्युषण पर्व पर किया जाने वाले मास खमण, अट्ठई, वास उपवास, एकासना का भी अंतिम दिन रहा। दोपहर चार बजे संवत्सरी प्रतिक्रमण किया गया जिसमे श्रावकों द्वारा सामयिक की गई जिसका पारणा आज रविवार को किया जायेगा। संवत्सरी प्रतिक्रमण के मंगलमय समापन पर परस्पर एक दूसरे से क्षमायाचना की गई।
चातुर्मासिक समिति के पांच लाथार्थी परिवार शांति लाल सेठिया, शांतिलाल कोचर हनुजी, सुरेंद्र बद्धानी, शांति लाल भंसाली, विनोद देवी कोचर का जैन मुनियों के आदेश से मंदिर श्री पदम प्रभु ट्रस्ट के अध्यक्ष लीलम सिपाणी, अजय बैद, जीतेन्द्र बैद व अजय सेठिया द्वारा बहुमान किया ।
आज की संघ पूजा व प्रभावना रामरतन रामसिंह, कानसिंह कोचर, ओसवाल साॅप जयपुर, मोहनलाल नरपत सिंह, ऋषभ कुमार सेठिया, दौलतराम गोलछा द्वारा की गई। सायं की संघ पूजा मोहललाल नरतपत सिंह ऋषभ कुमार सेठिया और दौलतराम कमलादेवी गोलछा परिवार की ओर से की गई।

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