बीकानेर, 21 मई। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने शुक्रवार को पीएचइडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता तथा अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर पेजयल व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने आमजन को पेयजल की समस्या व प्राईवेट टैंकरों द्वारा अधिक भुगतान मांगने की शिकायत पर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस बार की नहरबंदी इंगानप के इतिहास की अब तक की सबसे लम्बी नहरबंदी है। पूर्व नहरबंदियों ने आरडी 243 व आरडी 750 इंगानप की पोंडिग से भी बीकानेर को नहरबंदी के दौरान अतिरिक्त जल मिल जाया करता था। बीकानेर में 1500-1500 एमएल क्षमता के दो जलाशय हैं, जिनमें कुल 3000 एमएलडी जल एकत्र किया जाता है, जो कि बीकानेर शहर की 17 दिनों की जलमांग हेतु जल संचित कर सकता है। एक दिन के अन्तराल से जलापूर्ति करने पर 27 दिनों तक जलापूर्ति हेतु पर्याप्त होता है तथा इंगानप की पोंडिंग से अतिरिक्त जल मिलने पर 30 से 32 दिनों की नहरबंदी में आमजन को लगभग मांग अनुरूप एक दिवस अन्तराल से पेयजल मिल जाता है। इस बार आरडी 243 पर नहर का कार्य होने से व आरडी 750 पर पोडिंग कर जल जोधपुर हेतु एक मात्रा निर्धारित रखने से समस्या बढ़ गई थी।
पीएचइडी के अधिकारियों ने बताया कि विभाग ने प्रशासन से बात कर प्राइवेट टैन्कर्स की दरें निर्धारित करवाई हैं। इनके अनुसार एक हजार लीटर पानी 5 कि.मी. की दूरी तक परिवहन के लिए दर 90 रुपये व 5 किमी से अधिक दूरी होने पर प्रति एक हजार लीटर के लिए 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। इससे अधिक राशि मांगने वाले टैन्कर्स का मोबाईल नम्बर कन्ट्रोल रूम नम्बर 0151-2226454 पर सूचित करने पर तत्काल उक्त टैकर पर जिला परिवहन अधिकारी के माध्यम से कार्यवाही की जाती है।
उन्होंने बताया कि आमजन को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने समस्याग्रस्त क्षेत्रों में निःशुल्क पेयजल परिवहन स्वीकृत किया हुआ है, आमजन को अतिअल्प पेयजल प्राप्त होने पर कन्ट्रोल रूम 0151-2226454, अधीक्षण अभियंता (मो.97845-94107), अतिरिक्त मुख्य अभियंता (मो.94141-37379), अधिशाषी अभियंता (मो. 94141-37051, 70146-47401 व 94145-02232) से सीधे बात की जा सकती है, जिससे उनकी समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा 20 मई को बीकानेर शहर में 25 टैंकरों से 78 ट्रिप द्वारा तेलीवाडा, लखोटियों का चौक, बारहगुवाड, रामपुरा बस्ती, सर्वोदय बस्ती, मुक्ताप्रसाद, सुभाषपुरा, इन्द्रा काॅलोनी, रानीसर बास, चैपडा बाडी, गंगाशहर, आचार्य चौक, जोशीवाडा, छींपा मोहल्ला, नत्थुसर बास आदि समस्याग्रस्त क्षेत्रों में निःशुल्क जलापूर्ति की गई।
बैठक में बताया गया कि पेयजल आपूर्ति के अन्तिम छोर पर जल प्राप्त ना होने की शिकायतों के मध्यनजर बूस्टर की समस्या मुख्य कारण है, अतः बिजली विभाग से वार्ता कर जहां-जहां जब-जब पेयजल आपूर्ति हो उस वक्त बिजली कटवाने की व्यवस्था की गई है। इससे अन्तिम छोर के उपभोक्ताओं हेतु आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है।
आरडी 750 की पोडिंग पर जोधपुर जोन के निर्धारित संचित जल के अतिरिक्त उपलब्ध जल में से गजनेर लिफ्ट की सिल (एसआइएलएल) से ऊपर उपलब्ध जल को जोधपुर जन स्वा अभि विभाग से सहमति तथा इंगानप की रेग्यूलेशन विंग से वार्ता के पश्चात् मुख्य सचिव जल संसाधन विभाग से अनुमति प्राप्त कर 700 एमएल जल प्राप्त कर लिया गया है। इससे पेयजल आपूर्ति की अतिरिक्त कटौती करनी पड रही थी, वह अब नहीं करनी पडेगी।
इस संबंध में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ. कल्ला ने निर्देश दिए कि जहां-जहां आवश्यक हो तत्काल टैन्कर्स भेजें। अन्तिम छोर पर जहां-जहां पेयजल नहीं पहुच रहा है वहां आवश्यकता के अनुसार विद्युत कटवाना सुनिश्चित करें, कन्ट्रोल रूप पर जिम्मेदार, संवेदनशील, आमजन की समस्याओं को समझने व निराकरण करने वाले अधिकारियों को राउण्ड द क्लाॅक रखें। साथ ही इंन्दिरा गांधी मुख्य नहर की पोडिंग से प्राप्त अतिरिक्त जल का आमजन को समानुपातिक रूप से लाभ देना सुनिश्चित करें।
डाॅ. कल्ला ने आमजन से भी आग्रह किया है कि इस मुश्किल समय में विभाग सभी तक स्वच्छ और समुचित पेयजल पहुचाने के लिए कृतसंकल्प है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति पेयजल का मितव्ययता से उपयोग करें। दो बटन वाले फ्लश का उपयोग आवश्यकता अनुरूप करें। जल व्यर्थ ना बहावें। कही भी लीकेज, चोरी, ओवरफ्लो दिखे, तो तत्काल कन्ट्रोल रूम को सूचित करें। लाॅन, पार्क, फव्वारें, गाड़ी धोने में पेयजल का उपयोग ना करें व कहीं भी टैकर्स अतिरिक्त राशि ले रहे हांे, तो उनकी तत्काल शिकायत कन्ट्रोल रूम 0151-2226454 पर करें। उन्होंने सभी से 2 जून तक सहयोग की अपील भी की है।
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