जाकिर नाइक का फैन है गोरखनाथ में हमला करने वाला:मुर्तजा के लैपटॉप में थे वीडियो, मजहबी किताब में मिला मंदिर का नक्शा; नेपाल-मुंबई के लोगों से चैट करता था
REPORT BY SAHIL PATHAN
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर हमला करने वाले मुर्तजा के पास से सुरक्षा एजेंसियों को कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं। सूत्रों का दावा है कि आरोपी के बैग से मिली अरबी भाषा की मजहबी किताब में गोरखनाथ मंदिर का नक्शा था। साथ ही उसके लैपटॉप से कट्टरपंथी जाकिर नाइक के कई वीडियो मिले हैं। मुर्तजा मुंबई और नेपाल के कई संदिग्ध लोगों से चैटिंग करता था। उसके नेपाल-मुंबई कनेक्शन को खंगालने के लिए ATS रवाना हो गई है।सोमवार को ATS और STF की संयुक्त टीम महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जिले में भी गई। बांसी से दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है। हिरासत में लिए गए दोनों युवकों ने ही रविवार की शाम मुर्तजा को बाइक से गोरखनाथ मंदिर पहुंचाया था। उधर, आरोपी मुर्तजा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हालांकि पुलिस ने उसे 7 दिनों की रिमांड पर लिया है। उसका मेडिकल कराया गया है। जल्द ही उसे पुलिस घटनास्थल ले जा सकती है।
मरने और मारने पर उतारू था मुर्तजा
ATS का मानना है कि मुर्तजा को किसी आतंकी संगठन ने मोहरा बनाया है। किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए ये रिहर्सल किया गया है। घटना के वक्त मुर्तजा जिस तरह हथियार लिए सड़क से लेकर मंदिर परिसर में दौड़ रहा था, उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर उसके पास फायर करने का कोई हथियार या बम होता तो वह क्या कर सकता था। घटना के वक्त उसके मुंह से निकला हुआ नारा ”अल्लाह हू अकबर…मैं चाहता हूं, तुम लोग मुझे गोली मार दो” का मतलब साफ है कि वह मरने और मारने पर पूरी तरह उतारू था।
खौफ पैदा करने के लिए की गई घटना
ATS सूत्रों का कहना है कि यह संभव है कि मुर्तजा कुछ हद तक दिमागी रूप से बीमार हो। ऐसे में यह भी आशंका है कि उसकी काबिलियत और इसी बीमारी का फायदा उठाकर उसे मोहरा बनाया गया हो। योजना थी कि इसके बाद इस मामले को तूल देकर शहर को मंदिर के नाम पर हिंदू- मुस्लिम दंगे की आग में झोंका जा सके।
टीम का मानना है कि मुर्तजा कुछ संदिग्धों के संपर्क में था। उन्होंने उसे इस काम की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि मुर्तजा नेपाल से अकेला नहीं आया था, बल्कि उसे दो युवक बाइक से लेकर यहां पहुंचे थे। वे घटना के वक्त उसे छोड़कर फरार हो गए।
10 मार्च को लैपटॉप खरीदा था
जांच एजेंसियों के मुताबिक, मुर्तजा ने अपने पिता को कुछ दिन पहले बताया था कि उसका पुराना लैपटॉप खराब हो गया है। ऐसे में उसे नया लैपटॉप लेना है। पिता ने उसे लैपटॉप खरीदने के लिए एक लाख रुपए दिए थे। जिसके बाद बीते 10 मार्च को उसने ऑनलाइन 96 हजार रुपए में एपल का लैपटॉप खरीदा था। इसी लैपटॉप में मिले संदिग्ध दस्तावेजों के आधार पर टीम उसकी जांच कर रही है। पुराने लैपटॉप को भी कब्जे में लेकर उसका डेटा रिकवर किया जा रहा है।
योगी ने अफसरों से पूछा- आतंकी को पकड़ने में इतनी देर क्यों लगी?
आज CM योगी ने गोरखपुर पहुंचकर घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की है। साथ ही घटनास्थल का भी जायजा लिया। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने का निर्देश दिया है। साथ ही घायल पुलिसकर्मियों को 5-5 लाख का चेक सौंपा है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में घायल जवानों से मिलने के बाद गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के जिम्मेदारों की जमकर क्लास लगाई। योगी ने अफसरों से पूछा कि एक व्यक्ति सड़क से लेकर मंदिर परिसर तक 15 मिनट तक तांडव करता रहा, पब्लिक उसका वीडियो बनाती रही, लेकिन उसे पकड़ने में इतनी देर क्यों लगी? वह पकड़ा भी गया तो चंद बहादुर पुलिसकर्मियों की सूझबूझ से। उन्होंने कहा कि शुक्र है कि उसके पास कोई घातक हथियार नहीं थे।
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