जोधपुर गैंगरैप के वो खौफनाक 4 घंटे:आरोपियों ने लड़की के फोन में नंबर सेव कराया; सुबह तक बदहवास पड़ा रहा नाबालिग कपल
जहां रेप हुआ वहां से उदयमंदिर पुलिस चौकी 100 मीटर की दूरी पर है।
जोधपुर में अजमेर के ब्यावर से प्रेमी के साथ भागकर जोधपुर आई नाबालिग लड़की से जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैंपस में रेप हुआ। पावटा रेल लाइन से होते हुए 3 दरिंदे कैंपस की टूटी दीवार से घुसकर दोनों को हॉकी मैदान ले गए। दरिंदों ने प्रेमी के सामने ही नाबालिग लड़की से दरिंदगी की।
16 जुलाई को सुबह 5 बजे तक लड़की से दरिंदों ने कैंपस में ही गैंगरेप किया। इस झकझोरने वाली घटना के कई लूपहोल रहे, जो सीधे-सीधे कानून व्यवस्था पर कड़े सवाल उठाते हैं।
उदयमंदिर पुलिस चौकी के पास हुआ गैंगरेप
नाबालिग जोड़े को पावटा रेल लाइन के सहारे ओल्ड कैंपस ले जाया गया। इसी ओल्ड कैंपस में जहां रेप हुआ, वहां से उदयमंदिर ओल्ड कैंपस चौकी की दूरी महज 100 मीटर दूर है। इससे पता चलता है कि दरिंदों के हौसले कितने बुलंद हैं। उदयमंदिर थाना पुलिस एक्टिव होती। आस-पास हो रही हलचल पर, आने जाने वालों पर नजर रखती, सुनसान इलाकों पर नजर होती तो यह घटना नहीं घटती।
उदयमंदिर चौकी जेएनवीयू के ओल्ड कैंपस में ही है। घटनास्थल यहां से महज 100 मीटर की दूरी पर था।
ब्यावर (अजमेर) थाने में 15 जुलाई की रात गुमशुदगी दर्ज
सबसे बड़ा सवाल पुलिस पर ये है कि लड़की की गुमशुदगी उसके परिवार ने ब्यावर थाने में शनिवार रात 9 बजे लिखा दी थी। शिकायत में साफ लिखा कि 15 जुलाई की शाम 5 बजे से 16 साल की बेटी लापता है। घर से बिना बताए चली गई है।
उसने जींस-टॉप पहना है। आस-पास तलाश किया, रिश्तेदारों से पूछा, कोई जानकारी नहीं है। ऐसी सूचना मिली है कि वह अपने दोस्त के साथ गई है। परिजनों ने शिकायत में उस दोस्त का नाम भी लिखा, जिसके साथ लड़की गई और जिसके सामने गैंगरेप हुआ।
परिजनों ने कहा कि लड़की का मोबाइल बंद आ रहा है। पुलिस जल्दी लड़की को तलाश करे, लेकिन ब्यावर पुलिस निश्चिंत रही। यही लड़की अगर किसी पुलिस अधिकारी या जनप्रतिनिधि की होती तो सभी जिलों को अलर्ट कर दिया जाता। ब्यावर से जोड़ने वाली सभी रेल और बस स्टेशनों पर खंगाला जाता तो वायरलैस किए जाते, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और शिकायत दर्ज कराने 5-6 घंटे के बाद लड़की के साथ गैंगरेप हो गया।
छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मी, छात्र एक्टिव लेकिन पुलिस नहीं
जोधपुर में छात्रसंघ चुनाव का जोर है। स्टूडेंट प्रचार अभियानों में एक्टिव हैं। देर रात तक कॉलेज स्टूडेंट सड़कों पर घूमते हैं। बाइकों पर, जीपों में, कारों में इधर से उधर दौड़ लगाते हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के पास आधी रात तक जमावड़ा लगाकर बैठे रहते हैं।
ये तीन दरिंदे भी रात 12 बजे राईकाबाग स्थित अपने किराए के रूम से चहलकदमी करने पावटा चौराहे की तरफ निकले थे। वे समझ गए थे कि नाबालिग प्रेमी जोड़ा घर से भागा हुआ है, इसलिए उन्हें झांसा दिया और साथ ले गए।
इसी जगह शनिवार देर रात नाबालिग प्रेमी जोड़ा भटक रहा था। तस्वीर पावटा चौराहा इलाके की है।
अब पढ़िए उन खौफनाक 4 घंटों की पूरी कहानी
अजमेर के ब्यावर शहर से भागकर आया नाबालिग प्रेमी जोड़ा रात 10 बजे जोधपुर के पावटा स्थित रोडवेज बस स्टैंड पर उतरा। लड़का अहमदाबाद अपने रिश्तेदार के पास जाना चाहता था, एक रात का ठिकाना जोधपुर शहर में वह तलाश कर रहा था। घर से भाग कर आए थे, इसलिए कोई पहचान पत्र (आईडी) नहीं थी।
दोनों रोडवेज बस स्टैंड से बाहर निकले और आसपास होटलों व गेस्ट हाउस में अपना ठिकाना तलाशने लगे। बस स्टैंड के पीछे 300 मीटर की दूरी पर ही उन्हें कृष्णा गेस्ट हाउस नजर आया। वहां रात गुजारने के लिए केयर टेकर सुरेश जाट से कमरा किराए पर देने की मांग की।
पुख्ता आईडी नहीं थी तो सुरेश ने उन्हें कमरा नहीं दिया। इतना ही नहीं उन्हें डांट डपट कर भगा दिया। आरोप है कि सुरेश ने लड़की से छेड़छाड़ भी की।
पावटा चौराहा स्थित इस गेस्ट हाउस में कमरा लेने के लिए प्रेमी जोड़ा गया, लेकिन उन्हें भगा दिया गया। केयर टेकर सुरेश को गिरफ्तार किया गया है।
वहां से हताश प्रेमी जोड़ा रात करीब 12 बजे प्रेमी जोड़ा सैटेलाइट हॉस्पिटल के बाहर बैठ गया। यहां पर बैठकर आगे के सफर को लेकर वे बात कर रहे थे। इधर जैसे-जैसे रात बढ़ती जा रही थी, उन्हें इस बात की टेंशन हो रही थी कि यहां रात को रुकने का ठिकाना मिलेगा या नहीं।
वे इसी उधेड़बुन में थे कि 3 छात्र, जिनमें दो जेएनवीयू के स्टूडेंट थे और एक अजमेर से बीएड कर रहा था, वहां पहुंचे। बाड़मेर के उंडू का रहने वाला समंदर सिंह, भट्टम सिंह और ओसियां (जोधपुर) निवासी धर्मपाल सिंह की नजर प्रेमी जोड़े पर पड़ी।
तीनों ने उनसे जानकारी ली तो सारा वाकया समझ आ गया। उनकी नीयत खराब हुई और उन्होंने प्रेमी जोड़े को मदद का भरोसा दिया।
दरिंदे जानते थे कि भागे हुए हैं, पुलिस के पास नहीं जाएंगे
दोनों को विश्वास में लेकर सारी जानकारी ली तो आरोपियों को पता चला कि दोनों घर से भागकर आए हैं, इसलिए पुलिस के पास नहीं जाएंगे। इसी का फायदा उन्होंने उठाया। उन्होंने पावटा चौराहे पर नाबालिग जोड़े के साथ 1 घंटा बिताया। प्रेमी युगल को पानी पिलाया, नाश्ता करवाया।
तब तक रात के 1.30 बज चुके था। बदमाश मन ही मन साजिश रच चुके थे। एक आरोपी ने नाबालिग लड़के को अपना नंबर दिया और फोन में सेव करने को कहा। यह नंबर भी गलत था। उन्हें विश्वास में लेकर उनके रहने की व्यवस्था करने का भरोसा देते हुए कहा कि मेन रोड से जाओगे तो पुलिस पकड़ लेगी। आगे पुलिस नाका है। कच्चे रास्ते से चलना होगा।
राईकाबाग इलाके की मुख्य सड़क से नीचे उतरकर वे रेलवे पटरी के सहारे दोनों को यूनिवर्सिटी की टूटी दीवार से ओल्ड कैंपस के हॉकी मैदान ले आए। नाबालिग जोड़ा नहीं जानता कि वे किस रास्ते से कहां जा रहे हैं।
ये वो तीन दरिंदे समंदर, भट्टम और धर्मपाल हैं। पुलिस के मुताबिक इनके हाथ-पैर पहाड़ी से गिरने के दौरान टूटे हैं।
रात के ढाई बज गए थे। आरोपियों ने ओल्ड कैंपस में दीवार के सहारे झाड़ियों में नाबालिग लड़के को दबोच लिया। उसके हाथ पकड़े और मुंह दबा लिया। इसके बाद लड़की से जबरदस्ती करने लगे। लड़की चिल्लाई तो पिटाई कर दी। इसके बाद सुबह 5 बजे तक तीनों ने लड़की से गैंगरेप किया।
सुबह करीब 5 बजे लोग मॉर्निंग वॉक करने लोग पहुंचे तो पीड़िता और उसके साथी बदहवास हालत में मिले। उन्होंने पूछा तो लड़के ने सारी कहानी सुना दी। तीनों दरिंदे फरार हो चुके थे। लोगों ने 100 मीटर की दूरी पर उदयमंदिर चौकी पर सूचना दी।
जेएनवीयू के ओल्ड कैंपस स्थित हॉकी मैदान में मॉर्निंग वॉक पर आने वाले लोगों ने बदहवास हालत में लड़की और लड़के को देखा और उदयमंदिर चौकी पर सूचना दी।
एयरप्लेन मोड पर था लड़की का फोन
नाबालिग पीड़िता का फोन एयरप्लेन मोड पर था, जबकि लड़के ने लोकेशन ट्रेस होने के डर से फोन को स्विच ऑफ कर रखा था। इसलिए वे इंटरनेट से भी चेक नहीं कर पाए कि अहमदाबाद के लिए ट्रेन या बस कहां से कितने बजे मिलेगी।
एक आरोपी ने अपना नंबर सेव करवाया था, लेकिन एरोप्लेन मोड पर होने के कारण प्रेमी जोड़ा नंबर चेक नहीं कर पाया कि वह सही है या नहीं।
यूनिवर्सिटी की दीवार में सुराख
घटनास्थल परिसर के पास में रेलवे लाइन के किनारे यूनिवर्सिटी की दीवार में सुराख है। यूनिवर्सिटी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। दूसरी ओर रेल लाइन है। अराजक तत्व इसी रास्ते से कैंपस में घुसकर अवैध गतिविधियां करते हैं।
यूनिवर्सिटी कैंपस की टूटी दीवार। पीछे पावटा रेल लाइन नजर आ रही है। दीवार के सहारे इसी जगह आरोपियों ने गैंगरेप किया।
सुरक्षा दीवारों में सुराख होने के बावजूद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन आंखें बंद कर बैठा रहा। फिलहाल, यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई के नाम पर आरोपी समंदर सिंह और धर्मपाल सिंह को यूनिवर्सिटी से निकाल दिया है। उनका एडमिशन निरस्त कर दिया है।
उधर, पुलिस 4 घंटे में आरोपियों को दबोचने का गुणगान कर रही है। यही त्वरित कार्रवाई अपराध होने से पहले की जाती तो घटना टल सकती थी।
डीजीपी और मुख्य सचिव की जोधपुर में मौजूदगी
यह घटना रविवार की सुबह जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैंपस में हुई। इस घटना से ठीक 12 घंटे पहले यानी शनिवार को ही डीजीपी उमेश मिश्रा और मुख्य सचिव उषा शर्मा जोधपुर में थे और पुलिस व प्रशासन कानून व्यवस्था संभालने की लंबी-चौड़ी हिदायतें दी गईं।
कानून व्यवस्था पर समीक्षा के लिए डीजीपी उमेश मिश्रा जोधपुर आए थे। उन्होंने शनिवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक लेकर कानून व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए थे।
यह बैठक शनिवार की शाम घटनास्थल से 500 मीटर दूर पुलिस लाइन स्थित सरदार पटेल पुलिस सभागार में हुई थी। बैठक के 12 घंटे बाद ही गैंगरेप हो गया। इस बैठक में राज्य से लेकर संभाग और जिले में लॉ एंड ऑर्डर संभालने वाले सारे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
उच्च अधिकारियों के दौरे के दिन भी कानून व्यवस्था इतनी लचर रही कि जोधपुर में शनिवार रात 10 बजे से रात 2 बजे तक नाबालिग जोड़ा बस स्टैंड पर घूमा। जिला हॉस्पिटल के पास सड़क पर घूमा। गेस्ट हाउस तलाश करता रहा। पावटा चौराहे पर बैठा रहा। और, यूनिवर्सिटी के कैंपस तक पहुंच गया।
उन पर कृष्णा गेस्ट हाउस के कर्मचारी सुरेश की नजर पड़ी। सुरेश ने लड़की से छेड़छाड़ की। वहां से निकल कर पावटा चौराहे आए तो राईकाबाग में रहने वाले दरिंदे छात्रों की उन पर नजर पड़ी, लेकिन पुलिस की किसी पीसीआर, गश्ती दल, कॉन्स्टेबल किसी की नजर लड़के लड़की पर नहीं पड़ी। इससे जाहिर होता है कि डीजीपी की बैठक को पुलिस ने कितनी गंभीरता से लिया।
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