जोधपुर में 1500 यजमान ने किया अक्षरधाम मंदिर का स्तंभ-पूजन:निर्माण में पहली बार जोधपुरी पत्थर का इस्तेमाल; 65 फीसदी काम पूरा
जोधपुर
पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने संतों के साथ पूजन किया।
जोधपुर के कालीबेरी में बन रहे अक्षरधाम मंदिर का 65 फीसदी काम पूरा हो गया है। रविवार को निर्माणाधीन मंदिर के प्रथम तल पर रविवार को स्तंभों को स्थापित किया गया। इस दौरान 1500 यजमान ने एक साथ पूजा की।
बड़ी बात यह है कि यह देश का पहला ऐसा अक्षरधाम मंदिर है जिसमें जोधपुरी पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है। देशभर में करीब 150 अक्षरधाम मंदिर हैं। सभी मंदिरों में बंशी पहाड़पुर और मकराना के मार्बल का उपयोग हुआ है। जोधपुर के कालीबेरी में पहला ऐसा मंदिर बन रहा है जिसमें केवल जोधपुर का पत्थर ही काम लिया जा रहा है।
कार्यक्रम में साधु संतों के साथ जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।
मंदिर में स्तंभ स्थापन समारोह स्वामी नारायण मंदिर की परंपराओं के अनुसार किया गया।
देशभर से जुड़े श्रद्धालु
रविवार को स्तंभ स्थापना कार्यक्रम में देशभर से मंदिर संस्था से जुड़े श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। मंदिर में लगने वाले स्तंभों का पूजन स्कूली बच्चों ने किया। पूजन के लिए 500 से अधिक बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया गया था। यहां तिलक करते हुए बच्चों की फोटो भी खिंची गई।
स्तंभ का वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ पूजन किया गया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने स्वामीनारायण भगवान के जयकारे भी लगाए। मंदिर में कुल 251 स्तंभ लगने हैं। इनमें 125 स्तंभ प्रथम तल पर लगाए जा चुके हैं। द्वितीय तल पर भी इतने ही स्तंभ लगेंगे।
मंदिर का निर्माण सनातन शिल्प परंपरा के तहत नागर शैली में किया जा रहा है। इन पिलर को सिरोही घाट शैली में बनाया गया है। स्वामी नारायण संस्था निर्माण कार्य करा रही है।
अलग अलग स्तंभ पर यजमानों ने मंत्र उच्चारण के साथ पूजन किया।
तिकल पूजन में 500 स्कूली छात्राओं ने हिस्सा लिया।
मंदिर के पास चलेंगे जागरूकता कार्यक्रम
मंदिर के द्वारा आसपास के क्षेत्रों में नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करने, बाल कल्याण आदि के लिए भी जागरूकता शिविर चलाए जाएंगे। मंदिर के योगी प्रेम स्वामी महाराज ने बताया कि आज के समय में युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आकर भटकाव की राह पर है उन्हें रोकने के लिए भी मंदिर में समय-समय पर कार्यक्रम होंगे और उन्हें जागरूक किया जाएगा।
प्रथम तल के स्तंभ का विधिवत रूप से पूजन किया गया।
स्तंभ का विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया और आरती उतारी गई।
मंदिर निर्माण के कार्य में आएगी तेजी
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सवा साल में की जाएगी। पिलर स्थापित होने से मंदिर निर्माण के कार्यों में तेजी आएगी। यहां पर गोयलों की ढाणी, मणाई, माणकलाव, बिंजवाडिया, बालरवा, मथानिया, तिंवरी, मंडोर, सरस्वती नगर, सारण नगर से श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
जोधपुरी पत्थर से बन रहे इस मंदिर का 65 प्रतिशत तक बन चुका है। वहीं मंदिर के अतिरिक्त यहां 3 हजार लोगों के बैठने का सभा मंडप, भोजनशाला आदि बनाई गई है। वहीं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी रुकने के लिए आधुनिक सुविधायुक्त कमरे बनाए गए हैं।
स्तंभ पूजन में 1500 यजमान शामिल हुए। देशभर से ये श्रद्धालु जोधपुर पहुंचे।
कार्यक्रम में एक साथ 1500 यजमानों ने पूजन किया।
कार्यक्रम में 500 बच्चों ने स्तंभ का तिलक लगाकर पूजन किया।
बड़ी संख्या में जोधपुर और आस पास की जगहों से श्रद्धालु शामिल हुए।
मंदिर के इस कार्यक्रम में यजमानों ने सपरिवार हिस्सा लिया।
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