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दो दिन गुजरात चुनाव प्रचार पर गहलोत, ​​​​​​​रोड शो करेंगे​​​​​​​:राजस्थान के बेरोजगार जताएंगे विरोध, उपेन बोले- राजस्थान में मुकदमे लगाए, तब गुजरात आए

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दो दिन गुजरात चुनाव प्रचार पर गहलोत, ​​​​​​​रोड शो करेंगे​​​​​​​:राजस्थान के बेरोजगार जताएंगे विरोध, उपेन बोले- राजस्थान में मुकदमे लगाए, तब गुजरात आए

CM अशोक गहलोत आज 2 दिन के लिए गुजरात में कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार पर जा रहे हैं। लेकिन गुजरात में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने उनका विरोध जताने का फैसला लिया है। उपेन यादव ने कहा- गहलोत सरकार ने राजस्थान में गांधीवादी धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी। जिसके कारण हमें गुजरात जाना पड़ा। कांग्रेस सरकार की पहले बजट की घोषणाएं आज भी अधूरी हैं। लखनऊ समझौते और मंत्रियों के लिखित समझौते की मांगें भी पूरी नहीं हुईं। उलटे वादा याद दिलाने के लिए आंदोलन किया, तो मुकदमा दर्ज कर हमें जेल में डाल दिया। इसलिए गुजरात आना पड़ा है। अब ये लड़ाई हम अंतिम सांस तक लड़ेंगे। गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए आने पर सीएम गहलोत और कांग्रेस नेताओं का विरोध होगा। उपेन यादव समेत राजस्थान के ये बेरोजगार युवा गुजरात में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे हैं। राजस्थान की गहलोत सरकार की वादाखिलाफी और बेरोजगार युवाओं के रोजगार, भत्तों की मांगों पर आंदोलन कर कांग्रेस को पॉलिटिकली नुकसान पहुंचा रहे हैं।

राजस्थान में एक साल में करीब 65 से 70 लाख अभ्यर्थी अलग-अलग नौकरियों के लिए प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में बैठते हैं। गैर-सरकारी संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान में बेरोजगारी सबसे ज्यादा है। आबादी के लिहाज से यह राज्य देश में सातवें नंबर पर है। राजस्थान में हर दूसरा ग्रेजुएट बेरोजगार है। इनकी संख्या 20.67 लाख है। जो देश भर में सबसे ज्यादा है। कुल बेरोजगारों की संख्या भी यहां 65 लाख है। जो सबसे ज्यादा है। देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों की तुलना में यह डेढ़ से तीन गुना तक ज्यादा है। इसके अलावा बिहार, झारखंड और हरियाणा में पढ़े-लिखे लोगों में बेरोजगारी दर ज्यादा है। तीनों राज्यों में हर तीन में से एक ग्रेजुएट बेरोजगार है। गुजरात में 13 ग्रेजुएट में एक बेरोजगार है।

गहलोत गुजारत में चुनाव प्रचार के बाद कल शाम उदयपुर से जाएंगे दिल्ली

सीएम अशोक गहलोत कुछ ही देर में स्पेशल प्लेन से अहमदाबाद पहुंचेंगे। दोपहर पौने 4 बजे हेलीकॉप्टर से पाटन के राधनपुर पहुंचकर जनसभा को संबोधित करेंगे। शाम पौने 6 बजे अहमदाबाद लौटकर वहीं नाइट स्टे करेंगे। 18 अक्टूबर को गहलोत सुबह 10 से 12 बजे तक अहमदाबाद में स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। दोपह 12.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। दोपहर 2.30 बजे बनासगांठा के थारड़ पहुंचकर रोड शो और जनसभा करेंगे। शाम 5.30 बजे गहलोत हेलीकॉप्टर से उदयपुर पहुंचेंगे। फिर शाम 6 बजे उदयपुर से स्पेशल प्लेन से दिल्ली निकल जाएंगे। शाम 7 बजे गहलोत का दिल्ली पहुंचने का प्रोग्राम है। दिल्ली में गहलोत का कांग्रेस के सीनियर नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम प्रस्तावित है। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद 19 अक्टूबर को काउंटिंग होनी है।

उपेन यादव ने ट्वीट कर लिखा अंतिम जंग की तैयारी। सीएम गहलोत को संदेश भी दिया।

उपेन यादव ने ट्वीट कर लिखा अंतिम जंग की तैयारी। सीएम गहलोत को संदेश भी दिया।

गुजरात में कांग्रेस के सीनियर नेताओं,मंत्रियों का विरोध जताएंगे बेरोजगार

उपेन यादव के नेतृत्व में राजस्थान के बेरोजगार 2 अक्टूबर से ही गुजरात में डेरा डाले हुए हैं। बेरोजगारों ने गुजरात दौरे पर मुख्यमंत्री के घेराव की घोषणा की है। उपेन यादव ने कहा है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक विरोध औंर गहलोत सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के बेरोजगार युवा गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए आने वाले कांग्रेस के सीनियर नेताओं, राजस्थान के मंत्रियों का भी विरोध जताएंगे। पिछले 15 दिन से ये युवा बेरोजगार सड़कों, मंदिरों और सार्वजनिक जगहों पर रात गुजार रहे हैं। आरोप है कि गहलोत सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। लेकिन बेरोजगारों को नजरअंदाज करना कांग्रेस को विधानसभा और आगामी लोकसभा चुनाव दोनों में भारी पड़ेगा।

उपेन यादव, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ।

उपेन यादव, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ।

राजस्थान में बेरोजगारों पर मुकदमे, धरना-प्रदर्शन पर रोक, इसलिए गुजरात जाना पड़ा

”युवा बेरोजगारों पर मुकदमे दर्ज कर गहलोत सरकार ने राजस्थान में गांधीवादी धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी। जिसके कारण हमें गुजरात जाना पड़ा। क्योंकि सरकार की पहले बजट की घोषणाएं आज भी अधूरी हैं। लखनऊ समझौते और मंत्रियों के लिखित समझौते की मांगें आज तक पूरी नहीं हुई हैं। जब भी सरकार को हमनें वादा याद दिलाया, तो हमें मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल दिया गया। अब ये लड़ाई अंतिम सांस तक हम लड़ेंगे। जब तक सरकार मांगें नहीं मान लेती आंदोलन जारी रहेगा। गुजरात में सीएम गहलोत और कांग्रेस नेताओं का विरोध होगा। ” – उपेन यादव, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ।

बड़ी संख्या में बेरोजगार राजस्थान में हैं। करीब 65 से 70 लाख अभ्यर्थी नौकरियों की आस में एक साल में अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं।

बड़ी संख्या में बेरोजगार राजस्थान में हैं। करीब 65 से 70 लाख अभ्यर्थी नौकरियों की आस में एक साल में अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं।

राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की मांगें

-कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती में 40 प्रतिशत मार्क्स की बाउंडेशन हटाकर सभी वैकेंट पदों को भरा जाए।

-ग्राम पंचायत ई-मित्र संचालक संघ से जुड़े ई-मित्र ऑपरेटर कैंडिडेट्स की मांगें पूरी हों।

-बजट घोषणा के मुताबिक 2100 प्लस 544 पदों पर पंचायती राज जेईएन भर्ती निकालें।

-आईटीआई कॉलेजों में 1500 पदों पर जूनियर इंस्ट्रक्टर भर्ती की विज्ञप्ति जल्द निकाली जाए।

– टीचर भर्ती में विशेष शिक्षकों की ज्यादा से ज्यादा पोस्ट क्रिएट की जाए।

– प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए टाइम बाउंड ई-भर्तियां निकाली जाएं।

-2018 के जन घोषणा पत्र में बेरोजगारों से किए गए सभी वादें पूरे किए जाएं।

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