नई दिल्ली। हिंदुओं के सबसे बड़े धर्म गुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का निधन हो गया है. 99 साल की उम्र में शंकराचार्य का निधन हुआ है. जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती दो मठों (द्वारका एवं ज्योतिर्मठ) के शंकराचार्य थे. परमहंसी गंगा आश्रम झोतेश्वर जिला नरसिंहपुर में ली आज दोपहर 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. आजादी की लड़ाई में भाग लेकर शंकराचार्य जेल गए थे. राम मंदिर निर्माण के लिए भी उन्होंने लंबी कानून लड़ाई लड़ी थी. हाल ही में तीजा के दिन स्वामी जी का 99वें जन्मदिन मनाया गया था.* हरियाली तीज के दिन उनका जन्मदिन मनाया जाता है. कुछ ही दिन पहले उनका जन्मदिन बीता है. कांग्रेस के तमान नेताओं ने उनके जन्मदिन पर बधाई दी थी. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि हमारे पूज्य गुरुदेव सनातन धर्म के ध्वजवाहक, अनन्त श्री विभूषित जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के प्राकट्य दिवस पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं. हम सबके प्रेरणा स्रोत महाराजश्री स्वस्थ्य रहें व दीर्घायु हों यही माता राज राजेश्वरी से प्रार्थना है।

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