नाबालिग ने रूकवाई खुद की शादी:हेल्पलाइन पर फोन कर बोली- मैं पढ़ना चाहती हूं, घर पहुंचे अधिकारियों ने रूकवाया बाल विवाह
जिले के बांदीकुई क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी ने अपना बाल विवाह रूकवाने के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन पर मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर नाबालिग की शादी रूकवाई तथा किशोरी के बालिग होने तक शादी नहीं करने के लिए परिजनों को पाबंद किया। नाबालिग ने पढाई करने की बात करते हुए शादी रूकवाने की गुहार लगाई थी।दरअसल 15 मई को बाल कल्याण समिति दौसा में चाइल्ड लाइन द्वारा बांदीकुई क्षेत्र के एक गांव की 11वी क्लास में पढ़ने वाली 16 साल की किशोरी ने उसके नाबालिग जानकारी देते हुए बाल विवाह रूकवाने की गुहार लगाई थी। उसने बताया था कि मेरे परिवार के लोग जबरन मेरी शादी करा रहे हैं। जबकि मैं आगे पढ़ना चाहती हूं और मैं नाबालिग हूं। शिकायत के बाद चाइल्ड लाइन की टीम मौके पर पहुंची और बच्ची को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। करीब 4 दिन तक समिति ने बच्ची को सखी वन टॉप सेंटर में रखा।
माता-पिता को पाबंद किया
नाबालिग ने समिति को अपने बयानों में बताया कि उसके माता-पिता द्वारा बाल विवाह किया जा रहा है, जिससे वह खुश नहीं है। समिति की जांच में सामने आया कि किशोरी की शादी 16 मई 2022 को होनी है। जिसकी उम्र 16 साल है तथा ऐसे में प्रकरण बाल विवाह में होना पाया गया। जिस पर समिति द्वारा कार्यवाही करते हुए नाबालिग को स्थाई रूप से सखी वन स्टॉप सेंटर दौसा में प्रवेश दिया।
शादी की तारीख निकलने के बाद अगले दिन समिति ने किशोरी के माता-पिता को पाबंद करते हुए अस्थाई रूप से सुपुर्द कर दिया। इसके साथ ही किशोरी की उम्र 18 वर्ष पूरी नहीं होने तक शादी नहीं करने का शपथ पत्र लिया गया। इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष गीता मीणा, सदस्य मानसिंह गुर्जर, मुकेश ठीकरिया, अंजना गर्ग आदि मौजूद रहे।
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