पर्वत से सागर तक तिरंगा अभियान को साकार करते चार माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट कल उतरेंगे बीकानेर में
बीकानेर। भारतीय सेना के राष्ट्रीय माइक्रो लाइट अभियान नेटेक्स 23-24 की टीम बुधवार को बीकानेर नाल एयरफोर्स स्टेशन पर उतरेंगे। NATEX K2K 2023-24, एक महत्वाकांक्षी माइक्रोलाइट अभियान है जिसका लक्ष्य उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक भारत की पूरी लंबाई को पार करना है। इस रोमांचक साहसिक कार्य में कुशल भारतीय सेना एक्सट्रीम प्रोफेशनल्स की एक टीम माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट उड़ाते हुए और साहस और टीम वर्क की भावना का प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रही है। यह अभियान एक अविश्वसनीय हवाई यात्रा पर है जो अन्वेषण की भावना और भारत की प्राकृतिक विविधता और सुंदरता के उत्सव के प्रमाण के रूप में काम करेगा।
टीम में शामिल सीकर के लेफ्टिनेंट कर्नल अभयजीत महलावत ने T.I.N को बताया कि यह एक महत्वाकांक्षी माइक्रोलाइट अभियान है, जिसमें उत्तर से दक्षिण भारत की हवाई दूरी को छोटे और खुले हवाई जहाजों से पूरा किया जाएगा। करीब 77 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान कश्मीर की वादियों से लेकर कन्याकुमारी के तटों तक हवाई यात्रा की जा रही है।इस मिशन में सेना के चार माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट शामिल है। इसके माध्यम से देश के वीरों को श्रद्धांजलि भी दी जा रही है।77 दिनों के दौरान, आर्मी एडवेंचर एक्सट्रीम प्रोफेशनल्स की यह निडर टीम कारगिल विजय दिवस के 25 साल और बॉम्बे सैपर्स वॉर मेमोरियल की शताब्दी के उपलक्ष्य में भारतीय सेना के सैनिकों की अदम्य भावना को श्रद्धांजलि देते हुए आसमान में उड़ान भर रही है। ये चार माइक्रोलाइट विमान ‘स्मरण के पंख’ के रूप में काम कर रहे हैं जिसका लक्ष्य ऐतिहासिक मिल के पत्थरों का जश्न मनाना और पूरे देश में एकता और देशभक्ति की भावना फैलाना है यह अभियान उन नायकों को श्रद्धांजलि भी दे रहा है जिन्होंने इस देश की विरासत को आकार दिया है।
इस अभियान दल में कुल 11 अधिकारी (03 महिला अधिकारियों सहित), 04 जेसीओ और 35 सैनिक हैं, जो पायलट-इन-कमांड, सह-पायलट और ग्राउंड सपोर्ट क्रू के रूप में इस अभियान में भाग ले रहे हैं। वे सभी अभियान के विभिन्न हिस्सों में इन विमानों को उड़ाएंगे, साथ ही उड़ान न भरने की स्थिति में जमीनी सहायता भी प्रदान करेंगे।इस अभियान में भारतीय सेना के चार माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट (दो फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट और दो पावर्ड हँग ग्लाइडर) के साथ 9,500 किमी. की लंबी दूरी की क्रॉस कंट्री फॉर्मेशन उड़ान शामिल हैं, जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक चार चरणों में की जा रही है। पहले चरण में टीम महू से पश्चिमी भारत होते हुए उधमपुर तक, दूसरे चरण में उधमपुर से उत्तरी और मध्य भारत होते हुए महू तक, तीसरे चरण में महू से दक्षिण और अंतिम चरण में दक्षिण पूर्वी भारत होते हुए तिरुवनंतपुरम से पुणे तक उड़ान भरेगी।
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