विधायक व्यास ने कहा, 43 साल के राजनैतिक जीवन, छह बार की विधायकी और 24 साल मंत्री रहने के बावजूद डॉ. कल्ला नहीं करवा पाए समस्या का समाधान, अब लेना चाहते जनता की सहानुभूति
बीकानेर, 26 अप्रैल। पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला द्वारा कोटगेट रेलवे फाटक पर अंडर ब्रिज बनाए जाने को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिए जाने को बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
विधायक ने कहा कि डॉ. कल्ला छह बार विधायक रहे और हमेशा रेलवे बाईपास को ही बेहतर विकल्प बताते रहे। विधायक के तौर पर अपने छठे कार्यकाल के अंतिम बजट में अंडर पास के लिए आनन-फानन में बजट स्वीकृत करवाया। इसके बाद भी छह माह तक उनकी सरकार रही लेकिन इच्छा शक्ति के अभाव में यह काम एक कदम आगे नहीं बढ़ पाया। यह खुद पूर्व मंत्री ने ही स्वीकार किया है कि कोई ठेकेदार इसके लिए आगे नहीं आया, क्योंकि तकनीकी तौर पर प्रथम दृष्टया यह अनुकूल और स्थाई उपाय नहीं है।
विधायक व्यास ने कहा कि नई सरकार बनने के साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद से इस संबंध में चर्चा की। तात्कालिक संभागीय आयुक्त, डीआरएम और जिला कलेक्टर से भी इसके स्थाई समाधान के लिए बातचीत कर चुके हैं। वर्तमान में पिछले डेढ़ माह से आचार सहिता प्रभावी है और इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं हो सकती, इसके बावजूद इतने वरिष्ठ नेता द्वारा ज्ञापन देना और प्रशासनिक अधिकारियों से मिलना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि कोटगेट रेलवे फाटक की समस्या का स्थाई समाधान सरकार और उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। लोकसभा चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद इस संबंध में कार्यवाही की जाएगी और केंद्रीय रेल मंत्रालय के साथ राज्य सरकार को भी इस संबंध में आग्रह करते हुए सर्वोच्च और स्थाई विकल्प को चुना जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अपने 43 साल के राजनैतिक कार्यकाल, छह बार के विधायकी अवधि और 24 साल तक मंत्री होने के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं करवा पाए, उनके द्वारा शहर की भोली भाली जनता से इस तरह सहानुभूति बटोरने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
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