पेंसिल की नोक पर बनाई भगवान राम की मूर्ति:गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल कर चुके मूर्तिकार, धनुष हाथ में लिए बनाया मिनिएचर स्कल्प्चर
जयपुर
अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है। हर कोई अपने अंदाज में भगवान राम को याद कर रहा है। अपना प्यार दर्शा रहे हैं। कुछ इसी ही दिशा में जयपुर के मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने काम किया है। महेश नगर में रहने वाले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति अपनी मिनिएचर पेंसिल स्कल्प्चर से काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं।
उन्होंने पेंसिल की नोक पर अति सूक्ष्म श्री राम की कलाकृति बनाई है। इस मूर्ति के बारे में नवरत्न ने बताया है कि पेंसिल की नोक पर बनाई गई राम की कलाकृति को बनाने में करीब 5 दिन का समय लगा। इसकी लंबाई 1.3 सेंटीमीटर है और एक हाथ में धनुष को दूसरे हाथ में बाण को तराशकर भगवान राम की मूर्ति बनाई गई है।
उन्होंने पेंसिल की नोक पर अति सूक्ष्म श्री राम की कलाकृति बनाई है।
उन्होंने बताया- यह मूर्ति राम म्यूजियम में रखने के लिए राम ट्रस्ट को भेंट की जाएगी। अयोध्या में अलग-अलग कलाकारों की बनाई कलाकृतियों को डिस्प्ले किया जा रहा है। वहां श्रीराम का म्यूजियम भी बनाया गया है। जहां इस पेंसिल को रखने के लिए आग्रह किया जाएगा। इससे पहले नवरत्न ने 2 एमएम की लकड़ी की चम्मच बनाई थी । पेंसिल की नोक पर भगवान गणपति, भगवान महावीर स्वामी , महाराणा प्रताप, वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, डॉ भीमराव अंबेडकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 101 कड़ी चैन की भी बना चुके हैं, इसे गले में भी पहनाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि यह मूर्ति राम म्यूजियम में रखने के लिए राम ट्रस्ट को भेंट की जाएगी।
बना चुके है विश्व कीर्तिमान
मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने दुनिया की सबसे छोटी लकड़ी की चम्मच बनाकर एक विश्व कीर्तिमान रचा हुआ है। इस कृति की वजह से नवरत्न का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इस चम्मच की लंबाई मात्र 2 मिलीमीटर है। इसका हैंडल एक बाल के बराबर मोटा है, इस चम्मच के आगे का प्याला 0.75 मिलीमीटर है। इसे बनाने में नवरत्न को कुल 1 दिन का समय लगा है।
इसकी लंबाई 1.3 सेंटीमीटर है और एक हाथ में धनुष को दूसरे हाथ में बाण को तरास कर भगवान राम की मूर्ति बनाई गई है।
इससे पहले नवरत्न ने 2006 में सबसे छोटी लालटेन बनाई थी, इसकी ऊंचाई 2.3 सेंटीमीटर थी। यह लिम्का बुक में दर्ज की गई थी, इसके बाद कई मूर्तियों की कलाकारी करके के विश्व कीर्तिमान अपने नाम कर चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की मां के निधन के बाद नवरत्न प्रजापति ने क्ले से उनकी से मूर्ति बनाकर उनको श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने 22 सितंबर 2022 को चने की दाल की मोटरसाइकिल बनाई थी। जो काफी चर्चा में रही थी।
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