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प्रांत के साहित्यकारों की कृतियों को प्रकाशित करने की महत्वाकांक्षी योजना पांडुलिपि प्रकाशन योजना का लाभ अधिसंख्यक साहित्यकारों को मिले: डॉ. सहारण, अकादमी के अब तक के इतिहास की अधिकतम 121 पांडुलिपियों पर 12.94 लाख रुपये का सहयोग स्वीकृत

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उदयपुर,9 जनवरी 2023। राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2022-2023 में 121 पांडुलिपियों पर 12.94 रुपये के सहयोग दिए जाने की घोषणा की गई है। 19वीं सरस्वती सभा-संचालिका की बैठक में अनुमोदन पश्चात अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण की स्वीकृति अनुसार अकादमी सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने बताया कि पांडुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना के अंतर्गत कुल 121 पांडुलिपियों पर लेखकों को 12.94 लाख रु. का सहयोग स्वीकृत किए जाने की घोषणा की गई। अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया की युवा लेखकों को अकादमी एवं साहित्य से जोड़ने की दृष्टि से संचालित इस योजनांर्गत अकादमी के छह दशक के इतिहास में इस वर्ष सबसे अधिक पांडुलिपियों पर सहयोग स्वीकृत किया जा रहा है। डॉ. सहारण ने कहा कि प्रांत के साहित्यकारों की कृतियों को प्रकाशित करने की महत्वाकांक्षी योजना पांडुलिपि योजना का लाभ अधिसंख्यक साहित्यकारों को मिले, इस दिशा में अकादमी प्रयासरत है। अकादमी सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी के अनुसार अकादमी ने इस वर्ष काव्य विधा की 62, कहानी की 16, आलोचना की 4, नाटक की 7, विविध 5, उपन्यास 5, बाल साहित्य की 10, गजल की 5, लघुकथा की 7 पांडुलिपियों को सहयोग स्वीकृत किया गया है। अकादमी द्वारा इन पांडुलिपियों पर सहयोग दिए जाने की गयी है घोषणाा:- काव्य विधा:- अन कहे सच (नदीम अहमद बीकानेर), प्रणय की प्रेयसी (किशन कुमार डोडिया कोटा), वक़्त की सांठ-गांठ (संध्या बक्शी जयपुर,) मुस्कुराती सुनहरी बारिश (राजेंद्र कुमार गुप्ता जयपुर), भूख की प्रश्नावली का हल (हरिचरण अहरवाल कोटा), स्मृतिगंधा (पायल शर्मा, डंगरपुर), काव्य कूक-सृजन रसधार (सलोनी क्षितिज रस्तोगी, जयपुर), शहर से गुजरते हुए (नीता छिब्बर जोधपुर), अधर-स्मृति (विपिन वत्सल शर्मा डूंगरपुर), शब्द न होते हताश (प्रज्ञा श्रीवास्तव जयपुर), जयनाद (हेमराज सिंह कोटा), आईना बोलता है (हलीम आईना कोटा), दिनकर कैसे करे उजाला.. (बद्रीलाल दिव्य कोटा), जमीं उसकी-आसमां उसका (कृष्ण लाल बिश्नोई, बीकानेर), धुआं-धंुआ सी देह (सीमा शकुनि डूंगरपुर), मन की परिधि से (रानी सोनी ‘परी’ जयपुर), भावों का स्पन्दन (मंजु कुमारी, कोटा), सत्रहाक्षर (घनश्यामनाथ कच्छावा सुजानगढ़), ये पहाड़ी रंग की आंखें (आराधना जोशी जोधपुर), वीरांगना झलकारी बाई (बुद्धिप्रकाश महावर, दौसा), गीत गुणिका (शारदा जेतली, जयपुर), गुलदस्ते (अनुश्री राठौड,़ उदयपुर), फिर से तम छट जाएगा (नन्दू राजस्थानी, टोंक), बिरहड़ा मेवाती (नानक चंद शर्मा, भरतपुर), भोर को आना पडेगा (प्रवेंद्र पंडित, अलवर), आस के जुगनू (महिमा श्रीवास्तव, अजमेर), कविता की अनुगूंज (ममता पानेरी, उदयपुर), तुम्हारे परिवेश में… (रामचंद्र लुहार बांसवाड़ा), निर्झारिणी (छाया शर्मा, अजमेर), जिं़दगी का गणित (योगिता जोशी, जयपुर), प्रेम पयोधि (सुमन शर्मा, अजमेर), मन के मोती (अंबिका हेड़ा, अजमेर), जिंदगी तू भी ना (जगदीश मोहन रावत, जयपुर), तुम यहीं कहीं हो (प्रेम कुमार शर्मा, जयपुर), कविताओं की इच्छा मृत्यु (नरेंद्र पाल जैन,. ऋषभदेव), तुम पूजित, मैं अर्पित (दीपा पंत उदयपुर), थोड़ी कविता-थोड़ा प्रेम, पूरी राधा (योगेश व्यास राजस्थानी, बीकानेर), यादों का पैमाना (खुमान सिंह परिहार, कोटा), पानी-सा ठहरा मुझ में (दिलिप केसानी, जोधपुर), यात्राओं के पदचिन्ह् (मेवाराम गुर्जर, जयपुर), उग तो आया है प्रेम (संजय आचार्य वरुण, बीकानेर), पंख तो फैलाने दो (पूनम धाभाई गुर्जर, जयपुर), सांझ के सान्निध्य में (बबीता शर्मा, कोटा जं.), कॉलेज की कॉरिडोर (दुष्यंत जोशी हनुमानगढ), ़रेगिस्तानी बांझपन (अजंलि पंड्या, बिछीवाड़ा, डूंगरपुर), हरीतिमा चहुं ओर (लक्ष्मण रामानुज लड़ीवाला, जयपुर), मानस प्रवाल (ज्ञानवती सक्सेना, जयपुर), कब तक चुप रहूंगी (निर्मला शर्मा, दौसा), अहसासों का समंदर (अर्चना भटनागर जयपुर), अनन्य नेह (गरिमा चारण जयपुर), बारिश… उम्मीदों की (ममता शर्मा अलवर), काव्य किलोल (गजेंद्र कंवर चम्पावत, जैसलमेर), दोहों का परिवेश (बनज कुमार बनज, जयपुर), आओ लोहा कूटें (सुरेंद्र सुंदरम् श्रीगंगानगर), एक सूर्य, एक पृथ्वी और मैं (ज्योति पारीक, जयपुर), चुप्पी तोड़ते शब्द (प्रमिला सिंघवी उदयपुर), उड़ते पांखी (नवनीत राय रूचिर सोजत), पुष्पांजलि (वंदना राही, जयपुर), मेरे भीतर हरहराती है एक नदी (योगमाया सैनी अलवर), सुन लो तुम कह दूं मैं (रमेश भोजक समीर बीकानेर), मेरे ख्वाबों ख्यालों का गुंचा (ऊषा एरिक्सन अजमेर), सफलता के शिखरों से हंुकार न भर (अमित कुमार दवे डंूगरपुर)।कथा विधा:- अपनी-अपनी धूरी (संदीप पांडे, अजमेर), उम्मीदों का आसमान (संजय जनागल बीकानेर), नेविगेटर (शोभारानी गोयल, जयपुर), कुरजां के देश में (टीना रावल जयपुर), आंकुरी बांकुरी (उजला लोहिया, जयपुर), एक बार आखिरी बार (विनीता बाडमेरा, अजमेर), दुनिया (प्रतिभा जोशी, अजमेर), कितने में दोगे मोक्ष (भारत दोशी बांसवाड़ा), रिश्तों के क्षितिज माला (कैलाश जयपुर), अनुगामी (हंसा विश्नोई जोधपुर), भोर (सुषमा अग्रवाल कोटा), फांस (विजय कुमार शर्मा, कोटा), जिंदगी के रंग (पायल पोखरना कोठारी, देवगढ़), बहती हुई औरत (किरन आचार्य उदयपुर), मदार के फूल (मनीषा आर्य सोनी, बीकानेर), पत्तल (मुकेश पोपली, बीकानेर)। आलोचना विधाः- गद्य: समालोचन (नीतू परिहार उदयपुर), निर्गुण भक्ति के स्तंभ कबीर और जायसी (दिनकर दाधीच, उदयपुर), रामचंद्र शुक्लः दृष्टि-सृष्टि (कृष्णबिहारी पाठक, करौली), निंदक नियरे राखिये (मोनिका मंथन, जयपुर)। नाटकः- यमराज ऑन लाईन नृत्य नाटिकाओं का संगीतमय संसार (रत्ना शर्मा, जयपुर), रमली मंगली का खुलासा (सुनील मित्तल,उदयपुर), एकला चलो रे… (मास्टर साहब), (लईक हुसैन उदयपुर) वजह तुम ही हो…(.गिरीश पुरोहित, बीकानेर), किनारा (सुरेश सिन्धु, जयपुर), कर्मा (दयाराम ढिल, हनुमानगढ़), नीम-सी मीठी (जगदीश चंद्र पालीवाल, उदयपुर)।विविध विधाः- कैसे भुलाएं उन्हें (नन्दकिशोर महावर, कोटा), राजस्थान की संस्कृति के शब्दचित्र (कैलासदान लालस, जोधपुर), निबंध सबरंग (गौरीशंकर प्रजापत, बीकानेर), ढोला मारू (कैलाश मंडेला, भीलवाड़ा), अधूरी दास्तान (घनश्याम दास देवनानी, जोधपुर)।उपन्यास विधाः- मंडी गैंग (प्रेमलता सोनी, जयपुर), उघड़न (टीना शर्मा माधवी, जयपुर), रणधर्मी (घनश्याम सिंह भाटी, बांसवाड़ा), रिजर्व लिस्ट (पिं्रयका गुप्ता, जयपुर), लाड बाई (पूर्ण शर्मा ‘पूरण, हनुमानगढ़)। बाल साहित्यः- मेरी दुनिया (अनिल कुमार यादव जयपुर), छोटी अन्नू (धर्मेद्र कुमार सैनी, दौसा), हम बगिया के फूल (उदय मेघवाल,चित्तौडगढ), बच्चों का मन (मईनुदीन कोहरी बीकानेर), हीरापुर का हीरा (प्राची माटोलिया, झंुझंुनू), सत्य-अहिंसा आधारित कथाएं (संतोष उपाध्याय उदयपुर), रूपक रत्नाकर (योगेश शर्मा, कोटा), किटकिट का चश्मा (उत्कृर्ष नारायण, दौसा), ये नन्हे देश भक्त (शिव चरण भंडाणा, दौसा), काश मेरी मम्मी (चमन टी माहेश्वरी, बरौदा) गज़ल़ विधाः- नसीमे-सुखन (रामावतार यादव, अजमेर), सैलाब (आशा रानी जैन, झालावाड़), पड़ाव आने तक (सुरेंद्र सार्थक, भरतपुर), ….तो गजल होती है (असद अली असद बीकानेर), कहां हम सांस ले खुलकर (आशा पांडे ओझा, उदयपुर) लघुकथा विधाः- सत्य-बोध (उर्मिला माणक गौड़, नागौर), वसीयत (गायत्री जोशी, बीकानेर), समिधा (मान कंवर मैना, सीकर), झांकती खिड़किया (अनिता वर्मा, कोटा), यादों का झरोखा (बनवारी पारीक नवल, फतहनगर), नियति (शंभूदत्त मठपाल, उदयपुर), ब्रह्मास्त्र (दीपक आचार्य, बांसवाड़ा) की पांडुलिपियों पर सहयोग दिए जाने की घोषणा की गई है।

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