प्रेग्नेंट महिला को रोडवेज बस ने कुचला; VIDEO:दो बाइक की भिड़ंत में उछलकर गिरी; सिर और पेट के ऊपर से गुजरे टायर
कोटा
पति और 10 साल की बेटी के साथ बाइक पर जा रही 3 माह की प्रेग्नेंट महिला को रोडवेज बस ने कुचल दिया। बस के टायर महिला के सिर और पेट को कुचलते हुए निकले। हादसे से महज 1 सेकेंड पहले उनकी बाइक सामने से आ रही एक अन्य बाइक से टकराई थी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पति और बेटी घायल हो गए।
मामला कोटा के कुन्हाड़ी थाने का सोमवार शाम 6:45 बजे का है। घटनास्थल पर लगे CCTV कैमरे में यह हादसा कैद हो गया।
एक्सीडेंट के बाद घटनास्थल पर राहगीर जमा हो गए। ड्राइवर ने भी कुछ दूरी पर जाकर बस को रोक लिया था।
पिता-बेटी को आई मामूली चोट
कुन्हाड़ी थाना ASI रईस मोहम्मद ने बताया- मुकेश (44) पत्नी गोना (40) और बेटी प्रिया (10) के साथ सोमवार को बाइक पर सकतपुरा से लैंडमार्क सिटी की तरफ जा रहे थे। बाइक की आमने-सामने की भिड़ंत में गोना उछलकर सड़क पर गिर गई। पीछे से आ रही भीलवाड़ा डिपो की रोडवेज बस की चपेट में आने से गोना की मौत हो गई।
मुकेश और प्रिया के मामूली चोट आई है। मुकेश का परिवार बारां जिले के तुलसां गांव का रहने वाला है। यहां सकतपुरा में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। मुकेश और गोना कोटा में लैंडमार्क सिटी स्थित चौधरी हॉस्टल के मैस में कुक हैं।
पोस्टमॉर्टम के बाद गोना का शव परिजनों को सौंप दिया है। परिजन शव लेकर तुलसां गांव निकल चुके हैं। फिलहाल किसी ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। परिजनों की शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी। हादसे में दूसरा बाइक सवार राजेश यादव निवासी करणी नगर, नांता भी घायल हुआ। उसे इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। वह कुन्हाड़ी से नांता की तरफ जा रहा था।
पति मुकेश और बेटी प्रिया के साथ गोना। 2 महीने पहले ही बेटी का जन्मदिन मनाया था।
पढ़िए कैसे हुआ हादसा
पति मुकेश ने बताया- हादसा नेवाजी पैलेस के सामने हुआ। हमें 7 बजे तक चौधरी हॉस्टल पहुंचना था। हॉस्टल में रात के खाने की तैयारी करनी थी। हमेशा इसी रास्ते से जाते हैं। बिटिया साथ होती है तो बाइक भी धीरे ही चलाता हूं।
सोमवार को हमारे आगे भीलवाड़ा डिपो की रोडवेज बस चल रही थी। मैंने ओवरटेक किया और मोड़ पर अचानक सामने से एक बाइक आ गई। संभलने का जरा-सा भी मौका नहीं मिला। सब कुछ सेकेंड्स में हुआ। हम बाइक से टकराए। गोना उछल कर दूसरी तरफ गिर गई। पीछे से आ रही बस ने उसे कुचल दिया। बस के टायरों ने उसके पेट और सिर को कुचल दिया।
मैं तुरंत उठा और बेटी को गोद में लेकर संभाला। फिर पत्नी के पास गया। वह शायद दम तोड़ चुकी थी। यह वही बस थी, जिसे मैंने कुछ मिनट पहले ही ओवरटेक किया था। मैंने अपनी आंखों के सामने पत्नी को मरते हुए देखा। गनीमत रही कि बेटी दूसरी तरफ नहीं गिरी, वरना आज मेरे घर से 2 अर्थियां उठती।
पत्नी की मौत की खबर सुनने के बाद मुकेश अस्पताल में बेसुध हो गया।
2 महीने पहले ही बिटिया का बर्थडे मनाया था
गोना के भाई प्रेमचंद ने बताया कि बहन पति मुकेश के साथ चौधरी हॉस्टल में खाना बनाने का काम करती थी। सोमवार शाम करीब 6:45 बजे दोनों बेटी प्रिया के साथ बाइक से सकतपुरा से नहर के रास्ते लैंडमार्क सिटी जा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। मुझे जीजा ने सूचना दी तो मैं तुरंत अस्पताल पहुंचा। बहन और जीजा ने 2 महीने पहले ही बेटी प्रिया का बर्थडे मनाया था।
ह्यूमन हेल्पलाइन ने की मदद
इस परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उनके पास गोना के शव को गांव तुलसां ले जाने के रुपए नहीं थे। ऐसे में ह्यूमन हेल्पलाइन के अध्यक्ष मनोज जैन आदिनाथ ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की। शव को गांव तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध करवाई।
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