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प्रॉपर्टी विवाद में छोटे भाई ने परिवार समेत खाया जहर:बड़े भाई के घर मीटिंग में हुआ झगड़ा; चिल्लाते भागा- मैं अब मरूंगा

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प्रॉपर्टी विवाद में छोटे भाई ने परिवार समेत खाया जहर:बड़े भाई के घर मीटिंग में हुआ झगड़ा; चिल्लाते भागा- मैं अब मरूंगा

अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती परिवार। - Dainik Bhaskar

अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती परिवार।

तीन भाइयों में प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार सुबह इसी को लेकर बड़े भाई के घर मीटिंग हो रही थी। आहत होकर छोटा भाई अपने घर लौटा और पूरे परिवार ने जहर खा लिया। पति, पत्नी और दो बेटियों को अजमेर रेफर किया गया। मामला नागौर के मेड़ता सिटी के दामावतों के मोहल्ले का है।

मेड़ता पुलिस उप अधीक्षक नूर मोहम्मद ने बताया- मेड़ता में दमावतों के मोहल्ले की रविवार सुबह 8.30 बजे की घटना है। कैलाश चंद्र (45) और उसके भाइयों हुकमीचंद व रामेश्वर के बीच प्रॉपर्टी विवाद काफी समय से चल रहा है।

नागौर के मेड़ता शहर के दामावतों के मोहल्ले में कैलाशचंद के घर पुलिस तैनात है।

नागौर के मेड़ता शहर के दामावतों के मोहल्ले में कैलाशचंद के घर पुलिस तैनात है।

तीनों भाइयों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर बात हो रही थी

तीनों भाई अलग-अलग रह रहे हैं। आज सुबह 8.30-9 बजे के करीब बड़े भाई रामेश्वर के घर तीनों भाइयों की मीटिंग चल रही थी। सबसे छोटा भाई कैलाश भी था। बातचीत के दौरान विवाद पर सहमति नहीं बनी तो कैलाश वहां से उठकर अपने घर आया और फिर पत्नी उर्मिला (42) और दो बेटियों विशाखा (21) व कृष्णा (18) ने खेतों में छिड़काव करने वाली दवा की दो शीशियों से जहरीला पदार्थ खा लिया।

थोड़ी देर बाद कैलाश के घर से चिल्लाने की आवाजें आने लगी। वे उल्टियां करने लगे तो मोहल्ले के लोगों ने उन्हें मेड़ता अस्पताल पहुंचाया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चारों को अजमेर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर डीएसपी नूर मोहम्मद, थानाधिकारी प्रमोद कुमार शर्मा मौके पहुंचे। पुलिस की एक टीम अजमेर भी गई।

मेड़ता के सरकारी अस्पताल से पूरे परिवार को अजमेर जिला अस्पताल रेफर किया गया।

मेड़ता के सरकारी अस्पताल से पूरे परिवार को अजमेर जिला अस्पताल रेफर किया गया।

फिलहाल हालत खतरे से बाहर

उधर, अजमेर कोतवाली थाना के एएसआई विष्णु प्रसाद ने बताया – कंट्रोल के जरिए एक ही परिवार के 4 लोगों के जहर खाने व मेड़ता से अजमेर जेएलएन हॉस्पिटल रेफर होकर आने की सूचना मिली थी। इस पर टीम हॉस्पिटल पहुंची। चारों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। हालांकि इलाज जारी है।

मेड़ता पुलिस उप अधीक्षक नूर मोहम्मद ने कहा- भाइयों में प्रॉपर्टी का विवाद पुराना है। इसी को लेकर रविवार सुबह झगड़ा हुआ था। कैलाश गुस्से में बड़े भाई के घर से निकला था। वह जोर- जोर से चिल्लाता जा रहा था कि मैं अब मरुंगा। इसके बाद ये घटनाक्रम हुआ। मौके से जहर की दो शीशियां बरामद हुई है। परिवार के बयान के लिए पुलिस की एक टीम अजमेर गई है।

अजमेर के जेएलनएन हॉस्पिटल में सबसे छोटी बेटी कृष्णा का इलाज करते डॉक्टर।

अजमेर के जेएलनएन हॉस्पिटल में सबसे छोटी बेटी कृष्णा का इलाज करते डॉक्टर।

घर पहुंचकर पत्नी बेटियों को थमा दिया जहर

मोहल्ले के लोगों ने भी इनका झगड़ा और कैलाश के मरने की बात सुनी। घर पर पहुंचकर कैलाशचंद जोर-जोर से चिल्लाता रहा और फिर अपनी पत्नी और दोनों बेटियों को दो शीशियां दी। एक शीशी से पति-पत्नी ने और दूसरी से दोनों बेटियों ने जहर पी लिया।

घर का दरवाजा खुला था और मोहल्ले वालों को जैसे ही पता चला कि इन लोगों ने कुछ पिया है तो वे तुरंत अंदर पहुंचे और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज किया इसके बाद चारों को तुरंत रेफर कर दिया। अजमेर में कोतवाली थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची। वहां के एएसआई विष्णु प्रसाद ने बताया कि अब चारों की स्थिति सही है।

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