प्रॉपर्टी विवाद में पूरा परिवार खत्म हुआ:10 साल पहले परिवार से बना ली थी दूरी, बच्चे भी पढ़ाई छोड़ चुके थे, आरोप-50 लाख हड़पे
बीकानेर
बीकानेर के अंत्योदय नगर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों के सुसाइड की कहानी सामने आई है। मृतक हनुमान सोनी और उनकी पत्नी विमला सोनी का अपने परिवार से प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था। ये भी सामने आया कि हनुमान सोनी और विमला सोनी दोनों अपने-अपने परिवार से कॉन्टैक्ट में नहीं थे।
घटना शहर के मुक्ता प्रसाद थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम की है। हनुमान सोनी के साथ उसकी पत्नी विमला, बेटा मोहित, ऋषि और बेटी गुड़िया ने सुसाइड कर लिया था। इनमें मोहित और विमला ने घर के हॉल में दो हुक से फांसी लगाई तो बहन गुड़िया और ऋषि ने रसोई में फंदा लगाया था। हनुमान सोनी ने जहर खाया था और उसका शव घर के आंगन में मिला।
घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो विमला सोनी के द्वारा लिखा सुसाइड नोट भी मिला। इसमें सास-ससुर, जेठ-जेठानी और भाई पर प्रॉपर्टी बंटवारे में धोखाधड़ी करने और 50 लाख रुपए हड़पने का भी आरोप लगाया। इसमें लिखा कि उन्होंने ससुराल वालों को रुपए उधार दिए थे, जो उन्होंने लौटाए नहीं। विमला ने पीहर पक्ष पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया और लिखा- आर्थिक परेशानी होने के बाद भी रुपए नहीं दे रहे हैं।
शवों को बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है।
दस साल पहले बेचा मकान
हनुमान अंत्योदय नगर के किराए के मकान में रहता था। इसी घर के पास ही उसका खुद का मकान था लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उसने मकान बेच दिया। करीब चौबीस लाख रुपए मिले थे, जिससे उसने अपने कर्ज उतार दिया था। लेकिन, 10 साल में दोबारा उधारी हो चुकी थी।
अंत्योदय नगर में हनुमान का किसी से कोई खास संपर्क नहीं था। मोहल्ले के लोग उसके बारे में फिलहाल बात करने से कतरा रहे हैं। आसपास के लोगों का कहना है कि हनुमान कभी किसी सामूहिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होता था। पड़ोसियों से बातचीत तक नहीं थी। उसकी पत्नी विमला आसपास की महिलाओं से मिलती नहीं थी।
शरीर पर नहीं है चोट के निशान
मृतकों में किसी के शरीर पर चोट के निशान नहीं है। एफएसएल टीम ने मौके पर ही मृतकों के शरीर देखकर ये रिपोर्ट किया है। एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि पहले किसी को मारकर फांसी पर लटकाया गया है। किसी के शरीर पर चोट के निशान नहीं है। एफएसएल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
वहीं मृतक हनुमान सोनी के साले दिलीप सोनी ने मुक्ता प्रसाद नगर थाने में मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि अज्ञात लोगों ने उसकी बहन-बहनोई और भांजा- भांजी को सुसाइड के लिए प्रेरित किया है।
घटना की जानकारी के बाद मकान के बाहर शामिल हुए लोग। लोगों ने बताया कि परिवार की पड़ोसियों से किसी भी तरह की बोलचाल नहीं थी।
दो दिन से पड़े थे अखबार
घर अंदर से बंद था लेकिन बुधवार और गुरुवार के अखबार बाहर पड़े थे। बताया जा रहा है कि दो दिन से दूध लेने के लिए भी कोई बाहर नहीं आ रहा था। आसपास के लोगों ने दो दिन से बच्चों को भी बाहर नहीं देखा था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि मंगलवार देर रात ही ये कदम उठाया जा चुका था। मकान मालिक अनिल रंगा ने बताया कि उन्हें हर महीने समय पर ही किराया मिल रहा था। किराए को लेकर कोई परेशानी सामने नहीं आई। पड़ोसियों ने बताया कि घर पर आकर कभी किसी ने रुपए के लिए हंगामा नहीं किया।
बीकानेर में पहले भी हुई ऐसे हादसे
- इसी साल 6 जुलाई में पांच में एक महिला नैना देवी ने अपने एक साल के बेटे भावेश, छह साल की बेटी उर्मिला और एक अन्य बेटी के साथ पानी के कुंड में कूदकर सुसाइड कर लिया था।
- इससे पहले 27 जुलाई 21 को कोटगेट थाना क्षेत्र में स्थित धोबीधोरा क्षेत्र में 65 साल के शौकत अली ने अपनी दो विवाहित बेटियों बबली (32) और जोनिया (30) के साथ सुसाइड का प्रयास किया जिसमें शौकत व जोनिया की मौत हो गई। बबली बच गई। इन लोगों ने हाथों की नस काटकर व जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड का प्रयास किया।
- बीकानेर में सुसाइड की घटनाएं भी लगाताार बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों एक पुलिसकर्मी ने ही सुसाइड कर लिया था। वहीं छोटे बच्चों में भी सुसाइड के मामले सामने आए हैं। इसी महीने बीकानेर में एक स्कूली बच्चे ने सुसाइड कर लिया।
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