फर्जी डिग्री से लेक्चरर बनीं 2 महिलाएं गिरफ्तार:एग्जाम में 7वीं और 36वीं रैंक हासिल की, आरपीएससी ने दर्ज करवाया मामला
जयपुर
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की स्कूल लेक्चरर हिन्दी प्रतियोगी परीक्षा-2022 में सिलेक्ट दो महिला अभ्यर्थियों को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया। इन्हें फर्जी डिग्री केस में पकड़ा गया है।
इनके खिलाफ अजमेर के सिविल लाइन थाने में बुधवार को RPSC ने FIR दर्ज करवाई थी। इसके बाद शाम को SOG ने कार्रवाई की है। आरोपियों की एग्जाम में 7वीं और 36वीं रैंक थी।
SOG को उम्मीद है कि कमला कुमारी और ब्रह्मा कुमारी से पूछताछ में फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने वाले और भी कई आरोपियों की जानकारी मिल सकती है।
फर्जी डिग्री का मामला
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया कि RPSC ने भूतेल (सांचौर) निवासी ब्रह्माकुमारी पुत्री बाबूलाल और वाडा भावड़ी (सांचौर) निवासी कमला कुमारी पुत्री भारमल विश्नोई के खिलाफ स्कूल लेक्चरर (हिन्दी) प्रतियोगी परीक्षा-2022 में फर्जी डिग्री लगाने का मामला दर्ज करवाया था। इसमें ऑनलाइन फॉर्म एप्लीकेशन में दोनों महिला कैंडिडेट ने फर्जी डिग्रियां लगाई थी। इसमें मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चित्तौड़गढ़ की MA की डिग्रियां फर्जी थी।
सिंह ने बताया कि यह परीक्षा दो पारियों में आयोजित करवाई गई थी। पहली पारी सुबह 9 बजे से साढ़े 10 बजे तक सामान्य ज्ञान और दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की गई थी।
ब्रह्माकुमारी और कमला कुमारी ने यह परीक्षा पास कर ली। दोनों ही कैंडिडेट को 31 जुलाई से 14 अगस्त तक डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया था।
ऑनलाइन आवेदन में वर्धमान महावीर विश्वविद्यालय में बताया था प्रवेशित
अब तक की जांच में सामने आया है कि अभ्यर्थी कमला कुमारी बिश्नोई ने ऑनलाइन आवेदन के समय एमए (हिन्दी) की वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय,कोटा की डिग्री दी थी, लेकिन नियुक्ति के समय मेवाड़ विश्वविद्यालय गंगरार, चित्तौड़गढ़ की फर्जी एमए की डिग्री लगाई थी। इसी तरह ब्रह्मा कुमारी ने भी फर्जी डिग्री पेश की।
Add Comment