बंगाल में चोरी को लेकर 2 महिलाओं को निर्वस्त्र किया:पीड़ित आदिवासियों को रास्ते में रोककर कपड़े फाड़े, बाल खींचकर चप्पलों से पीटा
पीड़ित महिलाएं आदिवासी हैं। उन पर चोरी का आरोप लगाकर पिटाई की गई।
मणिपुर में 19 जुलाई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था। अब ऐसी ही एक घटना पश्चिम बंगाल के मालदा में सामने आई है। यहां भीड़ ने दो महिलाओं की पिटाई की, फिर उन्हें अर्धनग्न कर दिया गया।
BJP के IT सेल हेड अमित मालवीय ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। ये घटना भी 19 जुलाई की है। इसका वीडियो 22 जुलाई (शनिवार) को सामने आया।
वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाओं का एक समूह दो महिलाओं को घेरे हुए है। उनके बाल खींचकर चप्पलों से पिटाई की जा रही है। इसके बाद उनके बुरी तरह से कपड़े फाड़ दिए गए। फिलहाल पुलिस की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
दोनों पीड़ित महिलाएं आदिवासी, पुलिस के सामने हुई पिटाई
अमित मालवीय के मुताबिक, यह घटना मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के पाकुआ हाट इलाके में हुई। दोनों पीड़ित महिलाएं आदिवासी हैं। मालवीय ने आरोप लगाया कि, जब उनकी पिटाई हो रही थी और कपड़े उतारे जा रहे थे तो पुलिस वहां मूकदर्शक बनी खड़ी हुई थी।
भाजपा ने 8 जुलाई को भी ऐसी घटना होने का दावा किया
BJP सांसद लॉकेट चटर्जी 21 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला उत्पीड़न की घटना बयां करते हुए रोने लगीं।
शुक्रवार (21 जुलाई) को हुगली जिले से BJP सांसद लॉकेट चटर्जी ने दावा किया था कि पंचायत चुनाव में हिंसा के दौरान भी एक महिला को निर्वस्त्र कर उसकी परेड निकाली गई थी। उन्होंने कहा कि TMC कार्यकर्ताओं ने एक भाजपा उम्मीदवार के साथ यौन उत्पीड़न किया था।
उस घटना का जिक्र करते हुए लॉकेट चटर्जी रोने भी लगीं। उन्होंने कहा कि घटना हावड़ा जिले के दक्षिण पंचला इलाके में हुई थी। हालांकि, इस मसले पर पीड़ित महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
पीड़ित द्वारा दर्ज की गई FIR के अनुसार, TMC उम्मीदवार हिमंत रॉय ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मतदान केंद्र पर महिला के साथ पहले मारपीट की। फिर कुछ लोगों ने साड़ी फाड़ी। महिला का आरोप है कि उसे नग्न होने के लिए मजबूर किया और सरेआम छेड़छाड़ की गई।
हालांकि, बंगाल DGP एम मालवीय ने लॉकेट चटर्जी के इस दावे का खंडन किया। उन्होंने शुक्रवार शाम को जानकारी दी कि हमने घटना की रिपोर्ट दर्ज करके जांच की। जांच में सामने आया कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है। बूथ में पुलिस और सेंट्रल फोर्सेज मौजूद थीं। मामले की जांच की जा रही है।
इसके बाद उत्पीड़न का दावा करने करने वाली महिला ने बताया कि उसके साथ बदतमीजी की गई थी। उसने कहा कि कुछ लोगों ने बाल खींचकर उसे पोलिंग बूथ से बाहर निकाला और सीढ़ियों के नीचे फेंका। उन्होंने मेरे कपड़े भी फाड़ दिए। अगर उस समय मेरे पति वहां न होते, तो वे लोग मेरे साथ कुछ भी कर सकते थे।
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