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बालकनाथ को छोड़कर विधायक बने 3 सांसदों ने दिया इस्तीफा:सीएम फेस पर भाजपा में माथापच्ची; संगठन ने विधायकों को अपने क्षेत्र में भेजा

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बालकनाथ को छोड़कर विधायक बने 3 सांसदों ने दिया इस्तीफा:सीएम फेस पर भाजपा में माथापच्ची; संगठन ने विधायकों को अपने क्षेत्र में भेजा

राजस्थान में भाजपा ने 116 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा तय न होने की वजह से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। - Dainik Bhaskar

राजस्थान में भाजपा ने 116 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा तय न होने की वजह से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं।

राजस्थान में विधानसभा चुनावों का रिजल्ट घोषित हुए तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बरकरार है। अभी तक बीजेपी विधायक दल की बैठक और सीएम के नाम को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इधर, विधायक बने भाजपा के 3 सांसदों ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। इनमें दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शामिल हैं। हालांकि महंत बालकनाथ ने इस्तीफा नहीं दिया है।

जिन 2 लोकसभा सांसदों ने इस्तीफा दिया है, उनकी सीट पर उपचुनाव नहीं होंगे, क्योंकि लोकसभा चुनावों में अब 6 महीने से भी कम समय बचा है। दीया कुमारी राजसमंद, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर ग्रामीण सीट से सांसद थे। वहीं किरोड़ी मीणा राज्यसभा सांसद थे, इसलिए उनके इस्तीफे से खाली हुई सीट पर जरूर राज्यसभा चुनाव होगा।

इधर, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भाजपा में दिल्ली से लेकर जयपुर तक अंदर खाने बैठकें और मंथन चल रहा है। मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर अमित शाह और जेपी नड्‌डा के बीच 4 घंटे बैठक चली है। बीजेपी नेता जल्द राजस्थान सीएम के नाम पर फैसला होने का दावा कर रहे हैं।

राजस्थान बीजेपी में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बना है, इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही चुनाव लड़ती रही है, इसलिए कभी नतीजे आने के बाद असमंजस नहीं हुआ। पहले भैरोसिंह शेखावत बीजेपी के सीएम चेहरे हुआ करते थे। 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे पहले से सीएम चेहरा घोषित थीं, इसलिए असमंजस नहीं हुआ।

2003 और 2013 में वसुंधरा राजे का पहले से ही सीएम बनना तय था, इसलिए नतीजे आने के बाद ही सीएम की शपथ का टाइम तय हो जाता था, विधायक दल की बैठक में नाम की घोषणा केवल औपचारिकता ही रहती थी। दोनों ही बार वसुंधरा राजे ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी।

कामां विधायक नौक्षम चौधरी मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय पहुंची थीं। यहां वो बोलीं- सीएम फेस पर उनकी पसंद कमल का फूल है।

कामां विधायक नौक्षम चौधरी मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय पहुंची थीं। यहां वो बोलीं- सीएम फेस पर उनकी पसंद कमल का फूल है।

एक दिन पहले दिल्ली में बैठक, आज विधायक दल की बैठक का ऐलान संभव
राजस्थान सीएम को लेकर दिल्ली तक हलचल शुरू हो गई है। इसी का लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी से मुख्यमंत्री चयन को लेकर चर्चा की थी। पीएम से नड्डा की इस मुलाकात के बाद अब राजस्थान सीएम पर फैसले की प्रक्रिया आगे बढ़ने की संभावना है। इस मुलाकात के बाद ऐसा तय माना जा रहा है कि बीजेपी बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाने की तारीख का ऐलान कर सकती है।

वहीं मंगलवार को मिलने आए विधायकों को भी उनके क्षेत्र में जाकर एक्टिव रहने के लिए कह दिया गया है। संगठन की ओर से मैसेज पहुंचाया गया है कि जब भी बैठक होगी, आपको जयपुर बुला लिया जाएगा।

2018 में नतीजों के सप्ताह भर बाद सीएम का फैसला हुआ था, 10 दिन बाद हुई थी शपथ
मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस में आम तौर पर फैसले लंबे खींचते रहे हैं, 2018 में कांग्रेस सरकार के गठन में अशोक गहलोत और सचिन पायलट विवाद के कारण देरी हुई थी। 7 दिसंबर 2018 को नतीजे घोषित हुए, एक सप्ताह बाद मुख्यमंत्री पद काे लेकर कांग्रेस में खींचतान चली, 10 दिसंबर 2018 को अशोक गहलोत ने सीएम और सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी।

बीजेपी में सीएम पर फैसला लंबा खींचने पर सियासी चर्चाएं
बीजेपी में मुख्यमंत्री का फैसला लंबा खींचने को लेकर सियासी हलकों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। अब तक सीएम पर फैसला नहीं होने के पीछे केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति को कारण माना जा रहा है। राजस्थान बीजेपी में सीएम चेहरों की लंबी कतार है, ऐसे में देरी के पीछे सबका मन टटोल कर सर्वसम्मति बनाने की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है।

राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अब सीएम रेस को लेकर शक्ति प्रदर्शन शुरू हो चुका है। वसुंधरा राजे के बाद अब संगठन भी खुलकर सामने आ गया है और बीजेपी कार्यालय प्रदेश मुख्यालय व संगठन से मिलने आ रहे विधायकों के नाम जारी किए जा रहे हैं।

खंडार विधायक जितेन्द्र गोठवाल भी मंगलवार को बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सीएम फेस पर मेरी पसंद बीजेपी है। गोठवाल राजे गुट के माने जाते थे।

खंडार विधायक जितेन्द्र गोठवाल भी मंगलवार को बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सीएम फेस पर मेरी पसंद बीजेपी है। गोठवाल राजे गुट के माने जाते थे।

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से ये विधायक मिलने पहुंचे थे

सोमवार और मंगलवार को ये विधायक वसुंधरा से मिलने पहुंचे थे :

विधायकविधानसभा
अरुण चौधरीपचपदरा (बाड़मेर)
जोगाराम पटेललूणी(जोधपुर)
संजीव बेनीवालभादरा(हनुमानगढ़)
दर्शन सिंहकरौली
अजय सिंह किलकडेगाना(नागौर)
जसवंत यादवबहरोड़(अलवर)
कालीचरण सराफमालवीय नगर (जयपुर)
बाबू सिंह राठौड़शेरगढ़(जोधपुर)
प्रेमचंद बैरवादूदू(जयपुर)
गोविंद रानीपुरियामनोहरपुर थाना(झालावाड़)
ललित मीणाकिशनगंज (बारां)
कंवरलाल मीणाअंता(बारां)
राधेश्याम बैरवाबारां
कालूलाल मीणाडग (झालावाड़)
केके विश्नोईगुडामालानी (बाड़मेर)
विक्रम बंशीवालसिकराय (दौसा)
भागचंद टाकड़ाबांदीकुई(दौसा)
रामस्वरूप लांबानसीराबाद(अजमेर)
प्रताप सिंह सिंघवीछबड़ा(बारां)
गोपीचंद मीणाजहाजपुर(भीलवाड़ा)
बहादुर सिंह कोलीवैर(भरतपुर)
शंकर सिंह रावतब्यावर(अजमेर)
मंजू बाघमारजायल(नागौर)
विजय सिंह चौधरीनावां (नागौर)
समाराम गरासियापिंडवाड़ा-आबू रोड(सिरोही)
रामसहाय वर्मानिवाई(टोंक)
पुष्पेंद्र सिंह राणावतबाली(पाली)
शत्रुघ्न गौतम,केकड़ी(अजमेर)
गजेंद्र खींवसरलोहावट(जोधपुर)
गुरवीर सिंहसादुलशहर(श्रीगंगानगर)

सीपी जोशी से ये विधायक मिले थे

विधायकविधानसभा
जवाहर सिंह बेडमनगर (भरतपुर)
उदयलाल भडानामांडल (भीलवाड़ा)
शैलेष सिंहडीग-कुम्हेर (भरतपुर)
जोगाराम पटेललूणी (जोधपुर)
अर्जुनलाल गर्गबिलाड़ा (जोधपुर)
गुरवीर सिंहगंगानगर
हरि सिंह रावतभीम(राजसमंद)
शंकर सिंह रावतब्यावर(अजमेर)
नौक्षम चौधरीकामां (भरतपुर)
गोपीचंद मीणाजहाजपुर (भीलवाड़ा)
गोपाल शर्मासिविल लाइंस (जयपुर)
भजनलाल शर्मासांगानेर(जयपुर)
वासुदेव देवनानीअजमेर उत्तर (अजमेर)
बहादुर सिंह कोलीवैर (भरतपुर)
रविंद्र सिंह भाटी (निर्दलीय)शिव (बाड़मेर)
रामबिलासलालसोट (दौसा)
विक्रम जाखलनवलगढ़ (झुंझुनूं)
रमेश खींचीकठूमर (अलवर)
महेंद्र पाल मीणाजमवारामगढ़ (जयपुर)
विजय सिंह चौधरीनावां (नागौर)
मंजू बाघमारजायल (नागौर)
हंसराज पटेलकोटपूतली (जयपुर)
देवी सिंह भाटीबानसूर (अलवर)
पब्बाराम विश्नोईफलोदी (जोधपुर)
वीरेंद्र सिंह कर्णावटमसूदा (अजमेर)
कैलाश मीणागढ़ी (बांसवाड़ा)

ये 8 विधायक राजे और सीपी जोशी दोनों से मिले थे
इनमें 8 विधायक ऐसे भी थे जो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी दोनों से मंगलवार को मुलाकात की थी। इनमें जोगाराम पटेल, अर्जुनलाल गर्ग, गुरवीर सिंह, शंकर सिंह रावत, गोपीचंद मीणा, बहादुर सिंह कोली, विजय सिंह चौधरी और मंजू बाघमार थे।

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