
रेलवे सुरक्षा आयोग की रिपोर्ट आई सामने, बिना जांच के 18 हजार किलोमीटर चल चुका था इस ट्रेन का इंजन, जबकि इंजन का हर 4500 किलोमीटर पर होना चाहिए मेंटनेंस, 13 जनवरी को हुए हादसे से पहले 38 दिन पहले 6 दिसंबर 2021 को हुई थी इंजन जांच, इस बीच 18 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर चुका था इंजन, समस्तीपुर रेल डिवीजन में इलेक्ट्रिक इंजन के मेंटेनेंस की नहीं सुविधा, फर्जीवाड़ा कर जारी होता था सर्टिफिकेट, हादसे में 9 लोगों की हुई थी मौत थे और 45 से ज्यादा हुए थे घायल
Add Comment