बीकानेर। शहर के कांजी हाउस में गोवंश की लगातार हो रही मौतों पर शहर विधायक जेठानंद व्यास ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
प्रतिदिन 10 से 15 गायों के दम तोड़ने की खबरें सामने आने के बाद यह मुद्दा अब गंभीर होता जा रहा है। गायों की मौत के पीछे की लापरवाही और अनदेखी ने न केवल प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी उंगली उठाई है।
शिकायतें मिलने के बाद शनिवार को भाजपा विधायक जेठानंद व्यास अचानक कांजी हाउस पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्हें चारे का स्टोर बंद मिला और रिकॉर्ड भी गायब था। मौके पर मौजूद स्टाफ से जब सवाल-जवाब किए गए तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका, जिससे विधायक व्यास ने कड़ी नाराजगी जताई।
विधायक व्यास ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चारे और देखभाल के अभाव में गोवंश की मौत होना अत्यंत चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब सड़कों पर खुला घूमने वाला गोवंश जिंदा रह सकता है, तो कांजी हाउस में आने के बाद उसकी मौत कैसे हो रही है? निश्चित तौर पर यह किसी बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान गोवंश ट्रॉमा सेंटर का भी दौरा किया, जहां हालात और भी खराब मिले। लगभग 40 से 50 गायें गंभीर अवस्था में पड़ी थीं, लेकिन किसी तरह का इलाज नहीं हो रहा था। न कोई डॉक्टर नजर आया, न ही कोई कंपाउंडर। व्यास ने आरोप लगाया कि यहां लापरवाही चरम पर है।
प्रशासनिक लापरवाही पर जताई नाराजगी
विधायक ने बताया कि जब उन्होंने नगर निगम आयुक्त को फोन किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। बाद में उपायुक्त से संपर्क कर स्थिति से अवगत करवाया गया। व्यास ने कहा कि गायों की इस तरह की बेकद्री असहनीय है और इसमें शामिल जिम्मेदारों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
विधायक ने मांग की कि कांजी हाउस में चारा, पानी की नियमित व्यवस्था हो, साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कंपाउंडर और डॉक्टर की नियुक्ति की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हालात नहीं सुधरे तो वह इस मुद्दे को विधानसभा तक उठाएंगे।
कांजी हाउस में इस तरह से लगातार हो रही मौतें न सिर्फ नगर निगम की लापरवाही को उजागर कर रही हैं, बल्कि गोसेवा और संरक्षण के दावों की भी पोल खोल रही हैं।
विजुअल्स
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