सोनोलाॅजिस्ट आए और ज्वाइंन कर चले गए, फिर वापस लौट ही नहीं
जिला अस्पताल में पांच माह से धूल फांक रही सोनोग्राफी मशीन, मरीज परेशान
सोनोलॉजिस्ट के लंबे अवकाश पर होने से मरीजों को नहीं मिल रही सोनोग्राफी की सुविधा, बाहर पैसे खर्च कर करानी पड़ती सोनोग्राफी
सोनोलाॅजिस्ट आए और ज्वाइंन कर चले गए, फिर वापस लौटे ही नहीं
नोखा. कहने व सुनने के लिए तो नोखा सीएचसी को जिला अस्पताल में क्रमोन्नत कर दिया गया है, लेकिन यहां सुविधाएं नाकाफी है। जिलेभर में ग्रामीण अंचल के सबसे बड़े राजकीय जिला अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार कराने की जरुरत है। यहां केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल द्वारा सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध कराने के बाद भी इसे नियमित रुप से शुरू नहीं कराया जा सका। करीब 12 लाख की यह मशीन धूल फांक रही है।
जिम्मेदार अधिकारी कह रहे हैं कि जिला अस्पताल में लगाए गए सोनोलॉजिस्ट लंबे समय से अवकाश पर चल रहे हैं। ऐसे में सोनोग्राफी सुविधा नहीं मिल रही है। वहीं जिला अस्पताल में रोज 20 से 25 मरीज ऐसे आते हैं, जिन्हें सोनोग्राफी की जरुरत होती है। यहां पर सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर महिलाओं और अन्य मरीजों को प्राइवेट सेंटरों पर जाकर सामान्य सोनोग्राफी कराने के लिए मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है।
फिर वापस लौटे ही नहीं
अस्पताल सूत्रों के अनुसार करीब पांच माह पूर्व सोनोलॉजिस्ट डॉ सुरेंद्र सिंह खींची का तबादला अन्यत्र हो गया था। उनके स्थान पर डॉ. उम्मेद सिंह को लगाया गया था। उन्होंने अस्पताल में ज्वाइंन कर कुछ दिन सेवाएं दी, फिर अवकाश पर चले गए। इसके बाद वापस लौटकर आए ही नहीं। इस मामले में कई बार विभाग को अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
महीने में तीन दिन प्राइवेट सेंटर पर फ्री मिलेगी सोनोग्राफी सुविधा
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत महीने में तीन दिन 9, 18, 27 तारीख को प्राइवेट सेंटर पर सोनोग्राफी की सुविधा निशुल्क रहेगी। नोखा में इसके लिए सुराणा नर्सिंग होम को अधिकृत किया गया है। यहां मरीज निर्धारित तिथि को निशुल्क सोनोग्राफी करवा सकेंगे। इसकी एवज में सरकार द्वारा निर्धारित राशि का भुगतान प्राइवेट सेंटर को किया जाएगा।
इनका कहना है
जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन तो है, लेकिन सोनोलॉजिस्ट के लंबे अवकाश पर होने के कारण मरीजों को सोनोग्राफी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस बारे में कई बार विभाग को भी अवगत कराया जा चुका है। जैसे ही सोनोलॉजिस्ट की व्यवस्था होगी, सोनोग्राफी की सुविधा फिर से शुरु करवा दी जाएगी।
-डॉ सुनील बोथरा, प्रभारी राजकीय जिला अस्पताल नोखा।
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