UIT ने तोड़े अपने ही बनाए कियोस्क:रोजगार देने के लिए बनाई थी छोटी-छोटी दुकानें; आवंटन के बावजूद लोगों में दिलचस्पी नहीं
बीकानेर में गरीब और बेरोजगार युवकों को काम दिलाने के लिए करीब पंद्रह साल पहले शहर में जगह-जगह कियोस्क बनाए गए थे। इनका साइज इतना छोटा था कि किसी ने लेना उचित नहीं समझा। जिसके नाम से आवंटन हुआ, उन्होंने भी दुकान नहीं खोली। कुछ कियोस्क तो ऐसी जगह बनाए गए, जहां ग्राहक तो दूर आम आदमी का भी आना-जाना नहीं है। ऐसे में इन कियोस्क को अब तोड़ा जा रहा है।
दरअसल, इन कियोस्क को बनाते समय जगह और साइज का ध्यान नहीं रखा गया। शहर में कीर्ति स्तम्भ और भीमसेन चौधरी सर्किल के अलावा कहीं भी कियोस्क उपयोगी साबित नहीं हुए। ऐसे में इन कियोस्क में कोई काम शुरू नहीं हो सका। धीरे-धीरे असामाजिक तत्वों ने इसका दुरुपयोग शुरू कर दिया।
अब जिला कलेक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल ने इनको हटाने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद 3 स्थानों के लगभग 30 जर्जर कियोस्क हटाए गए। नगर विकास न्यास की टीम सुबह ही जेसीबी सहित अन्य संसाधनों के साथ इन स्थानों पर पहुंची और कियोस्क हटाने की कार्यवाही की।
न्यास की टीम ने पटेल नगर, पंचशती सर्किल, नागणेची जी मंदिर के पास और मेडिकल कॉलेज के पीछे बने जर्जर कियोस्क हटाए। यह कियोस्क न्यास की ओर से वर्ष 2003-04 में बनवाए गए थे और इन्हें दस वर्षों के लिए आवंटित किया गया था। वर्तमान में यह जर्जर हो गए थे और असामाजिक तत्वों द्वारा यहां नशाखोरी जैसी अवांछित गतिविधियां की जा रही थी। उसके मद्देनजर जिला कलेक्टर ने गुरुवार को ही इन्हें हटाने के निर्देश दिए थे।
जिसकी पालना में शुक्रवार को न्यास सचिव यशपाल आहूजा की अगुवाई में यह कार्यवाही हुई। जिला कलेक्टर ने बताया कि पंचशती सर्किल से हटाए गए कियोस्क के स्थान का उपयोग पार्किंग के लिए किया जाएगा। पटेल नगर और मेडिकल कॉलेज के पीछे वाले स्थान को व्यवसायिक उपयोग के लिए आवंटित करने की योजना बनाई जाएगी। वहीं नागणेची जी मंदिर के पीछे वाला स्थान जलदाय विभाग को सुपुर्द किया जाएगा। विभाग द्वारा इसका उपयोग टंकी बनाने के लिए किया जाएगा।
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