बीजेपी-कांग्रेस के बागी बने प्रत्याशियों के ‘गले की फांस’, इन 7 सीटों पर सियासी गणित बिगड़ना तय!
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी के बागी भी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। चित्तौड़गढ़, सांचौर, बस्सी, शिव, बासेड़ी, राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ और जयपुर सहित 14 सीटों पर बागी, बीजेपी की टेंशन बढ़ा रहे हैं। इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेताओं के बीच कांटे की टक्कर होने का अनुमान है।
जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 3432 नामांकन दाखिल हुए थे। जांच के दौरान 392 नामांकन निरस्त हो गए और 510 नामांकन वापस ले लिए गए। सही पाए गए 2530 नामांकन पत्र के हिसाब से अब 1526 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। चुनाव के दौरान कई बागी कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ रहे हैं। दोनों प्रमुख दलों के दिग्गज नेताओं ने काफी मान मनुहार की, लेकिन अब नाम वापसी की तिथि बीत चुकी है। यूं तो दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर बागी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही सीटों के बारे में, जहां बागी गले की फांस बने हुए हैं।
चित्तौड़गढ़ में आक्या दे रहे बीजेपी को टेंशन
चित्तौड़गढ़ सीट पर बीजेपी ने मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट कर नरपत सिंह राजवी को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में आक्या ने बागी होकर नामांकन दाखिल किया है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी आक्या मानने को तैयार नहीं हुए। आक्या के चुनाव मैदान में डटे रहने से बीजेपी प्रत्याशी की सांसें अटकी हुई है। आक्या लगातार दूसरी बार विधायक हैं और उनकी जनता में पकड़ काफी अच्छी है। इस सीट पर कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह जड़ावता मैदान में हैं।
सांचौर में बीजेपी सांसद का ‘सिरदर्द’ बने जीवाराम चौधरी
सांचौर से बीजेपी ने लोकसभा सांसद देवजी पटेल को प्रत्याशी बनाया। पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और दानाराम चौधरी ने देवजी पटेल का भारी विरोध किया। बड़ी जनसभाएं और विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन पार्टी ने टिकट पर पुनर्विचार करने से इनकार कर दिया। पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। वे देवजी पटेल के लिए मुसीबत बन गए हैं। सांचौर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई हैं।
शिव सीट पर बागियों से बीजेपी-कांग्रेस दोनों परेशान
बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों से बागी चुनाव मैदान में उतरे हैं। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक अमीन खान को टिकट दिया तो फतेह खान बागी हो गए। बीजेपी ने स्वरूप सिंह को प्रत्याशी घोषित किया तो हाल में ही पार्टी में शामिल हुए रविंद्र सिंह भाटी बागी होकर चुनाव मैदान में कूद पड़े। ऐसे में दोनों ही दलों के लिए यह मुकाबला कांटे की टक्कर का होने वाला है। उधर आरएलपी से जालम सिंह चुनाव मैदान में हैं।
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