माउंटेन गन रेगिस्तान-पहाड़ पर दुश्मन को करेगी ढेर:महाराष्ट्र एमएसएमई डिफेंस एक्सपो 2024 में प्रदर्शित की गई 155 एमएम माउंटेन गन
पुणे/जयपुर
देश में रक्षा उत्पादन सेक्टर में पहली बार महाराष्ट्र सरकार ने पुणे में एमएसएमई डिफेंस एक्स्पो का आयोजन शनिवार से किया हैं। इसमें करीब 465 लघु और मध्यम रक्षा उपकरण निर्माता कंपनियां शिरकत कर रही हैं। इसमें डीआरडीओ की ओर से विकसित की गई 155 एमएम माउंटेन गन को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया गया हैं। ये ऐसी फील्ड गन है जो कारगिल जैसी पहाड़ की चोटी हो या थार रेगिस्तान के रण में दुश्मन को ढेर कर हेवी व्हीकल पर लगी होने के कारण ये अपनी पोजिशन तुरंत ही बदल सकती हैं। आने वाले ये पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर चीन और पाकिस्तान को परास्त करने में सक्षम रहेगी।
भारत दुनिया का तीसरा देश, जिसके पास ये गन
155 एमएम गन विकसित करने वाले डीआरडीओ के वैज्ञानिक शैलेष गावस्कर ने बताया कि इसे डीआरओडी की अहमदनगर स्थित वाहन अनुसंधान तथा विकास स्थापन ने डवलेप किया है। साथ में इंडस्ट्री पार्टनर बीईएमएल और भारत फोर्ज ने गन सिस्टम विकसित किया हैं। इस तरह की गन फ्रांस के पास सीजर व इजराइल के पास एडमोस हैं। लेकिन भारत की ये पूरी स्वदेशी इस माउंटेन गन की क्षमता और रेंज सबसे ज्यादा हैं। इसकी रेंज 45 किमी है और वाहन की स्पीड 80 किमी प्रति घंटा हैं। इससे इसकी मोबिलिटी कुछ ही मिनटों में बदल सकती हैं। फायर करने के बाद तुरंत ही लोकेशन बदलने की क्षमता होने के कारण इसे ‘शूट एंड स्कूट’ यानी ‘दागो और भागो’ की क्षमता विकसित की गई हैं।
अब तक तीन ट्रायल, भारत फोर्ज करेगी निर्माण
आने वाले कुछ ही सालों में ये गन भारतीय सेना को मिलेगी। वहीं निजी क्षेत्र की कंपनी में इसके उत्पादन की तैयारी हैं। इसे दूसरे देशों को निर्यात भी किया जाएगा। इसके अब तक तीन सफल ट्रायल हो चुके हैं। हाल में थलसेना के साथ पोकरण फायरिंग रेंज में इसका ट्रायल हो चुका हैं। आने वाले दिनों पहाड़ी क्षेत्र में उसका ट्रायल किया जाएगा। सभी तरह के ट्रायल पूरे होने के बाद इसकी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए पूणे की कंपनी भारत फोर्ज से बातचीत चल रही हैं। ये कंपनी फील्ड गन सिस्टम के कई हथियार पहले से ही विकसित कर चुकी हैं। कुछ देशों के साथ निर्यात की बातचीत चल रही हैं।
तीन दिन में एक लाख स्टूडेंट करेंगे संवाद
रक्षा उत्पादन क्षेत्र में छोटे और मध्यम इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए ऑटोमोबाइल हब पुणे में ये आयोजन पहली बार किया गया हैं। आयोजन पार्टनर और निबे इंडस्ट्रीज के चेयरमेन गणेश निबे ने बताया कि आने वाले तीन दिनों में एक लाख इंजीनियरिंग स्टूडेंट संवाद करेंगे। एक्स्पो में 465 कंपनियां भाग ले रही है। 10 हजार कंपनियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। वे विजिट करेंगे और कंपनियों के साथ सेना अफसरों से संवाद करेंगे। पहले दिन महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणनवीस, वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी, दक्षिणी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टनेंट जनरल एके सिंह ने शिरकत की।
Add Comment