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मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 (प्रथम चरण) में जिले में होंगे 68.36 करोड़ के काम,जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कार्य योजना का हुआ अनुमोदन

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बीकानेर, 24 फरवरी। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत जिले में 68.36 करोड़ रुपए व्यय कर 3 हजार 305 काम करवाए जाएंगे। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के प्रथम चरण की कार्ययोजना के अनुमोदन के लिए शनिवार को बैठक आयोजित हुई। बैठक में इस कार्य योजना पर चर्चा कर अनुमोदन किया गया।
जिले के विभिन्न ब्लॉक्स में इस अभियान के तहत स्वीकृत किए गए कार्य और आवंटित राशि के संबंध में समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर वृष्णि ने कहा कि विभिन्न विभागों के सहयोग से जो कार्य प्रारंभ किए जाने हैं उन्हें समय पर शुरू करवाते हुए गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करवाया जाना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए विभागीय समन्वय पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
सीईओ जिला परिषद सोहनलाल ने बताया कि योजना के तहत बज्जू खालसा में 317, खाजूवाला में 277, कोलायत में 634, लूणकरणसर में 212, नोखा में 723 , पांचू में 464, श्री डूंगरगढ़ में 382 , पूगल में 245 तथा बीकानेर में 51 कार्यों को स्वीकृति दी गई है। उन्होंने बताया कि योजना में कृषि, वन, उद्यानिकी, पंचायती राज, ग्रामीण विकास और वाटरशेड विभाग द्वारा समन्वय से कार्य किया जाएगा। बज्जू खालसा में 7 करोड़ 38 लाख, बीकानेर में 76 लाख 38 हजार, खाजूवाला में 8 करोड़ 36 लाख, कोलायत में 12.30 करोड़, लूणकरणसर में 5.24 करोड़ ,नोखा में 12.49 करोड़ ,पांचू में 10 करोड़ 71 लाख, पूगल में 4.10 करोड़ तथा श्रीडूंगरगढ़ में 6.98 करोड़ रुपए के कार्य करवाए जाएंगे।
योजना के तहत विभागीय स्कीम के अतिरिक्त मनरेगा और स्टेट फंड के माध्यम से कार्य करवाए जाएंगे। इनमें से 32 करोड़ 29 लाख रुपए के कार्य विभागीय फंड से 13 करोड़ 4 लाख रुपए के कार्य मनरेगा के तहत तथा 23 करोड़ 3 लाख के कार्य स्टेट फंड के माध्यम से होंगे।
जिला कलेक्टर ने बताया कि वर्ष 2024- 25 के बजट घोषणा के अनुसार राज्य सरकार द्वारा 11200 करोड रुपए खर्च कर अगले 4 वर्षों में 20 हजार गांवों में 5 लाख जल संरक्षण संरचनाएं तैयार करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत आमजन से चर्चा करते हुए प्राथमिकता से पक्के एनिकट बनवाने, पेयजल स्रोतों को पुनर्जीवित करवाने, गांव में पेयजल की कमी को दूर करते हुए संरचनाएं बनवाने जैसे कार्य करवाए जाएंगे। साथ ही भूजल स्तर में वृद्धि करने, वर्षा जल संग्रहण, कृषि योग्य क्षेत्रफल को बढ़ाने, जल और मृदा संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करते हुए सघन वृक्षारोपण करने जैसे उद्देश्यों के साथ यह अभियान चलाया जाएगा।
वर्ष 2023 -24 में इन गांवों का हुआ चयन
वर्ष 2023 -24 के दौरान जिले के बज्जू खालसा में बज्जू खालसा और बज्जू तेजपुरा, खाजूवाला के खारवाली, 4 एआरएम, सुरजनवाली, 9 सीएचटीएम ,4 एडब्ल्यूएम, कोलायत के मंडाल चारणान, चक बीठनोक, सराह बोकोलाई, सराह पुनोलोओ, सराह संदायत, पांचू के मान्यणा तथा पारवा का चयन किया गया है। इसी प्रकार नोखा ब्लॉक के रायसर, बीरमसर, लाधुपुरा और भोम मैयासर, बीकानेर के नापासर लूणकरणसर के राजपुरा हुडान और किशनासर, पूगल के केलां तथा श्री डूंगरगढ़ के राणासर हंसावत, राणासर नारुकान और बाना गांव का चयन इस योजना के तहत किया गया है।
बैठक में वाटरशेड अभियान अधीक्षण अभियंता के अतिरिक्त संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार कैलाश चौधरी सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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