मूसेवाला को मारने वाली गैंग की जड़ें राजस्थान में:जेल से चलती है 600 शार्प शूटर की गैंग; नया अंडरवर्ल्ड बनाना चाहता है लॉरेंस
मशहूर पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। लॉरेंस फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में है। इससे पहले वो राजस्थान की जोधपुर और अजमेर जेल में भी लंबे समय तक रह चुका है। पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस गैंग में करीब 600 शार्प शूटर हैं।
लॉरेंस के खास दोस्त गैंगस्टर गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा भी कि गोल्डी बरार और लॉरेंस ग्रुप ने अपने भाई विक्की मिड्डुखेड़ा और गुरलाल बरार की हत्या का बदला ले लिया है। ये दोनों गोल्डी और लॉरेंस के बेहद करीबी थे। इस हत्याकांड के बाद लॉरेंस गैंग एक बार फिर सुर्खियों में है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में लॉरेंस के रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो तिहाड़ जेल से ही अपनी गैंग राजस्थान सहित कई राज्यों में ऑपरेट कर रहा है।
पहले जानिए गोल्डी और लॉरेंस कैसे नजदीक आए
लॉरेंस पंजाब के फाजिल्का जिले का रहने वाला है। गोल्डी बरार और लॉरेंस ने 2008 में पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति से साथ काम करना शुरू किया। लॉरेंस ने जब पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव लड़ा, तब गोल्डी बरार उसका सीनियर था। धीरे-धीरे दोनों ने क्राइम वर्ल्ड में सिक्का जमाया।
कई बड़े गैंगस्टर्स से रिश्ते
क्राइम की दुनिया में लॉरेंस का दबदबा कई लोगों की मदद से बना। लॉरेंस की एक साथी राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा गोल्डी बरार के साथ मिलकर इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेट चलाती थी। अनुराधा अजमेर जेल में बंद है। लॉरेंस का सबसे करीबी शख्स राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल था।
आनंदपाल गैंग के प्रमुख गुर्गे सुभाष मुंड के कहने पर लॉरेंस के शूटर्स ने 5 साल पहले सीकर के पलसाना में पूर्व सरपंच सरदार राव की हत्या भी की थी। दरअसल, सरदार राव आनंदपाल के गुर्गे सुभाष के चाचा हरदेवाराम का राजनीतिक दुश्मन था। इसी केस की पूछताछ में लॉरेंस ने बताया था कि आनंदपाल के दुश्मन उसके भी दुश्मन हैं।
600 से ज्यादा शॉर्प शूटर की गैंग
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस की गैंग में 600 से ज्यादा शॉर्प शूटर हैं। पुलिस की जांच में यह बात सामने आ चुकी है। वह पूरी गैंग को जेल से ऑपरेट करता है। उसने राजस्थान में मुंबई जैसा अंडरवर्ल्ड बनाने का सपना आनंदपाल की मौत के बाद देखना शुरू किया। आनंदपाल की मौत पुलिस एनकाउंटर में जून 2017 को हुई थी।
जोधपुर से की थी राजस्थान के क्राइम वर्ल्ड में एंट्री
लॉरेंस ने 2017 में राजस्थान में सबसे पहली वारदात जोधपुर में की थी। उसने जोधपुर शहर के दो बड़े बिजनेसमैन को रंगदारी के लिए धमकाया था। रंगदारी नहीं मिली तो लॉरेंस ने उनके घर के बाहर फायरिंग करवाई। इस घटना के बाद राजस्थान में पहली बार लॉरेंस का नाम सामने आया था। दिसंबर 2017 में ही जोधपुर के एक व्यापारी के मर्डर में भी उसका नाम आया था। उस समय लॉरेंस पंजाब के फिरोजपुर जेल में बंद था। जाेधपुर पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर जोधपुर लाई थी। जोधपुर जेल में रहते हुए उसने राजस्थान में अपना नेटवर्क बढ़ाना शुरू कर दिया था। इसके बाद शहर में फायरिंग की घटनाएं बढ़ने लगी तो उसे अजमेर जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
सलमान खान को धमकी देकर आया था चर्चा में
लॉरेंस का नाम पहली बार तब सामने आया, जब उसने बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। कोर्ट में पेशी के दौरान 5 जनवरी 2018 को सलमान को मारने की धमकी दी थी। तब ऐसा माना गया था कि उसने ये धमकी इसलिए दी ताकि वो हिरण शिकार केस में सलमान के विरोधी विश्नोई समाज के लोगों का दिल जीत सके। उसने इसी रणनीति पर काम करते हुए आनंदपाल (AP) गैंग का भी सपोर्ट किया था, ताकि AP गैंग का भी वह सरगना बन सके और राजस्थान में उसका नेटवर्क और मजबूत हो जाए।
SOPU के जरिए कॉलेज-यूनिवर्सिटी में भी पहुंच बना चुका
लॉरेंस स्टूडेंट यूनियन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) के जरिए अपनी गैंग की पहुंच राजस्थान की यूनिवर्सिटी और कॉलेज में पहुंच बना रहा है। सोपू ग्रुप से कॉलेज के युवाओं को जोड़ा जा रहा है। अजमेर, जयपुर, उदयपुर और सीकर के साथ-साथ नागौर में भी SOPU ने अपना पूरा पैनल बना रखा है।
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