सभा में आत्मिक शांति के लिए रखा दो मिनट का मौन
योग विद्या के सच्चे साधक थे सुभाष चंद्र – नितिन वत्सस
बीकानेर के नामचीन योग गुरु सुभाष चंद्र शर्मा के असामयिक निधन पर बीकानेर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, शिक्षाविद, विभिन्न क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व जिम के युवाओं ने सुदर्शनानगर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लेकर उन्हें नमन किया व उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला । श्रद्धांजलि सभा में योगगुरु के तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए बीकानेर शहर जिला संगठन महासचिव नितिन वत्सस ने कहा की सुभाष जी अपने विधा कौशल का निरंतर प्रसार करते हुए नौजवान पीढ़ी को सनातन संस्कृति की परिचायक योग विद्या में पारंगत करने का कार्य निस्वार्थ भाव से करते रहे आप अपनी विधा कौशल के एक सच्चे साधक थे इनकी क्षति पूर्ति को पूर्ण करना संभव नहीं है लेकिन इनके संकल्पो से जीवन को नई दिशा जरूर दी जा सकती है । जोधपुर के जितेंद्र अबोटी ने कहा की योग और अपने नित्य धर्म के प्रति प्रगाढ़ आस्था रखने वाले विरले व्यक्तित्व थे सुभाष जी । आज उनकी कमी को इसी रूप में पूरा किया जा सकता है की हम सब मिलकर अपने घरों के आस पास लगातार योग शिक्षा का प्रचार प्रसार करते हुए नई पीढ़ी को इसमें पारंगत करे । श्रद्धांजलि सभा का संचालन करते हुए हिमालय परिवार के आर के शर्मा ने विस्तार से सुभाष शर्मा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की आज से 30 साल पहले भी जिस फुर्ती और समय की प्रतिबद्धता से कार्य करते रहे उसी अंदाज में अपने जीवन के अंतिम समय तक योग प्रशिक्षण देते रहे एक मृदुभाषी मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे सुभाष चंद्र शर्मा । पिछले 40 वर्षों से योग व विभिन्न आसनों के प्रशिक्षण व अभ्यास के लिए सुभाष शर्मा का नाम जाना जाता रहा है जिन्होंने युवाओं को ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों को भी योग क्रियाएं का अभ्यास करवाया । शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के विभिन्न शिविरों में भी बालक-बालिकाओं को योग क्रियाओं व आसनों का प्रशिक्षण देकर अभ्यास कराया ।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए उन्हें विभिन्न मोटिवेशनल स्पीच के लिए भी बुलवाया गया । सूूक्ष्म योगिक क्रियाएं व आसनों पर उनके आलेख विभिन्न प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किए जाते रहे । इस अवसर पर शिक्षाविद् शिवनाम सिंह भाजपा मंडल अध्यक्ष नरसिंह सेवग, शाकद्वीपीय ब्राह्मण बंधु चौरिटेबल ट्रस्ट के सी के शर्मा, महासभा के पुरुषोत्तम सेवक, चंद्रशेखर शर्मा, महेश, मनोज सेवग, मरूश्री सत्येंद्र शर्मा, एडवोकेट सुरेंद्र शर्मा, भास्कर, अश्विनी, ललित,सतीश, दाउलाल भोजक, सुंदरलाल सेवग, जयदेव शर्मा, निरंजन पांडे, देवेन्द्र शर्मा, विनोद पीए साहब, शरद, शिव प्रकाश, विजय गौड़, राजेन्द्र हटीला, मनमोहन, प्रवीण शर्मा सहित अनेक शिक्षक सहकर्मी और उनके शिष्यों की ने पुष्पांजलि व श्रद्धांजलि दी । अंत में 2 मिनट का मौन रखा गया ।
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