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रामनवमी पर दंगे भड़काने के लिए हिंदू महासभा के नेताओं ने खुद कटवाई थी गाय, पुलिस ने किया साजिश का खुलासा

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*यूपी : रामनवमी पर दंगे भड़काने के लिए हिंदू महासभा के नेताओं ने खुद कटवाई थी गाय, पुलिस ने किया साजिश का खुलासा*
आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के गौतम नगर में गुफा के पास गोकशी कर रामनवमी पर माहौल खराब करने की साजिश रची गई थी। पुलिस की विवेचना में यह खुलासा हुआ है। पुलिस ने दो आरोपी गिरफ्तार किए हैं। पुलिस ने बताया कि साजिश अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने की थी। एक गुट दूसरे गुट को फंसाना चाहता था। पुलिस ने महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट को मुख्य साजिशकर्ता बताया है। कार्यकर्ता भी इस साजिश में शामिल थे।
*ये था मामला*
रामनवमी पर गोकशी की वारदात हुई थी। गोमांस बरामद हुआ था। अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी पहुंचे थे। गढ़ी चांदनी निवासी पदाधिकारी जितेंद्र कुशवाहा ने मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि उन्हें गोकशी की सूचना मिली थी। वो कार्यकर्ता विशाल और मनीष के पास पहुंचे थे।
*इन्हें किया गया था नामजद*
एत्माद्दौला निवासी रिजवान उर्फ काल्टा, आलमगंज निवासी नकीम, विज्जू उर्फ छोटू और लोहामंडी निवासी शानू को नामजद किया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाने का घेराव कर प्रदर्शन हुआ था। डीसीपी लाइन सूरजराय ने बताया कि विवेचना में कई तथ्य सामने आए। दो आरोपी सैयद पाड़ा निवासी इमरान कुरैशी उर्फ ठाकुर और शानू उर्फ इल्ली को गिरफ्तार किया। नामजद आरोपियों का गोकशी से लेना-देना नहीं था।
जेल भिजवाने पर मानी थी रंजिश
एसीपी छत्ता आरके सिंह के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुख्य साजिशकर्ता हैं। झल्लू औरर संजय जाट के बीच बातचीत हुई थी। शानू उर्फ इल्ली व नदीम उर्फ झल्लू का नकीम व उसके भाई बिज्जो उर्फ छोटू, रिजवान उर्फ काल्टा आदि से विवाद चला आ रहा है। नकीम नगर निगम कर्मी है। उसने पूर्व में झल्लू और इमरान को जेल भिजवाया था। तभी से वो उससे रंजिश मानते हैं। इसलिए गोकशी कर नकीम और उसके साथियों को फंसाने की साजिश रची गई।
*पहले स्थान चिह्नित किया, फिर की वारदात*
पुलिस की पूछताछ में इल्ली ने बताया कि 29 मार्च की रात 8 बजे वो और झल्लू मेहताब बाग पहुंचे। दोनों स्कूटी और बाइक पर थे। इमरान, सलमान पुत्र सलीम और शानू पुत्र सायरो बानो मौजूद मिले। शानू को वहीं छोड़ दिया। वो गुफा के पास खाली पड़े मैदान में पहुंचे। वहां गाय घूम रही थीं। तय किया कि किसी गाय को काटेंगे। शानू, इमरान और सलमान रुक गए। इल्ली और झल्लू भगवान टाकीज आ गए। यहां पर सौरभ शर्मा, ब्रिजेश भदौरिया, शानू उर्फ अजय मिल गए। गाय काटने की सूचना सौरभ शर्मा, ब्रिजेश और शानू ने अन्य पदाधिकारियों को दी। सुल्तानगंज पुलिया पर जितेंद्र कुशवाहा मिले। सभी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक, षड्यंत्र में संजय जाट की मुख्य भूमिका रही। झल्लू, सौरभ, ब्रिजेश, शानू उर्फ अजय ने पहुंचकर नकीम आदि पर आरोप लगाया। आरोपी उनके सामने भागे हैं।
*लोकेशन से खुला राज*
एसीपी छत्ता ने बताया कि सबसे पहले जितेंद्र कुशवाहा से पूछताछ की। उनसे कहा कि कैसे जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि मुखबिर ने बताया। इस पर मुखबिर का नाम बताने के लिए कहा। उन्होंने झल्लू का नाम लिया। पड़ताल में जानकारी मिली कि दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी। संजय जाट और जितेंद्र कुशवाह के बीच बातचीत हुई थी। नकीम सहित अन्य नामजद आरोपियों की लोकेशन घटनास्थल पर नहीं मिली। वह एक महीने से इस इलाके में नहीं आए थे।
*षड्यंत्र करके फंसाया*
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने बताया कि मुझे और पदाधिकारियों को षड्यंत्र करके फंसाया गया है। सभी लोग गोकशी की सूचना पर पहुंचे थे। इसके अलावा किसी से कोई बातचीत नहीं है। महासभा मामले में उग्र आंदोलन के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेगी। मामले में सीबीसीआईडी जांच की मांग की जाएगी।

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