सीएस सुधांश पंत अचानक पहुंचे ग्रेटर नगर निगम ऑफिस:पेंडेंसी को लेकर पूछे सवाल, अधिकारियों-कर्मचारियों की हाजिरी का रजिस्टर देखा
मुख्य सचिव सुधांश पंत बुधवार सुबह अचानक जयपुर ग्रेटर नगर निगम के ऑफिस पहुंचे। सीएस करीब 1 घंटे तक निगम मुख्यालय में रुके। इस दौरान उन्होंने विभिन्न शाखाओं में जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने पत्रावलियों को देखा और अधिकारियों की उपस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पेंडेंसी को लेकर भी सवाल किए। पंत ने निगम अधिकारियों और कर्मचारियों का हाजिरी रजिस्टर भी देखा।
मुख्य सचिव सुधांश पंत करीब 1 घंटे तक ग्रेटर नगर निगम में रुके थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों की उपस्थिति की जानकारी ली।
मुख्य सचिव सुधांश पंत सुबह करीब 9.25 बजे ग्रेटर नगर निगम के मुख्यालय पहुंचे। इसके बाद उन्होंने निगम मुख्यालय में विभिन्न शाखाओं में जाकर निरीक्षण किया। सीएस ने कर्मचारियों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों-कर्मचारियों का हाजिरी रजिस्टर देखा। सीएस ने नदारद रहने वाले कर्मचारियों को लेकर साफ तौर पर सही व्यवस्था बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने पत्रावलियों को देखा और अधिकारियों की उपस्थिति की जानकारी लेने का साथ ही पेंडेंसी को लेकर भी सवाल किए। वहीं ई-फाइलिंग और निगम के कामकाज को सुविधाजनक बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान आयुक्त रुक्मणी रियार भी मौजूद रहीं। आयुक्त से ऑनलाइन कामकाज की जानकारी लेने के साथ समय पर काम करने की बात कही।
ग्रेटर नगर निगम आयुक्त रुक्मणी रियार ने बताया कि मुख्य सचिव ने निगम के कामकाज को संतोषप्रद बताया है।
जेडीए में 3 अधिकारियों को किया गया था एपीओ
इससे पहले सीएस सुधांश पत ने 23 जनवरी को जेडीए (जयपुर विकास प्राधिकरण) और 2 फरवरी को कलेक्ट्रेट ऑफिस निरीक्षण करने पहुंचे थे। सुधांश पंत जेडीए में निरीक्षण के लिए सबसे पहले मुख्य भवन पहुंचे, लेकिन तब तक वहां जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त मंजू राजपाल और सचिव नलिनी कठोतिया नहीं आए थे। इसके बाद पंत इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में पहुंचे। यहां भी कई अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिले। इसके अलावा जगह-जगह कचरा और पुराना कबाड़ रखा हुआ था। इसे देख सीएस ने नाराजगी जताई।
मुख्य सचिव के जयपुर विकास प्राधिकरण ऑफिस पहुंचने की सूचना मिलने पर कुछ देर बाद आयुक्त और सचिव ऑफिस पहुंचे। इसके बाद मुख्य सचिव ने आयुक्त और सचिव के साथ जोन कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से फाइलों की पेंडेंसी के बारे में जानकारी मांगी। हाजिरी रजिस्टर भी देखा। इसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी नहीं थी। पंत ने जेडीए आयुक्त को देरी से दफ्तर आने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। इसके कुछ ही घंटे बाद कार्मिक विभाग ने जेडीए की सचिव नलिनी कठोतिया (IAS), अतिरिक्त आयुक्त आनंदीलाल वैष्णव और उपायुक्त प्रवीण कुमार द्वितीय को को एपीओ कर दिया था।
मुख्य सचिव सुधांश पंत के निरीक्षण के बाद जेडीए में 1 आईएएस और 2 आरएएस अधिकारियों को एपीओ किया गया था।
कलेक्ट्रेट में फाइलें पेंडिंग मिलीं तो फोटो ली
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने 2 फरवरी को जयपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस का निरीक्षण किया था। यहां उन्होंने एक-एक अधिकारियों के चैंबर का निरीक्षण किया, इस दौरान कुछ अधिकारी गायब मिले। कलेक्ट्रेट ऑफिस आने से पहले पंत संभागीय आयुक्त की बिल्डिंग में भी गए थे, जहां उन्होंने कर्मचारियों-अधिकारियों की उपस्थिति और उनके टेबल पर रखी फाइलों को देखा। दौरे के दौरान सीएस ने एक-एक एसडीएम और एडीएम के चैंबर को खुद जाकर देखा। जयपुर सिटी एसडीएम के चैंबर में उन्होंने फाइलों का अंबार देखा तो कुछ फाइलें भी पढ़कर देखीं।
उधर, कलेक्ट्रेट ऑफिस में ही आरएए (राजस्व अपील अधिकारी) रामावतार गुर्जर अपने चैंबर में नहीं मिले, तो सीएस ने उनके स्टाफ से जानकारी ली। उनके यहां भी फाइलों की पेंडेंसी दिखी, जिसकी मुख्य सचिव ने फोटो ली।
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