स्कूली छात्राओं के टूर की मिनी बस पलटी:32 छात्राएं घायल, 7 के हाथ में चोट; एक की जीभ कटी
अलवर के लक्ष्मणगढ़ में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल की 46 छात्राओं से भरी मिनी बस पलट गई। इससे करीब 32 बालिकाएं घायल हो गईं। 5 से 7 छात्राओं के हाथ में चोटें हैं। इनमें से एक-दो के फैक्चर भी हैं। एक बालिका की जीभ कटी है। एक बालिका के सिर में गंभीर चोट है। 3 छात्राओं को लक्ष्मणगढ़ से अलवर रेफर किया है।
ओवर स्पीड व स्कूल की लापरवाही: छात्राओं की जुबानी
राबाउमावि लक्ष्मणगढ़ की कक्षा छह से आठवीं कक्षा की छात्राओं को पास के ITI कॉलेज में विजिट थी। जहां बालिकाओं को ले जाने के लिए मिनी बस मंगाई। एक ही वाहन में 46 से अधिक छात्राओं को खड़ा कर दिया। वाहन ओवरलोड हो गया। दो मैडम भी साथ गई। वे आगे बैठ गई। इसके बाद चालक ने तेज रफ्तार से वाहन को दौड़ाया। सामने से एक ऑटो आया। उसे बचाते समय भी स्पीड कम नहीं की। इसी दौरान वाहन का संतुलन बिगड़ गया और पलट गया। यह घटना शनिवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे की है।
एक छात्रा की जीभ कट गई।
एक मैडम का हाथ फ्रैक्चर, 3 अलवर रेफर
इसी वाहन में टीचर प्रियंका चंदेला व सरोज जैन भी बैठी थी। प्रियंका चंदेला के हाथ में फ्रैक्चर आया है। वहीं सरोज को अंदरुनी चोट लगी है। छात्रा बबीता, इग्लिशा, मनीषा, अंजना व मधु को लक्ष्मणगढ़ से अलवर रेफर किया है। अलवर अस्पताल में 2 छात्राएं पहुंची थीं। मनीषा के सिर में गंभीर चोट है।
अस्पताल में छात्राओं के अभिभावक पहुंचे।
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही
स्कूल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही रही। एक ही वाहन में 46 से अधिक छात्राओं को भेजा। जबकि इस तरह के कैंप के लिए सरकार से बजट भी मिलता है। फिर यह कॉलेज तो स्कूल से दूर भी नहीं था। फिर भी लापरवाही की। वहीं साथ में चल रही मैडल ने वाहन चालक को नहीं रोका। जो ओवर स्पीड चला रहा था।
छात्रा मनीषा के सिर में चोट लगी है।
मामले को दबाने में लगे
स्कूल की छात्राओं से इतनी बड़ी घटना होने के बाद मामले को दबाने का प्रयास किया। कुछ छात्राओं को तुरंत घर भेज दिया। आगे अफसरों को नहीं बताया कि छात्राएं गंभीर घायल हैं। अलवर के अधिकारी बताते रहे कि एक ही छात्रा को चोट आई हैं।
इस वाहन से व्यावसायिक शिक्षा भ्रमण पर छात्राओं को ले जाया गया। जो पलट गया।
अब मामले की जांच होगी
अब अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच होगी। लापरवाही के स्तर पर एक्शन लिया जाएगा। यह बच्चों के भविष्य का सवाल है। वहीं सीएचसी लक्ष्मणगढ़ के प्रभारी डॉ ओपी मीना ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ सीएचसी में 12 छात्राएं आई थी। जिनमें से दो को अलवर रेफर किया। एक का हाथ फ्रैक्चर था और दूसरी बेहोश थी। बाकी हरसाना भी घायल पहुंची थी।
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