जयपुर। आई आई एस डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर 2870 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। आश्वस्त रहें, चाहे आप कोई भी क्षेत्र चुनें, आप भारत की सशक्त और प्रबुद्ध महिलाएं होंगी जो भविष्य में नेतृत्व करेंगी : ओम बिरला
कड़ी मेहनत करें, बड़े सपने देखें, खुद से प्रतिबद्धता करें ओम बिरला जो शिक्षा आपने प्राप्त की है उसके साथ न्याय करें: ओम बिरला
आई आई एस विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार को ए पी जे अब्दुल कलाम सभागार, शिप्रा पथ मानसरोवर, जयपुर में दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. अशोक गुप्ता ने की। माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर डॉ. महेश कोटबागी, डायरेक्टर रोटरी इंटरनेशनल एवं वीरेंद्र पी शर्मा, सी.ई.ओ. पी. टी. मित्र अदि परकासा, जकार्ता इंडोनेशिया को डी. लिट ऑनरिस कोसा से नवाजा गया।
2870 छात्राओं को विभिन्न संकायों में डिग्रीयां प्रदान की गई जिनमें से 117 पीएचडी, 722 पोस्ट ग्रेजुएशन, 2031 अंडर ग्रेजुएशन शामिल हैं। अन्य श्रंखला में मेधावी स्नातकों को 99 गोल्ड मैडेल्स, 18 प्लेक्स, 30 एंडोमेंट एवं 499 को मैरिट सर्टिफिकेट्स दिए गए।

कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह कक्ष में उपस्थित मुख्य अतिथि गणमान्य व्यक्तियों, अतिथियों एवं स्नातकों का स्वागत किया। उन्होंने स्वागत भाषण में दर्शकों को आई आई एस विश्वविद्यालय के मुख्य उददेश्यों से अवगत कराया। स्वागत भाषण में, डॉ. गुप्ता ने बताया कि 1995 में छात्राओं की कम संख्या के साथ इंटरनेशनल कॉलेज के रूप में शुरु हुई आई आई एस की यात्रा में कम समय में इसने उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता की दिशा में भारत के शीर्ष संस्थानों में नाम दर्ज कराया है।
छात्रों को उनकी सफलता पर बधाई देते हुए अलग पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों के साथ जुड़ने और
बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित किया, जो बदले में उन्हें आवश्यक मानव अनुभव की जटिलता और
समृद्धि की स्पष्ट समझ विकसित करने में मदद करेगा।
कुलाधिपति की अनुमति से विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टी एन माथुर ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए, भारत की नई शिक्षा प्रणाली की रुपरेखा को रेखांकित करते हुए एनईपी 2020 के निर्धारित लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए सभी को प्रेरित किया। उन्होंने स्नातकों को बधाई दी और कहा कि “आश्वस्त रहें, चाहे आप कोई भी क्षेत्र चुनें आप भारत की सशक्त और प्रबुद्ध महिलाएं होंगी जो भविष्य में नेतृत्व करेंगी।” उत्कृष्टता के पथ पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने सभी छात्राओं को सलाह दी कि चैट जीपीटी और इंस्टाग्राम के युग में रहने के बावजूद उन्हें जीवन में शॉर्टकट का पालन नहीं करना चाहिए क्योंकि सफलता आसानी से नहीं मिलती है। उन्होंने छात्रों को कड़ी मेहनत करने, बड़े सपने देखने खुद से प्रतिबद्धता करने और प्राप्त शिक्षा के साथ न्याय करने के लिए भी प्रेरित किया।
इस मौके पर कुलाधिपति डॉ. अशोक गुप्ता ने सभी स्नातकों को शपथ दिलाई।
रेक्टर एवं रजिस्ट्रार डॉ. राखी गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया। स्नातकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि सभी अद्वितीय हैं और उनमें प्रतिभा और क्षमताएं हैं। उन्हें खुद पर विश्वास कर और कड़ी मेहनत के दम पर आगे बढ़ना चाहिये।
इसके अलावा, विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों में उनकी उत्कृष्टता के लिए एंडोमेंट पुरस्कार दिये गये। शची विजय, गगनप्रीत कौर, समृद्धि जैन ने शिव सरस्वती मेमोरियल गोल्ड मेडल, सपना इस्सवानी और करीना दत्ता ने डॉ. शांता नरेंद्र भानावत मेमोरियल गोल्ड मेडल, रिया प्रीतम ने के एम सहाय मेमोरियल गोल्ड मेडल, रिद्धिका तिवारी को ओपी बंसल मेमोरियल गोल्ड मेडल अवार्ड, तनु मुद्रा को पवन बंसल मेमोरियल गोल्ड मेडल, संगीता देवबरना और मनीला जैन को राधेश्याम बधालिया मेमोरियल गोल्ड मेडल, आस्था सक्सेना को राम प्यारी- सुरजी मेमोरियल गोल्ड मेडल और जे.पी. गुप्ता मेमोरियल गोल्ड मेडल, प्रेम चंद बख्शी मेमोरियल गोल्ड मेडल गार्गी सलोत्री और प्रो. वोल्कर हेइन एफ.आर.एस गोल्ड मेडल और हुकम कौर-नंद राम मेमोरियल गोल्ड मेडल रिद्धि खंडेलवाल को मिला।











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