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आतंकियों को उड़ाईं धज्जियां, खुद टाइप करती हैं फैसले… जानें गुजरात की पहली महिला चीफ जस्टिस सोनिया गोकानी कौन

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आतंकियों को उड़ाईं धज्जियां, खुद टाइप करती हैं फैसले… जानें गुजरात की पहली महिला चीफ जस्टिस सोनिया गोकानी कौन
Chief Justice of Gujarat HC: सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने गुजरात हाईकोर्ट की सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश सोनिया गोकानी को चीफ जस्टिस के चुना है। कोलेजियम की सिफारिश के बाद यह माना जा रहा है कि गोकानी गुजरात हाईकोर्ट की नई चीफ जस्टिस होंगी। वे पहली महिला होंगी जो इस पद पर पहुंची हैं।
अहमदाबाद: सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस के लिए सोनिया जी गोकानी का नाम तय किया है। सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम की सिफारिश में गोकानी का नाम है। गोकानी गुजरात हाईकोर्ट के पहली महिला चीफ जस्टिस होंगी। राज्य के इतिहास में किसी भी महिला जज को इस पद पर पहुंचने का मौका नहीं मिला। जस्टिस सोनिया जी गोकानी काफी सख्त और तेजतर्रार न्यायाधीश मानी जाती हैं। मूलरूप से जामनगर से ताल्लुक रखने वाली गोकानी 15 दिनों तक इस पद पर रहेंगी। गुजरात के मौजूदा चीफ जस्टिस अरविंद कुमार को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया है। वे 12 अक्टूबर, 2021 में गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे।
टाटा कोर्ट की रहीं जज
सोनिया गोकानी को गुजरात हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनने का गौरव हासिल हुआ है लेकिन वे चीफ जस्टिस के रूप में 24 फरवरी तक यानी 15 दिनों तक ही काम करेंगी। आयु सीमा के चलते सोनिया 25 फरवरी को सेवानिवृत्त हो जाएंगी। सोनिया गोकानी गुजरात हाईकोर्ट जस्टिस के तौर पर कई ऐतिहासिक फैसले दे चुकी हैं। पिछले साल स्वामीनारायण संप्रदाय से जुड़े हरिधाम सोखड़ा के संवेदनशील मामले की सुनवाई सोनिया गोकानी ने ही की थी। गोकानी 2011 हाईकोर्ट की जज बनी थीं। वे टाटा कोर्ट में जज के तौर पर काम कर चुकी हैं। उन्होंने 2003 से 2008 के बीच आतंकवाद से जुड़े मामलों में कड़े फैसले सुनाए थे।
खुद टाइप करती थीं फैसले
गोकानी अब के करियर में महिलाओं और बच्चों से जुड़े मामलों में संवेदनशील फैसले देती आई हैं। इसके अलावा गोकानी पर्यावरण की सुरक्षा की हिमायती रहीं है। कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन कोर्ट के संचालन में खुद अपने फैसले टाइप करती थीं। 26 फरवरी, 1961 को जन्मी गोकानी ने माइक्रोबायोलॉजी के पढ़ाई के साथ एलएलबी और एलएलएम की पढ़ाई की है। गोकानी 1995 में डिस्ट्रिक्ट जज बनी थीं। इसके बाद वे 2011 में गुजरात हाईकोर्ट की अतरिक्त न्यायाधीश बनी थीं। 1 मई, 1960 को बने गुजरात हाईकोर्ट में सेवानिवृत होने की आयु 62 साल है। गुजरात हाईकोर्ट में जजों के कुल 52 पद स्वीकृत हैं। इनमें 39 स्थायी और 13 पद अतिरिक्त न्यायाधीशों के लिए हैं। गुजरात हाईकोर्ट में अभी कुल जजों की संख्या 26 है।

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