‘केवल बयानबाजी तक सिमट के रह गया पीएम मोदी का दौरा’, गुर्जर समाज के लिए कोई ऐलान नहीं तो कांग्रेस ने उठाए सवाल
Rajasthan News : राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा के चुनाव हैं। इसको लेकर सूबे में सियासी पारा चढ़ने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजस्थान के भीलवाड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने मालासेरी डूंगरी मंदिर में पूजा-अर्चना की, साथ ही एक सभा को भी संबोधित किया। हालांकि, अब पीएम के दौरे पर सियासी पारा चढ़ने लगा है।
जयपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शनिवार 28 जनवरी को राजस्थान के भीलवाड़ा दौरे पर रहे। पीएम इस दौरान मालासेरी डूंगरी में गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण जी के 1111वें अवतरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके दौरे को लेकर गुर्जर समाज बड़ी उम्मीदें लगाए बैठा था लेकिन पीएम मोदी बिना कोई घोषणा किए चले गए। चूंकि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव है। लिहाजा गुर्जर समाज यह उम्मीद कर रहा था कि उनके समाज की जो तीन बड़ी मांगें हैं, उन पर प्रधानमंत्री कोई ना कोई ऐलान करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीएम मोदी की ओर से कोई भी घोषणा नहीं किए जाने पर कांग्रेसी नेताओं ने उनके दौरे पर सवाल उठाएं हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और प्रदेश सचिव जसवंत गुर्जर ने कहा कि पीएम का दौरा केवल बयानबाजी तक सिमट कर रह गया।
ये प्रमुख मांगे हैं गुर्जर समाज की
वर्तमान में गुर्जर समाज की तीन बड़ी मांगें हैं। पहली और सबसे बड़ी मांग यह है कि गुर्जर समाज को देय 5 फीसदी आरक्षण के प्रावधान को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करवाना। राजस्थान में गुर्जरों ने आरक्षण के लिए बड़ा आंदोलन किया था। पहले की बीजेपी सरकार के दौरान हुए आंदोलन में 72 से अधिक गुर्जरों की मौत हो गई थी। प्रदेश कांग्रेस और राज्य सरकार की ओर से केंद्र को कई बार पत्र भेजे गए हैं लेकिन 9वीं अनुसूची में शामिल करने का यह मामला केंद्र में विचाराधीन है। शनिवार को गुर्जरों को बड़ी उम्मीद थी कि पीएम मोदी इस पर कुछ कहेंगे लेकिन इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोला गया।
गुर्जर समाज की दूसरी मांग यह थी कि अन्य रेजिमेंट की तरह गुर्जर रेजीमेंट की स्थापना हो। इस पर भी कोई जिक्र नहीं किया गया। तीसरा गुर्जर समाज को यह उम्मीद थी कि जिस तरह से राज्य सरकार ने गुर्जर समाज के उत्थान के लिए देवनारायण बोर्ड का गठन किया है। इसी तर्ज पर केंद्र सरकार भी गुर्जर समाज के आस्था केंद्रों के विकास को लेकर किसी परियोजना का ऐलान करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कांग्रेसी नेताओं ने पीएम की यात्रा को चुनावी यात्रा करार दिया
एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने पीएम मोदी के दौरे के बाद ट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि देव नारायण जयंती पर पीएम मोदी के आगमन पर देश के लाखों गुर्जर भाइयों की मंशा थी कि हमारी आरक्षण संबंधी मांग पर मुहर लग जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं होने से पूरा गुर्जर समाज हताश है। साथ ही गुर्जर समाज के नाम पर रेजिमेंट नहीं बनाने से भी समाज के लोगों की उम्मीदें धरी की धरी रह गई। धीरज गुर्जर ने लिखा कि पीएम का दौरा सिर्फ चुनावी सभा होकर रह गया और गुर्जर समाज फिर से खाली हाथ ही रहा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव जसवंत गुर्जर का कहना है कि प्रधानमंत्री का दौरा सिर्फ भाषणबाजी तक सिमट कर रह गया। गुर्जर समाज की जो प्रमुख तीन मांगें थी। भाजपा देव कॉरिडेर का हल्ला भी कर रही थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। यहां सिर्फ वे गुर्जर समाज से नाता जोड़ने की बात करने आए, आरक्षण आन्दोलन के दौरान गुर्जरों पर चली गोलियों पर वे मौन ही रहे।
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