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खड़गे बोले- साथ दें, वरना मोदी के गुलाम हो जाएंगे:PM का नारा था- सबका साथ-सबका विकास, लेकिन सबका सत्यानाश कर दिया

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खड़गे बोले- साथ दें, वरना मोदी के गुलाम हो जाएंगे:PM का नारा था- सबका साथ-सबका विकास, लेकिन सबका सत्यानाश कर दिया

नई दिल्ली

उत्तराखंड और ओडिशा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे दिल्ली में तीसरा कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे किया। - Dainik Bhaskar

उत्तराखंड और ओडिशा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे दिल्ली में तीसरा कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे किया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में न्याय संकल्प सम्मेलन के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड और ओडिशा के बाद ये उनका तीसरा कार्यकर्ता सम्मेलन है।

खड़गे ने कहा- पिछले 21 दिन से भारत जोड़ो न्याय यात्रा चल रही है। राहुल गांधी जी इस यात्रा में न्याय के 5 स्तंभ लेकर निकले हैं। वे जनता के हक के लिए लड़ रहे हैं। हर कांग्रेस कार्यकर्ता में जोश आना चाहिए कि यह लड़ाई किसी एक के लिए नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा के लिए है। अगर आप इस लड़ाई में कांग्रेस का साथ नहीं देंगे तो मोदी के गुलाम हो जाएंगे।

खड़गे ने कहा- आज हर अखबार में मोदी की गारंटी लिखा रहता है। मोदी जी की गांरटी थी- हर साल 2 करोड़ नौकरियां, लोगों के खाते में 15-15 लाख रुपए, लेकिन मोदी ने कुछ भी नहीं दिया। PM मोदी ने सिर्फ युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों को धोखा देने का काम किया। जबकि कांग्रेस ने जो भी वादा किया, उसे पूरा करके दिखाया।

उन्होंने कहा- आज देश के सरकारी विभागों में 30 लाख पद खाली हैं। PM मोदी नौकरियां इसलिए नहीं दे रहे हैं, क्योंकि इसमें आरक्षण से SC, ST और OBC के लोग आएंगे। मोदी जी का नारा था- सबका साथ, सबका विकास, लेकिन उन्होंने सबका सत्यानाश कर दिया।

सीट शेयरिंग पर मामला साफ नहीं, कांग्रेस दिल्ली की सातों सीटों पर प्रचार करेगी
दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने बताया कि INDIA ब्लॉक में शामिल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर कोई स्थिति साफ नहीं है। इसलिए कांग्रेस दिल्ली की सभी सातों सीटों पर चुनाव प्रचार करेगी। लवली ने कहा कि गठबंधन में रहते हुए चुनाव लड़ने का मतलब अपने सहयोगी दलों को चुनाव जीतने में मदद करना भी होगा।

45 साल पहले यहीं से इंदिरा गांधी ने चुनाव अभियान शुरू किया था
कांग्रेस का यह सम्मेलन इस मायने में भी खास है, क्योंकि 45 साल पहले 1977 में चुनाव हारने के बाद इंदिरा गांधी ने भी 1979 में पूर्वी दिल्ली से ही चुनाव अभियान की शुरुआत की थी।

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