जोधपुर। भारतीय दूल्हे और पाकिस्तानी दुल्हन का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए काज़ी ने जोधपुर में निकाह करवाया।
जोधपुर के भीतरी शहर में रहने वाले मोहम्मद हारिश की सगाई 11 साल पहले पाकिस्तान के कराची में रहने वाली युवती उसरा साबिर के साथ हुई थी। करीब ढाई साल पहले इस जोड़ी ने निकाह करना तय किया, लेकिन पूरे विश्व में फैले कोरोनावायरस संक्रमण ने इस जोड़े के निकाह के सपने पर पानी फेर दिया। कोरोनावायरस संक्रमण समाप्त होने के साथ ही एक बार फिर इस जोड़ी ने निकाह करने का फैसला लिया। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच में चल रहे तल्खियों के दौर के चलते मोहम्मद हारिस की बेगम उसरा साबिर को भारत का वीजा नहीं मिला। जिसके चलते दोनों का निकाह करना एक चुनौती बन गया।
दो अलग-अलग देशों में रहने वाले इस जोड़े ने आखिर आज अनोखे और हाईटेक तरीके निकाह कर लिया।अनोखा इसलिए क्योंकि इस परिवार में निकाह में शरीक होने के लिए सभी मेहमान आए, निकाह पढ़ाने के लिए काजी साहब भी आए लेकिन दुल्हन नही थी। दुल्हन पड़ोसी देश मे थी। इन दोनों का निकाह हाईटेक तरीके से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पढ़ाया गया। पाकिस्तान में दुल्हन परिवार के लोग बैठे थे तो वहीं भारत में दूल्हे के परिवार के लोग बैठे थे काजी साहब ने दोनों की रजामंदी के बाद निकाह पढ़ाया और निकाह संपन्न हो गया।
अब दूल्हा मोहम्मद हारिस भारत सरकार से उम्मीद लगाए बैठा है और गुहार कर रहा है कि उसकी बेगम उसरा साबिर को वीजा जारी कर दें, ताकि वह उसे अपने घर ला सके। मोहम्मद हारिस का कहना है कि जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है ऊपर वाले ने मेरी जोड़ी पड़ोसी देश में रहने वाली उसरा साबिर के साथ बनाई है। लेकिन दो देशों के बीच खींची दीवार उन दोनों को मिलने से रोक रही है। ऐसे में सरकार उसकी बेगम को भारत आने के लिए वीजा जारी करें तो यह जोड़ी मिल पाएगी और वह अपनी बेगम को भारत लेकर आ पाएगा।
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