नवजात बेटी को मारकर बोला-दूध नहीं मिला था:तीसरी संतान लड़की हुई तो पत्नी-बेटी को गला दबाकर मार डाला
बच्चों की सलामती के लिए जिस दिन मां अहोई अष्टमी का व्रत रखती है, उसी दिन एक पिता ने अपनी 16 दिन की नवजात बच्ची और उसकी मां को गला दबाकर बेरहमी से मार डाला। तीसरी बार लड़की होने से आरोपी पत्नी से खफा था। मामला जोधपुर के खेड़ापा थाना इलाके का है।
जोधपुर जिले के खेड़ापा थाना क्षेत्र के डांवरा गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी व नवजात बच्ची की गला दबा हत्या कर दी। आरोपी ने नवजात का शव जमीन में गाड़ दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और नवजात का दफनाया हुआ शव निकलवाया। पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फिलहाल पीहर पक्ष के लोगों ने इस मामले में किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की है। दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि सप्ताह भर पहले ही प्रसूता और नवजात बेटी को अस्पताल से घर लाया गया था। रविवार को सूर्य पूजन की रस्म भी हुई थी। तीसरी बेटी होने से पति सुखदेव भड़ला (40) अपनी पत्नी सीता (30) से खफा था। आखिरकार तैश में आकर उसने रविवार देर रात पत्नी व बेटी की हत्या कर दी।
पिता ने देखा बहू का शव
खेड़ापा थानाधिकारी नेमाराम ने बताया कि सोमवार सुबह सुखदेव के पिता कानाराम ने बहू का शव देखा तो सीता के पिता देवा राम को सूचना दी। देवा राम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। ससुर की शिकायत पर पुलिस ने सुखदेव को गिरफ्तार कर लिया। सुखदेव पुलिस को पूछताछ में उलझाता रहा। बोला दूध नहीं मिलने के कारण बच्ची ने दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत को लेकर वह कोई जवाब नहीं दे पाया। पुलिस ने महात्मा गांधी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया। सीता की मौत गला दबाने और बच्ची की सांस नली बंद होने से मौत की पुष्टि हुई है।
सोलर प्लांट पर गार्ड है आरोपी
पुलिस के अनुसार डांवरा गांव के गोविन्दपुरा मानसागर निवासी सुखदेव भड़ला (40) सोलर प्लांट पर गार्ड का काम करता है। सोमवार को सूचना मिली कि डांवरा में एक महिला व उसकी सोलह दिन की नवजात की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी।
पहले से दो बेटियां हैं, ताना मारता था
खेड़ापा थानाधिकारी नेमाराम ने बताया कि सुखदेव के पहले से दो बेटी हैं। घटना के दौरान 8 साल की बड़ी बेटी घर पर ही थी, जबकि 5 साल की छोटी बेटी पास ही बुआ के घर पर थी। बताया जा रहा है कि सीता ने सोलह दिन पूर्व बेटी को जन्म दिया। तीसरी बेटी होने से उसका पति सुखदेव नाराज हो गया था। इसके बाद से वह लगातार अपनी सीता को ताने मार रहा था।
लगातार ताने सुन रही सीता ने इसका विरोध किया तो सुखदेव का पारा चढ़ गया और उसने गुस्से में नवजात बेटी और पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।











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