पंजाब की गैंग का दावा- हमने करवाया संदीप का मर्डर:बंबीहा ग्रुप ने किया सोशल मीडिया पोस्ट; आर्मेनिया से हो रही ऑपरेट
राजस्थान में दिन-दहाड़े एक गैंगस्टर को गोलियों से भूनने की घटना से पुलिस और कानून व्यवस्था पर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। बीते कुछ महीने में देश में हुए बड़े गैंगवार में राजस्थान का नाम कहीं न कहीं जुड़ ही रहा है। इनमें हाल ही हुआ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड टॉप पर है।
अब सोमवार को नागौर में हुए गैंगस्टर संदीप के मर्डर ने लोगों को दहश्त से भर दिया है। इस हत्याकांड को किसने अंजाम दिया है इसको लेकर आधिकारिक तौर पर तो कुछ नहीं कहा जा रहा है, लेकिन सोमवार रात को बंबीहा ग्रुप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जिम्मेदारी ली है। बताया जाता है कि यह गैंग आर्मेनिया से ऑपरेट होती है।
हमने मर्डर करवाया
बंबीहा ग्रुप ने FB पर पोस्ट भी किया है कि हमने मर्डर करवाया। इधर, नागौर पुलिस को दीप्ति गैंग पर संदीप के मर्डर का शक है। सोमवार दोपहर करीब 1 बजकर 20 मिनट पर सेठी गैंग के सरगना संदीप विश्नोई को बदमाशों ने गोलियों से भून हत्या कर दी थी।
इसके बाद से शहर में दहशत फैल गई। सोमवार देर शाम तक पुलिस आरोपियों के बारे में पता नहीं कर पाई। बंबीहा ग्रुप की पोस्ट के बाद से पंजाब इंटेलिजेंस की टीम ने इसकी जांच शुरू कर दी है। हालांकि, नागौर पुलिस की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
संदीप की हत्या के बाद बंबीहा ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए FB पर पोस्ट शेयर की है।
संदीप ने करवाया था मर्डर
नागौर पुलिस को हरियाणा की दीप्ति गैंग इसलिए शक है क्योंकि, संदीप की सेठी गैंग और दीप्ति गैंग में पुराना विवाद था। साल 2013 में दीप्ति गैंग के बदमाशों ने सेठी के एक साथी की हत्या कर दी थी। इसी का बदला लेने के लिए 2015 में संदीप ने भी दीप्ति गैंग के सरगना के नजदीकी का हरियाणा में ही मर्डर करवा दिया था।
ऐसे में पुलिस को दीप्ति गैंग के बदमाशों पर शक है। वहीं प्रारंभिक जांंच में दीपक, अनिल और अनोप समेत अन्य बदमाशों के नाम सामने आए है।
इस मर्डर के बाद जोधपुर को बनाया ठिकाना
2015 में हुए हत्याकांड के बाद से संदीप दीप्ति गैंग के निशाने पर था। वह बचने के लिए राजस्थान आ गया और यहां जोधपुर व आस-पास इलाकों में अपना ठिकाना बनाया। इस दौरान उसने मारवाड़ और शेखावाटी में कई घटनाओं को अंजाम देते हुए अपना नेटवर्क तैयार किया। राजस्थान और दिल्ली में भी उसके खिलाफ 12 से ज्यादा लूट के मामले दर्ज हुए। झुंझुनूं के चिड़ावा में हुई एक लूट में भी संदीप का नाम सामने आया था।
जूस पीने दोस्तों के साथ बाहर आया था
नागौर में नवंबर 2019 में हुए एक हत्याकांड को लेकर संदीप नागौर जेल में बंद था। दो दिन पहले ही उसे जमानत हुई थी। सोमवार को पेशी के बाद वह कोर्ट के बाहर जूस पीने अपने दाेस्तों के साथ जा रहा था। तभी पिस्तौल हाथ में लेकर आए बदमाशों ने एक के बाद एक फायर किए। एक गोली उसके गर्दन में भी लगी। बताया जा रहा है कि गर्दन में गोली लगते ही उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद पुलिस अधिकारी पहुंच नागौर
इस घटनाक्रम के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। सामने आए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। यहां एडीजी (एटीएस एवं एसओजी) अशोक राठौड़ ने स्थानीय अधिकारियों और अजमेर रेंज आईजी रूपेंद्र सिंह से पूरे मामले की जानकारी ली।
बेनीवाल बोले- राजस्थान में जंगलराज
RLP सुप्रीमो और सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस वारदात के बाद राजस्थान सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। बेनीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा वारदात स्थल कोर्ट परिसर से बाहर होने के साथ ही कलेक्टर और एसपी कार्यालय से केवल 100 मीटर दूर था।
ऐसे में इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी भी तय की जानी चाहिए। नागौर सहित प्रदेश में बढ़ते अपराधों को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और इस प्रकार की घटनाएं प्रदेश में जंगलराज का प्रमाण है।
राजस्थान से जुड़े मूसेवाला हत्याकांड के तार
गैंगस्टर आनंदपाल, राजू फौजी, लॉरेंस विश्नाई, पपला गुर्जर ये वो कुछ नाम है जो क्राइम की दुनिया में तेजी से पॉपुलर हुए। इन सब में एक बात कॉमन है कि ये कहीं न कहीं राजस्थान से जुड़ हुए हैं। चाहे वो गैंग का नया ठिकाना बनाना की बता हो या फिर दिल्ली व हरियाणा में क्राइम कर यहां पनाह लेना हो। मूसेवाला की हत्याकांड में शामिल रही लॉरेंस गैंग को भी जयपुर, जोधपुर व दूसरे शहरों से ऑर्डर मिलने की बात सामने आती रही है।
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