बीकानेर। चार साल पहले दत्तक पुत्री के साथ बलात्कार करने वाले अभियुक्त को पोक्सो कोर्ट के पीठासीन अधिकारी मीनाक्षी जैन ने दोषी करार दिया है। न्यायालय ने अभियुक्त को 20 साल की सजा और एक लाख 5 हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। अर्थदंड जमा नहीं कराने पर अभियुक्त को अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।प्रकरण के अनुसार न्यायलय ने अभियुक्त को 11 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार करने पर भादंसं की धाारा 376 एबी एवं धारा 5 (एम)/6 एवं धारा 376 (2) (एफ) (एन) के अधीन विकल्प धारा 5 (एल) (एन) के तहत 20-20 साज की सजा से दंडित किया है। अभियुक्त पर एक लाख हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। धारा 506 के तहत एक साल का कठोर कारावास और पांच हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेगी। अर्थदंड जमा नहीं कराने पर अभियुक्त को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। न्यायालय ने आदेश में कहा कि अभियुक्त की ओर से अर्थदंड की राशि जमा कराने के बाद उसमें से 50 हजार रुपए पीडि़ता को दिए जाए तथा शेष राशि राजकोष में जमा करवाई जाए। अभियोजन पक्ष की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक श्री मोहम्मद सलीम राठौड द्वारा पैरवी की गई।यह है मामलानाबालिग पीडि़ता की मां ने नयाशहर थाने में नौ नवंबर, 2019 को मामला दर्ज कराया। उसने बताया कि उसकी 11 वर्षीय बेटी को अभियुक्त ने रिश्तेदार होने के नाते गोद लिया था। गोद देने के समय बच्ची की उम्र दो साल थी। 11 साल की होने पर अभियुक्त के घर रहने लगी। पांच महीने बाद जब वह उससे मिलने गई तो बच्ची ने अभियुक्त की ओर से किए गए गलत काम के बारे में बताया। पीडि़ता ने अपनी सगी मां को बताया कि अभियुक्त उससे गलत काम करता और धमकाता था कि किसी को बताया तो जान से मार दूंगा, जिससे बच्ची डरी-सहमी रहती थी। वह उसे किसी से मिलने भी नहीं देता था। जब मां घर आई तो वह रोने लगी और आपबीती बताई। तब परिवारिया ने आरोपी के खिलाफ नयाशहर थाने में मामला दर्ज कराया।







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