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*भारतीय जवानों को हनीट्रैप के जाल में फंसाने का हुआ खुलासा, सीक्रेट हासिल करने के लिए PAK ने रची साजिश*

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*REPORT BY SAHIL PATHAN*
देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियों को हासिल करने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने (ISI) ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दी है. ISI पाकिस्तान के लाहौर, हैदराबाद और रावलपिंडी के इलाकों में कई कॉल सेंटर चला रही है, जिसमें पाकिस्तानी लड़कियों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ हनीट्रैप के लिए किया जा रहा है. भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन हैदराबाद के तहत चल रहे इन कॉल सेंटर में तैनात लड़कियां के जरिए देश के रक्षा, सेना के मूवमेंट, मिसाइलों की तैनाती से जुड़ी जानकारियों को हासिल करने की साजिश रची जा रही है.सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान में भारतीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को हासिल करने के लिए 800 के करीब पाकिस्तानी लड़कियों के प्रोफाइल की जानकारी मिली है. जो सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं जिनका इस्तेमाल ISI भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए कर रही हैं. सभी लड़कियों को ISI ने हिंदी और अंग्रेजी बोलने की भी ट्रेनिंग हैं. पिछले कुछ महीनों में राजस्थान और देश के दूसरे राज्यों में हनीट्रैप के शिकार भारतीय सेना के जवानों से पूछताछ से पता चला है कि हनीट्रैप की साजिश में शामिल सभी पाकिस्तानी लड़कियां हिंदी और अंग्रेजी काफी बेहतर तरीके से आती है.

*कॉल सेंटर में तैनात रहती हैं लड़कियां*
खुफिया एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, ISI भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी हासिल के लिए लाहौर, हैदराबाद और रावलपिंडी के कॉलेजों से लड़कियों को इन कॉल सेंटर में नौकरी दे रहा है. कॉल सेंटर में तैनात हर एक लड़की जिसे पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑफिसर यानी PIO भी कहा जाता है उन्हें कुछ महीनों की ट्रेनिंग के बाद इन कॉल सेंटर में तैनात कर दिया जाता है.

*जवानों को किया जाता है ट्रैप*
हर PIO को रोज भारतीय सेना के 50 प्रोफाइल को टारगेट किये जाने का टास्क दिया जाता है. PIO में शामिल फीमेल एजेंट भारतीय जवानों को वीडियो कॉल से लेकर उन्हें व्हाट्सएप कॉल करती हैं और फिर अश्लील बातें कर जवानों को ट्रैप किया जाता है. हनी ट्रैप के बाद जवानों से सीक्रेट जानकारियां जैसे के सेना के मूवमेंट, टैंक मूवमेंट या फिर ऐसे सीविलयन जो रक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें जानकारियों को शेयर करने को कहा जाता है. जवानों को पैसे का भी लालच दिया जाता है और कई बार हनीट्रैप से जुड़े वीडियो को लीक करने की भी धमकी दी जाती है.

*नकली पहचान दिखा कर करती हैं ट्रैप*
खुफिया एजेंसियों से जुड़े एक दूसरे अधिकारी के मुताबिक हनीट्रैप की साजिश में शामिल सभी लड़कियां अपनी असली पहचान छुपा कर रखती है और अपने प्रोफाइल में तिरंगा से लेकर हिंदू देवी देवताओं की फोटो लगाती है. कई पाकिस्तानी फीमेल एजेंट खुद को भारतीय सेना की नकली अफसर बनकर भी देश की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश करती हैं.

*सुरक्षा एजेंसियां चला रहीं ऑपरेशन मायाजाल*
हनीट्रैप की इस साजिश से निपटने के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ऑपरेशन मायाजाल चला रही हैं. सैनिकों को समय-समय पर ऐसे खतरों से निपटने के लिए सावधान किया जाता है. जवानों को ये बताया जाता है कि वो किसी को भी सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को लीक न करें. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ISI भारतीय जवानों को हनीट्रैप करने के लिए बांग्लादेश की लड़कियों का भी इस्तेमाल कर रही है. पाकिस्तानी फीमेल एजेंट को भारतीय सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां हासिल करने पर उन्हें इनाम भी दिया जाता है.

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