जिला उद्योग केंद्र के सभागार में हु़आ अन्र्तराष्टीय महिला दिवस पर आयोजन
नंदलाल जोशी चेरिटेबल फाउंडेशन व नारी शक्ति वूमेन एंपावर का संयुक्त कार्यक्रम
बीकानेर // बीकानेर के जिला उद्योग केंद्र का सभागार आज एक अनूठी चर्चा का साक्षी रहा। यहां पहली बार प्रिसेंस राज्यश्री कुमारी ने विविध क्षेत्रों की महिलाओं के साथ महिला
सशक्तिकरण, खेल, शिक्षा, सामाजिक सरोकार सहित विभिन्न मुद़्दों पर सार्थक चर्चा की इसलिए महिला दिवस पर आयोजित ये कार्यक्रम यादगार बन गया। अन्र्तराष्टीय महिला दिवस के मौके पर महिला सशक्तिकरण पर इस सार्थक चर्चा का आयोजन नंदलाल जोशी चेरिटेबल फाउण्डेशन व नारी शक्ति वूमेन एंपावर ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम की शुरूआत जाने माने एंकर रविन्द्र हर्ष ने विषय प्रवर्तन से की। हर्ष ने बताया कि आज समूचा विश्व महिला दिवस मना रहा है और महिलाओं को समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए लंबे समय से
चर्चाएं होती रही है मगर इस कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण की सशक्त हस्ताक्षर प्रिसेंस राज्यश्री कुमारी खुद मौजूद है और वे यहां मौजूद विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं से विविध विषयों पर गंभीरता से चर्चा करेगी और इस चर्चा के दूरगामी परिणाम भी आएंगे ऐसी हम उम्मीद कर रहे हैं।
हम सदैव शिक्षा व खेल में प्रोत्साहित करते हैं और करते रहेंगे : राज्यश्री कुमारी
मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद बीकानेर राजघराने की प्रिसेंस राज्यश्री कुमारी ने कहा कि उनका परिवार शुरू से ही बालिका शिक्षा को लेकर गंभीर रहा है। वर्ष १९३० में ही महाराजा गंगासिंह ने यहां लेडी एल्गिन स्कूल खोल दिया था। कालांतर में जब बच्चियां दसवीं तक पढाई करने लगी तो महारानी सुदर्शना कुमारी के नाम से कॉलेज भी हमारे परिवार ने ही खोला क्योंकि उस समय राजमाता सुदर्शना कुमारी खुद बालिका शिक्षा को लेकर काम कर रही थी। उन्होंने कहा कि इस धरती का कोई विषय ऐसा नहीं है जिसे महिलाएं कर नहीं सकती। वे एक परिपक्व मैनेजर होती है। वे घर का अच्छा संचालन करती है, बच्चों की देखभाल करती है और मौका मिलने पर किसी भी क्षेत्र में अपने आपको साबित करती है। उन्होंने कहा कि पुरुषों का योगदान भी भुलाया नहीं जा सकता। उनके पिता स्व करणीसिंह ने ही उन्हें 6 वर्ष की आयु में एक पिस्तौल लाकर दी और घर में ही अभ्यास शुरू कराया। उनकी बदौलत ही मैं अन्तर्राष्टीय स्तर पर निशानेबाज बनी और अर्जुन अवार्ड जीता। इसलिए बच्चियों को सपोर्ट करना चाहिए। मैं व मेरा परिवार बरसों से ऐसा कर रहा है। उन्होंने मौजूद महिलाओं को भरोसा दिलाया कि वे भी व्यक्तिगत रूप से आप लोगों के साथ जुडकर महिला सशक्तिकरण को लेकर हर क्षेत्र में काम करने को तैयार है। उन्होंने आयोजकों से कहा कि अब केवल महिला दिवस ही नहीं वरन मौके दर मौके ऐसे आयोजन होने चाहिए वे हर कार्यक्रम में आप लोगों के साथ जनचर्चा में शामिल होने को तैयार हूं।
इन्होंने रखे विचार
कार्यक्रम की शुरूआत में नारी शक्ति एंपावर की मधु खत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण आज की महत्ती आवश्यकता है। यदि महिला सशक्त होगी तो यकीन मानिए समाज व परिवार भी सशक्त होगा। उन्होंने नारी शक्ति के बैनर तले अब तक किए गए सामाजिक सरोकारों की विस्तार से जानकारी दी तथा इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने का सुझाव दिया। नंदलाल जोशी चेरिटेबल फाउण्डेशन की डायरेक्टर पूजाआचार्य ने कहा कि उनका फाउंडेशन लंबे समय से तीरदांजी व शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहा है और आज बीकानेर के कई खिलाडी उनके फांउडेशन से तैयार होकर नेशनल व इंटरनेशनल खेल चुके हैं। उन्होंने बताया कि आयोजन के पीछे उनका मकसद छुपी हुई प्रतिभाओं को एक मंच मुहैया कराना ही था। आज की चर्चा वास्तव में सार्थक भी रही। इस दौरान मिस थार, मिस मूमल रही कोमल सिद्ध ने अपनी सफलता की कहानी सुनाइ्र वहीं जानी मानी पावर लिफ्टर रेखा आचार्य ने प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी को अवगत कराया कि उनके ट्रस्ट के आर्थिक सहयोग से ही वे इंटरनेशनल गेम्स में भाग ले सकी। रेखा आचार्य ने इसके लिए आभार भी जताया। महारानी सुदर्शना कॉलेज की लेक्चरर डा. सुनीता बिश्रोई ने शक्षिा को जीवन का आधार बताते हुए कहा कि यदि महिला शिक्षा से ही परिवार व समाज सशक्त होगा। उन्होंने अपने कार्यकाल में महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। पर्वतारोही डा. सुषमा बिस्सा ने ऐडवेंचर के लिए किए गए प्रयासों और मिली सफलताओं की दास्तां बताई तो हॉल तालियों से गूंज उठा। कार्यक्रम में डा. प्रीति गुप्ता, डा. विजयलक्ष्मी व्यास, प्रो. रजनी शर्मा, संजू खत्री, एसडीपी स्कूल संचालिका सीमा पुरोहित, करियर काउंसलर मल्लिका सिप्रा, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ मुदीता पोपली, शीला शर्मा, शांति सारण, शिखा सारण व डा. वत्सला गुप्ता आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
मातृ शक्ति ने किया राज्यश्री कुमारी का सम्मान
इस दौरान नंदलाल जोशी चेरिटेबल फाउंडेशन व नारी शक्ति वूमेन एंपावर की ओर से अनिल जोशी, मधु खत्री, रविन्द्र हर्ष व ज्योति प्रकाश रंगा के नेतृत्व में परिचर्चा में मौजूद सभी महिलाओं ने राज्यश्री कुमारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान राज्यश्री कुमारी भावुक हो गई और आयोजकों से समय समय पर ऐसे कार्यक्रम करने का सुझाव भी दिया। बाद में राज्यश्री कुमारी के साथ सेल्फी लेने की महिलाओं में सेल्फी लेने की होड सी मच गई।
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