लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर क्यों थे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी? Inside Story
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. लोग जानना चाहते हैं कि लॉरेंस गैंग ने सुखदेव सिंह की हत्या क्यों की, सुखदेव की लॉरेंस से दुश्मनी क्या थी, कुछ समय पहले सुखदेव ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत भी की थी कि लॉरेंस गैंग ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है, उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाए, लेकिन जयपुर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने की सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद राजस्थान में बवाल मचा हुआ है. राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि सुखदेव सिंह की हत्या करने वाले आरोपियों की फांसी दी जाए, नहीं तो वह नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह नहीं होने देंगे. अब पुलिस का सामने सबसे बड़ी चुनौती राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं को शांत कराने की है, क्योंकि वह लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर घूम रहे हैं. इन सबके बीच एक बड़ा सवाल लोगों के जेहम में कौंध रहा है, वह यह है कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की क्या दुश्मीन थी, लॉरेंस बिश्नोई ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को रास्ते से क्यों हटाया?
दरअसल, गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद लॉरेंस बिश्नोई के खासमखास गैंगस्टर रोहित गोदारा कपूरीसर नाम के फेसबुक पेज से एक पोस्ट किया गया जिसमें लिखा गया कि, “राम-राम सभी भाइयों को, मैं रोहित गोदारा कपूरीसर, गोल्डी बरार भाइयों आज यह जो सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या हुई है, इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं. यह हत्या हमने करवाई है. भाइयों मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था. उनको पूर्ण रूप से मजबूत करने का काम करता था. और रही बात हमारे दुश्मनों की तो वह अपने घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें, जल्दी उनसे भी मुलाकात होगी!”
जब ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सभी को ये आभास हो गया कि ये हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही की है. हो सकता है कि जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर ही हत्या को अंजाम दिया गया हो. जानकारी के मुताबिक, हत्या के कुछ समय पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर संपत नेहरा ने फोन किया था और जान से मारने की धमकी दी थी. धमकी मिलने के बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे. उन्हें लग गया था कि आज नहीं तो कल लॉरेंस बिश्नोई गैंग उन पर हमला कर सकता है.
धमकी मिलने के बाद सुरक्षा मांगी, लेकिन हाथ-हाथ धरे बैठी रही पुलिस
बात ज्यादा समय की पुरानी नहीं है. ठीक एक साल पहले ही इसी राजस्थान के सीकर जिले में गैंगस्टर राजू ठेहट की लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसी वजह से सुखदेव सिंह गोगमेड़ी और ज्यादा चिंतित थे. धमकी के बाद उन्होंने जयपुर पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन जयपुर पुलिस अधिकारियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया. सूत्रों के मुताबिक, पहले सुखदेव अपने साथ एक निजी गार्ड लेकर चलते थे, लेकिन धमकी मिलने के बाद उन्होंने एक और निजी गार्ड रख लिया.
घर के गेट पर दोनों शूटरों की चेकिंग नहीं की गई
ये दोनों निजी गार्ड सुखदेव के साथ हमेशा साए की तरह रहते थे. सुखदेव ने इनको निर्देश दे रखा था कि किसी भी व्यक्ति को चेकिंग के बिना उनके पास तक मत भेजना. अब इस हत्या के बाद सवाल उठ रहा है कि आखिर ये दोनों शूटर सुखदेव के गेस्ट रूम में पिस्टल लेकर पहुंच कैसे गए, क्या बाहर इन दोनों की चेकिंग नहीं की गई. चूंकि दोनों शूटर नवीन शेखावत के साथ आए थे और नवीन सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का परिचित था. इस वजह से हो सकता है कि दोनों शूटरों की बाहर चेकिंग न की गई हो. ये भी गलती सुखदेव की हत्या का कारण बनी.
कहीं गैंगवार में निशाना तो नहीं बन गए गोगामेड़ी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग गोगामेड़ी को लंबे समय से अपना दुश्मन मानता था. गैंग के बड़े लीडर संपत नेहरा ने पहले ही धमकी में ये साफ कर दिया था कि गोगामेड़ी की हत्या होगी. दरअसल, इस लॉरेंस बिश्नोई गैंग को ये लग रहा था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी दूसरे गैंग के गैंगस्टर्स की मदद करते हैं, क्योंकि अक्सर राजस्थान में खूनी गैंगवार की खबरें आती रहती हैं और जब भी किसी गैंग को लगता है कि उनके विरोधी गैंग को कोई सपोर्ट कर रहा है तो ये उसे अपना दुश्मन मान लेते हैं और यही हुआ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के केस में.
दोनों शूटरों ने गोगामेड़ी पर 17 राउंड फायरिंग की
लॉरेंस बिश्नोई गैंग को भी लगा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी उसके खिलाफ काम कर रहे हैं तो पहले तो उनसे संपत नेहरा से धमकी दिलवाई, फिर रोहित गोदारा ने विदेश में बैठकर पूरी वारदात की स्क्रिप्ट तैयार की और बीते मंगलवार को अपने गैंग के शूटरों से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करवा दी. दोनों शूटरों को सुखदेव से मिलवाने ले आया नवीन शेखावत भी समझ ही नहीं पाया कि ये क्या हुआ. उसने विरोध भी किया तो दोनों शूटरों ने उस पर भी गोलियां दाग दी. 20 सेकंड में 17 राउंड फायरिंग हुई और फिर दोनों फरार हो गए.
राजस्थान पुलिस का खूफिया तंत्र फेल रहा!
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद जयपुर पुलिस भी कटघरे में है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने जब लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिलने की बात पुलिस को बता दी थी तो पुलिस हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी रही, उनको सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. इसकी जांच क्यों नहीं की गई कि संपत नेहरा ने किसके इशारे पर ये धमकी दी है, अगर लॉरेंस ने कहा था तो पुलिस जेल में उससे पूछताछ भी कर सकती थी, लेकिन पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार करने का मौका दे दिया. रोहित गोदारा ने विदेश में बैठकर इसको अंजाम भी दिलवा दिया और पुलिस को भनक तक नहीं लग पाई. जयपुर पुलिस का खूफिया तंत्र पूरी तरह से फेल रहा.
Add Comment